किसी राज्य को बर्बाद करने के लिए केवल वहां की सत्ता में बैठे राजनीतिक दल को दोष देना ही काफी नहीं है क्योंकि उस दल ने तो अपना उल्लू सीधा करना होता है, बल्कि वहां की जनता को ज्यादा दोषी माना जाना चाहिए क्योंकि वह प्रलोभनों में फंस कर ऐसे दल को सत्ता में लाती है जिसका चाल चरित्र मलिन होता है।
दिल्ली में 2020 में केजरीवाल के सत्ता में आते ही एक सप्ताह बाद ही 23 से 29 फरवरी तक दिल्ली को दंगों की आग में झोंक दिया गया वह भी तब, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24-25 फरवरी को दिल्ली आए हुए थे। याद रहे उस दंगे का मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन केजरीवाल की पार्टी का नेता था और JNU के टुकड़े टुकड़े गैंग के नेता उमर खालिद और शरजील इमाम भी शामिल थे। अगर दिल्ली की जनता वह भूल गई और फिर भी केजरीवाल को वोट दे तो वह भी “भ्रष्टाचार” की दोषी है। आम आदमी पार्टी को वोट देने वाले भ्रष्टाचारी ही नहीं सबसे बड़े जेहादी होने का सबूत दे देंगे।
लेखक चर्चित YouTuber |
रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड दिए, उन्हें वो सब दिया जो आम हिंदुओं को नहीं दिया और अब केंद्र को दोष दे रहा है कि भाजपा ने उन्हें यहां बसाया है। लेकिन भाजपा रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को क्यों बसाएगी और जब वह उन्हें निकाल रही है तो “आप” को तकलीफ क्यों हो रही है। 10 साल तक पुजारियों और ग्रंथियों को एक पैसा नहीं दिया जबकि इमामों का घर भरता रहा लेकिन इस पर भी पुजारी इस आशीर्वाद देने जाते हैं तो उनका “ब्राह्मणत्व” किस काम है।
आज नया खुलासा हो गया कि स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के लिए 400 ईमेल भेजने वाला नाबालिग छात्र एक ऐसे NGO से जुड़ा है जिसका संबंध “आप” पार्टी से है और जो अफजल गुरु की फांसी का विरोध करता था। उसके साथ आतिशी के माता पिता जुड़े रहे।
कांग्रेस लॉलीपॉप दे रही है कि सभी बेरोजगारों को 8500 रुपए महीना देंगे, महिलाओं को “प्यारी दीदी” योजना में 2500 महीने देंगे और स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख का इलाज फ्री देंगे। ये 8500 रुपए वैसे ही “खटाखट खटाखट” मिलेंगे जैसे लोकसभा चुनाव के बाद मिले थे।
दिल्ली के वोटर को कांग्रेस का भी रिकॉर्ड देखना चाहिए। क्या उसने ऐसा 1500 रुपए महीना हर महिला को हिमाचल प्रदेश में दिया, क्या 25 लाख की जीवन रक्षा तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में लागू की? राजस्थान में यह तब लागू की थी जब सरकार जाने वाली थी। कर्नाटक और तेलंगाना में क्या महिलाओं को 2500 महीने दे रहे हैं। फिर भी दिल्ली वाले कांग्रेस को वोट देते हैं तो उन जैसा मूर्ख कोई हो नहीं सकता।
राहुल गांधी तो अडानी/अंबानी Syndrome से बाहर ही नहीं निकल पा रहा। कल भी कहा है कि देश को केवल 2 लोग चला रहे हैं अडानी और अंबानी। राहुल गांधी क्या पागल हो चुका है जिसे दिखाई नहीं दे रहा कि अडानी और अंबानी ने देश को क्या दिया लेकिन उसे बस उनकी बर्बादी चाहिए जिससे देश बर्बाद हो जाए।
ब्रिटिश काल से भारत में दो उद्योगपतियों का वर्चस्व रहा है। जनता डालमिया, टाटा, बिरला, अम्बानी और अडानी को ही जानते है। लेकिन कोई मुस्लिम तुष्टिकरण करने वालों ने कभी ब्रिटिश काल के बहुचर्चित उद्योगपति सत्य नारायण गुड़ वाले और सेठ छुन्ना मल का नाम लेने तक की हिम्मत नहीं, क्योकि जिस जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद को ब्रिटिश सरकार ने नामस्जिद घोषित कर अपनी आर्मी और आर्मी के घोड़ों को रखती थी। इन मस्जिदों को ब्रिटिश सरकार से मुक्त करवाने हिन्दुओं के संघर्ष किया। हिन्दुओं के संघर्ष को देख इन दोनों उद्योगपतियों ने हस्तक्षेप कर ब्रिटिश सरकार से इन मस्जिदों को मुक्त करवाया। ब्रिटिश सरकार ने ऐसे ही मुक्त नहीं किया था, इन मस्जिदों की नीलामी की और फतेहपुरी मस्जिद को सत्य नारायण ने ख़रीदा और जामा मस्जिद को सेठ छुन्ना मल ने।
आंखों देखी मक्खी निगलना अच्छी बात नहीं है।
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