सेना ने पुलवामा हमले का लिया पहला बदला

पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा जैश ए मोहम्मद का आतंकवादी कामरान हिलाल और अब्दुल राशिद गाजी मारा गया है. सोमवार को पुलवामा में ही सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में दोनों खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया है. सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कामरान और राशिद गाजी के मरने की पुष्टि हो चुकी है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. 
पाकिस्तान से आए कामरान हिलाल के मारे जाने के साथ ही माना जा रहा है कि भारतीय सुरक्षाबलों ने पुलवामा हमले का थोड़ा बहुत बदला ले लिया है. हालांकि दोनों आतंकियों को मार गिराने में भारतीय सेना के चार जवान भी शहीद हुए हैं.
सूत्रों का कहना है कि कामरान हिलाल और अब्दुल राशिद गाजी को विशेष ट्रेनिंग देने के बाद पाकिस्तान से भारत भेजा गया था. जैश ए मोहम्मद के इन दोनों आतंकवादियों ने मिलकर पुलवामा अटैक को अंजाम देने के लिए ग्राउंड पर पूरी प्लानिंग की थी. बताया जा रहा है कि इन्हीं दोनों ने मिलकर आतंकी आदिल अहमद डार इस तरह से ट्रेंड किया था कि वह विस्फोटक से भरी कार को CRPF की बस से टकरा सके. इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे.
इससे पहले पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया है. पुलवामा के निकट अवंतीपुरा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये. 
पुलिस ने आत्मघाती हमले की योजना से जुड़े होने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया. अपनी तरह के इस पहले आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ने विस्फोटक से लदे वाहन को सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया था. 
संघीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने विस्फोटक और फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मिलकर क्राइम सीन (अपराध के दृश्य) के फोरेंसिक मूल्यांकन के लिए आवश्यक सामग्री एकत्र की. टीम, अपराध के दृश्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शनिवार को भी सामग्री जुटाने का काम करेगी. विश्लेषण समाप्त होने के बाद ही परिणाम का पता चल पाएगा. 
ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनाई थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य था. कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय था.
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फवाद खान आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ फिल्म समीक्षक पुलवामा आतंकी हमले के बाद एक के बाद एक पाकिस्तान के खिलाफ चौतरफा कदम उठ...

फिदायीन(आत्मघाती हमलावर) की पहचान आदिल अहमद के रूप में की गयी है. वह पुलवामा के काकापुरा इलाके का निवासी आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था. प्रारंभिक जांच के अनुसार दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके के मिदूरा में आतंकी हमले की योजना बनायी गयी. पुलिस, जैश के एक अन्य स्थानीय सक्रिय सदस्य की तलाश कर रही है जो विस्फोटकों की व्यवस्था में मददगार बना.
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ (CRPF) काफिले पर हमला करने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना और सुरक्षाबलों ने उस बिल्डिंग को ही उड़ा दिया है जिसमें ये आतंकी छिपे हुए थे. ऐसी खबर है कि इस मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए है. जबकि दो आतंकियों की तलाश जारी है. मारे गए आंतकियों पाकिस्तान आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर कामरान हिलाल मारा गया है. वहीं इस एनकाउंटर में पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल गाजी भी मारा गया है. इस ऑपरेशन को सेना की 55 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की 182/183 बटालियन की ज्वाइंट टीम ने अंजाम दिया. ऑपरेशन अभी भी जारी है.
पिछले कई घटों से पुलवामा के पिंगलीना इलाके में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की ये मुठभेड़ चल रही थी. इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत 4 जवानों के शहीद हो गए है. मुठभेड़ के बाद इलाके के लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी है. समाचार एजेंसी एएनआई के एक वीडियो में पुलवामा पुलिस पत्थरबाजी कर रहे कश्मीरी युवाओं से अपील करती दिख रही है, 'आप लोग वापस चले जाइये'
जिस जगह आज ये मुठभेड़ हुई वह सीआरपीएफ हमले वाले स्थान से 10-13 किलोमीटर की दूरी पर है.  पिंगलीना इलाके में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों द्वारा खुद को घिरा देख फायरिंग शुरू कर दी थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. काफी देर तक हुई फायरिंग में सेना के एक मेजर, एक हेड कॉन्सटेबल और दो सिपाहियों के शहीद होने की खबर है. शहीद होने वाले जवानों में मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्सटेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह है. वहीं इस हमले में बुरी तरह घायल होने वाले सेना के जवान सिपाही गुलजार मोहम्मद को श्रीनगर के बदामीबाग इलाके स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं सेना के एक और जवान के घायल होने की खबर है.
आतंकी संगठनों ने बहुत बड़ी गलती की, इसकी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी: PM मोदी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले पर पड़ोसी देश पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकी संगठन और उनके सरपरस्त बहुत बड़ी गलती कर गए हैं और इसके गुनाहगारों को उनके किये की सजा जरूर मिलेगी. प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं. मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सज़ा अवश्य मिलेगी.’’

पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर यह समझता है कि जिस तरह के कृत्य वह कर रहा है, जिस तरह की साजिशें कर रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जाएगा, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है.’’ उन्होंने कहा कि इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को यह भी लगता है कि वह ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है. उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे. पीएम मोदी ने कहा कि 130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे.
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद, अभी मन: स्थिति और माहौल दुःख और साथ ही साथ आक्रोश का है. ‘‘ऐसे हमलों का देश डटकर मुकाबला करेगा, रुकने वाला नहीं है. हमारे देश के जिन वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी है, उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम अपने जीवन का पल-पल खपा देंगे.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पुलवामा के आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं. दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं, उनके परिवारों के साथ हैं.(एजेंसीज इनपुट्स)

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