किसी भी भाजपा शासित राज्य में दलितों पर हुए हमले पर समस्त ढोंगी दलित प्रेमी सियापा करने सडकों पर आ जाते हैं, परन्तु इनका दलित प्रेम किसी भी गैर-भाजपाई राज्य में पता नहीं कहाँ लुप्त हो जाता है, फिर चाहे पंजाब हो, राजस्थान हो या दिल्ली? इतना ही नहीं, दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का तो दलित प्रेम अनोखा है, जो गैर-भाजपाई राज्य में होने वाली घटना पर दिल्ली से भाग उस राज्य में उन दलितों को गले लगाने पहुँचने वाले दिल्ली में होने दलित विरोधी घटनाओं पर क्यों खामोश रहते हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री जवाब दें कि विकासपुरी में डॉ नारंग से लेकर अब सराय खान तक होने वाले हिन्दू पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हुए हैं? चुनावों में हनुमान चालीसा पढ़ने का ढोंग रचने वाले केजरीवाल क्या तुम्हारे वोटबैंक द्वारा हिन्दुओं पर हमलों पर चुप रहते हो, क्यों? मुफ्त की रेवड़ियां खाने के लालच में आम आदमी पार्टी को वोट देने वाले हिन्दुओं इन ढोंगियों को पहचानों, वरना आने वाली तुम्हारी पीडियां तुम्हे धिक्कारेंगी।
दिल्ली के सराय काले खाँ में हरिजन बस्ती में घुस कर मुस्लिम भीड़ द्वारा दलितों के साथ मारपीट किए जाने के मामले में 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में सारा बवाल शनिवार (मार्च 20, 2021) को एक दलित युवक और एक मुस्लिम लड़की की शादी के बाद शुरू हुआ। पुलिस ने इस मामले में फरमान (20), शाहरुख़ (23), हसन अली (21) और राजा (19) को गिरफ्तार किया है।
सभी आरोपित पड़ोसी या आपस में रिश्तेदार हैं। पुलिस का कहना है कि शादी के कारण लड़की का परिवार उग्र हो गया और उसने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ मिल कर हमला बोल दिया। शादीशुदा जोड़ा फ़िलहाल गाजियाबाद में है। मुस्लिम भीड़ के हमले में कई लोगों को चोटें आईं। ये घटना सुबह के 10-11 बजे हुई। CCTV फुटेज में आरोपितों को दलित बस्ती में घुस कर गमले और कूलर तोड़ते हुए देखा जा सकता है।
कहाँ गए 'गंगा-जमुनी तहजीब' जैसे भ्रमित नारे लगाने वाले, 'संविधान की दुहाई देने वाले', #mob lynching, #not in my name, #intolerance, #award vapsi, आदि गैंगस्टर?
परिजनों ने @PoliticoNeo को बताया कि मुसलमानों ने हमे भं#गी बोला. कहा लैटरीन साफ करने वाले के यहां हमारी लड़की नही आएगी. pic.twitter.com/2JvBu4HGHT
— Falana Dikhana (@FDikhana) March 21, 2021
छेड़ा*
— Falana Dikhana (@FDikhana) March 21, 2021
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि गली में घुस कर लोगों को मारा गया और जम कर तोड़फोड़ की गई। उन्होंने बताया कि पुलिस वाले खड़े-खड़े देख रहे थे और मुस्लिम भीड़ धमकी दे रही थी कि तुम्हारी लड़कियों को उठा लेंगे। महिलाओं ने ये भी कहा कि पुलिसकर्मियों को आरोपितों ने खरीद लिया है। आरोपितों के हाथ में तलवार थी। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि उन्हें साथ लेकर चलें, वो आरोपितों से लड़ेंगी।
महिलाओं ने बताया, “हम जाने को तैयार हैं। यहाँ बच्चों और महिलाओं को भी मारा गया है। पुलिस वाले उन्हें पकड़ ही नहीं रहे हैं। आरोपितों के हाथों में तलवार और चाकू थे। बच्चों को हमने छत पर चढ़ाया। लड़कियों को घर में छिपाया। जिस मुस्लिम लड़की से शादी हुई, उसे कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने घर के भीतर घुस कर हमें मारा है। हमलावरों ने कहा कि इस बार तुम लोग होली नहीं खेलोगे, हम हिंदुओं के खून की होली खेलेंगे।”
Four men - Farman, Shahrukh, Hasan Ali and Raza Ahmed -- have been arrested in case of attack on a family in the aftermath of an interfaith marriage. Sumit married Khushi Ahmed on March 14. Khushi's brother, Farman & others raided Sumit's house and went on a rampage last night. pic.twitter.com/03pchuOOBr
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) March 21, 2021
They are brain storMing how to discredit it
— राम (@dharma0077) March 21, 2021
Fir kuch aur hi baat bana dete
— bart the trouble (@bartsimpson8619) March 21, 2021
Call it Ganga Jamuni Tehzeeb, Meem Bheem Ekta or whatever catches your fancy..
— Baagad Billa 1⃣6⃣ (@BadeMyaun) March 22, 2021
Truth is: Hindus are fighting the war for their existence, their survival. The enemy of the other hand has global media, misinformation, money, power, narrative backing it up.
It's a tough one..
They are thinking about how to spin a fake narrative.
— V K P (@VKP12032975) March 21, 2021
मर गया! फिर जिंदा हो जाएगा जैसे ही पता चलेगा कि कोई सवर्ण ने कहीं कुछ किया है!
— Amarnath kumar (@Amarnathkumar6) March 21, 2021
यही बजह है , तुम्हारे ट्वीट को पढ़ो लिखा क्या है तुमने, पढ़े लिखे हो तो वक्त मिले तो कोई भी किताब पढ़ लेना या आनलाइन सुविधाएं है पढ़ने की जिस नाम को लिखने में तकलीफ हो रही उस नाम के बारे में
— Sachin padauriya (@BalaChai) March 21, 2021
Wo tatiya saaf kar sakta uske aukaad he ke bulle ke khilaf kuch bol de ghar main ghus ke moo main mo*t ke chale jayenge iss hijde ke bulle
— Vipin (@Vipin32785819) March 21, 2021
Delhi police kiske hath me hai mtlb kuch bhi humne galti ki jo dharam k nam pe dogle logo ko vote de di
— Nipun Nagar Gurjar (@NipunNagar9) March 22, 2021
ये लड़ने का नहीं साथ देने का समय है।
— Raghav রাঘव ராகவ் రాఘవ్ രാഘവ് ରାଘବ ರಾಘವ್ રાઘવ राघव (@iraghav7) March 21, 2021
@BhimArmyChief @ravishndtv सब चुप रहना वरना सेक्युलरिज्म खतरे में आ जायेगा
— Anil Tripathi (@AnilTri03250833) March 21, 2021
Please send the feedback to Google translate. pic.twitter.com/QehS14bTJO
— Tathagat (@thathagat7) March 21, 2021
Why u people show sympathy for these bhimtas
— Sk (@Sk72507053) March 22, 2021
स्थानीय दलित महिलाओं ने डर जताया कि उनके घर के पुरुष दफ्तर जाएँगे या फिर बच्चे स्कूल जाएँगे तो फिर ये लोग उनके साथ कुछ भी कर सकते हैं। साथ ही मुस्लिम भीड़ पर जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल के भी आरोप लगे हैं। महिलाओं के अनुसार, आरोपित कह रहे थे, “शौचालय साफ करने वालों के यहाँ हमारी लड़की नहीं जाएगी।” उन्होंने बताया कि छोटी-छोटी लड़कियों को भी नहीं छोड़ और उनके कपड़े फाड़ दिए। उनके बाल पकड़ कर उन्हें मारा गया।
आरोपितों ने मुहल्ले में रखी बाइकों और साइकिलों को तोड़ डाला। साथ ही लोगों के दरवाजों को जोर-जोर से पीट कर उन्हें डराया। उन्होंने गाड़ियों को तोड़ने के लिए लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया। DCP आरपी मीणा ने बताया कि पुलिस स्टेशन में घटना के बाद एक फ़ोन कॉल आया था। पुलिस ने कहा कि शादी करने वाले लड़का और लड़की बालिग हैं। लड़के की माँ ने कहा कि अगर उसके बेटे की यही मर्जी है, तो उसे कोई दिक्कत नहीं।
सरोज नामक 45 वर्षीय महिला ने बताया कि 25 से भी अधिक संख्या में आरोपित जब आए, तो वो दरवाजे पर ही खड़ी थीं। आरोपितों ने उसे किसी चीज से मारा और वो वहीं गिर कर बेहोश हो गईं। उनकी बेटी ने वहाँ आकर बचाया। महिला ने बताया कि मुस्लिम भीड़ गालियाँ बक रही थीं, अपमानजनक जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर रही थी। पीड़ितों ने कहा कि वो अधिकतर आरोपितों को पहचानते हैं। आरोपितों ने जान से मार डालने की भी धमकी दी।
सराय काले खाँ में रहने वाले एक दलित युवक के एक मुस्लिम लड़की से प्रेम संबंध थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक युवक ने करीब छह माह पहले ही चोरी छिपे युवती से प्रेम विवाह कर लिया था। लेकिन कुछ दिन पहले ही मुस्लिम परिवार ने युवती का निकाह किसी अन्य व्यक्ति से तय कर दी थी। अपने परिवार के खिलाफ जाते हुए युवती ने कानून की शरण ली और दो दिन पहले ही सनलाइट कॉलनी थाने में अपना बयान दर्ज कराने के बाद वह दलित युवक के साथ उसके घर चली गई।
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