अपने ही जाल में फंस रहा केजरीवाल; पानी, अस्पतालों की समस्या एक दिन में बिगड़ गई क्या?

सुभाष चन्द्र

अरविन्द केजरीवाल ने एक बार कहा था कि "मै anarchy हूँ", पहले भी कई बार ऐसी हरकतें करता रहा है, और अब ED की हिरासत में रहकर। दिल्ली की जनता ने ऐसे उपद्रवी मानसिकता वाले को अपना मुखिया चुना, जो इन्ही का भविष्य घोर संकट में डाल रहा है। कहावत है 'हम तो डूबेंगे सनम, तुमको भी लेकर डूबेंगे' को साबित कर रहा है केजरीवाल। या कहा जाये कि 'जब सियार की मौत आती है, शहर की तरफ भागता है।     

केजरीवाल जैसी हरकतें कर रहा है ED की custody में रह कर वो उसी के लिए मुसीबत बन जाएगी इसमें कोई शक नहीं है। जो मोबाइल नहीं संभाल सका, उसने दिल्ली का क्या किया होगा 

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शीश महल पर रेड के बाद 21 मार्च को केजरीवाल गिरफ्तार हुआ और 22 मार्च को कोर्ट ने उसे ED की custody में भेज दिया 28 मार्च तक के लिए

23 मार्च को केजरीवाल की पत्नी उसे ED की custody में मिलती है और अगले दिन 24 मार्च को केजरीवाल का पत्र जनता के नाम मीडिया के सामने केजरीवाल की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ कर पढ़ती है जबकि न वो कोई मंत्री है और न किसी ओहदे पर है सरकार में

24 मार्च को ही आतिशी मार्लेना केजरीवाल के Custody से उसके नाम जारी किया हुआ आदेश मीडिया में सुनाते हुए भावुक हो कर कहती है कि केवल केजरीवाल जी ही ऐसे व्यक्ति हैं जो कैद में रहते हुए भी जनता की चिंता कर सकते हैं केजरीवाल ने आतिशी को कहा दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को पानी की समस्या हो रही है जिसे तुरंत देखिए 

26 मार्च को केजरीवाल का एक और कथित आदेश सौरभ भारद्वाज के नाम जारी हुआ जो खुद सौरभ ने पढ़ कर सुनाया कि मोहल्ला clinics और सरकारी अस्पतालों में दवाइयों और tests के गंभी समस्याएं हैं और इस पर तुरंत कार्रवाई करो जिससे जनता को कोई समस्या न हो 

अब ये दोनों कार्यालय आदेश केजरीवाल ने sign नहीं किए जिससे साफ़ पता चलता है कि आतिशी और सौरभ ने खुद ये फर्जी पत्र केजरीवाल के नाम से बनाए क्योंकि केजरीवाल को कोई computer नहीं दिया गया और ये पत्र computer पर type किए गए हैं

केजरीवाल हो सकता है सुनीता को दिया पत्र और आतिशी/सौरभ को दिए पत्र गिरफ्तार होने से पहले ही कह गया हो कि ऐसे पत्र जारी कर देना या जो बड़े बड़े नौकरशाह (रिटायर्ड) जो feed back unit में काम करते रहे हैं, उन्होंने लिखे हों लेकिन केजरीवाल यह भूल गया कि इन पत्रों को जारी करना तो Custody में रह कर ही माना जाएगा

फिर केजरीवाल यह भी भूल गया कि पानी और अस्पतालों/मोहल्ला क्लीनिक की दुर्दशा बता कर वह अपने ही मंत्रियों को निकम्मा साबित कर रहा है क्योंकि उसके कहने का मतलब है कि 21 मार्च तक जब तक मैं था, तब तक कोई समस्या नहीं थी और 2 दिन में आतिशी ने पानी की व्यवस्था बिगाड़ दी और सौरभ ने 4 दिन में अस्पतालों का बेड़ा गर्क कर दिया

पानी की समस्या इसलिए बता रहा है कि जेल जाने पर पता नहीं कैसा पानी मिले और फिर जाना भी सरकारी अस्पताल में पड़ेगा

जेल से सरकार चलाने का भूत जल्दी उतरेगा क्योंकि सब पर जल्द जांच में धोखाधड़ी का केस बना देगी ED और सारे अपने ही जाल में फंस जाएंगे

यह फर्जीवाड़ा Constitutional machinery का ध्वस्त होना माना जा सकता है और सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है जबकि यदि केजरीवाल त्यागपत्र देता है और किसी को कुर्सी सौंप देता है तो “आप” की हुकूमत शायद चलती रहे

एक मामला जो बहुत गंभीर मोड़ पर पहुँच सकता है वह है ED के अधिकारियों की जासूसी का जिसके लिए हो सकता है देशद्रोह का भी केस चल जाए एक खबर के मुताबिक केजरीवाल ने अपनी FeedBack Unit में 15 से ज्यादा रिटायर्ड नौकरशाहों के जरिए यह जासूसी कराई थी और जिनकी जासूसी की गई उनमे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज, वकील, नौकरशाह, तीनो सेना के अधिकारी और विपक्ष के नेता शामिल थे इसकी जांच CBI पहले ही कर रही है मजे की बात है इस कलाकार CM ने इज़रायल को Military Grade Snooping Device का order भी दिया था खरीदने के लिए जो उस कंपनी ने देने से मना कर दिया था

जो रिटायर्ड नौकरशाह इस  Feedback Unit में काम कर रहे थे, उन पर तुरंत रेड होनी चाहिए और मामले की गंभीरता को देखते हुए हो सके तो उनकी पेंशन रोक देनी चाहिए

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