जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा होने वाली थी तब लिखा था कि राम मन्दिर से केवल अयोध्या ही नहीं, समस्त भारत की दिशा और दशा में ऐसा परिवर्तन आना शुरू होगा जिससे विश्व प्रभावित होगा। सनातन विरोधी छटपटा रहे हैं। लेकिन उनकी हर चाल नाकाम साबित हो रही है।
लेकिन सनातन विरोधी कांग्रेस को नहीं मालूम कि आदि काल(4+अरब वर्षो प्राचीन धर्म) से लेकर सनातन को ख़त्म करने वाले कितने आए कितने दफ़न हो गए सनातन को कोई समाप्त नहीं कर पाया और ना ही कर पाएगा।
कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कुछ दिनों पहले रायपुर में उनका सुशील आनंद शुक्ला के साथ विवाद हुआ था। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा है। उसमें उन्होंने लिखा है कि पार्टी में राम नाम लेने वालों का विरोध किया जा रहा है।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर इस्तीफे का लेटर पोस्ट कर लिखा- आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं व अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।
आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। हिरण्यकश्यप से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं। हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और राम लल्ला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज़्यादा दिए, जहां एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में राम लल्ला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस से अपने इस्तीफे पर राधिका खेड़ा ने कहा, "...राम लला की जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम हम सभी के लिए बहुत पवित्र स्थान है और मैं खुद को वहां जाने से नहीं रोक सकी। लेकिन वहां जाने का मुझे इतना विरोध सहना पड़ेगा यह मैंने कभी नहीं सोचा था। मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश… https://t.co/acV8xDTrqo pic.twitter.com/Nl8kqcTFAH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 5, 2024
रोहन गुप्ता, गौरव बल्लभ और राधिका खेड़ा कांग्रेस के ऐसे योग्य प्रवक्ता थे जो जी जान से कांग्रेस पार्टी के लिए लड़ते थे !
— Arvind K Singh 🇮🇳🇮🇳 (@aksinghdd) May 5, 2024
जब कांग्रेस इनकी नहीं हुई तो किसी की नहीं हो सकती ! कांग्रेस का समय समाप्त होने के कगार पर है!
मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया। मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया।
प्रभु श्री राम की भक्त व एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूं। बार बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला, इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है।



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