पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ही अल्लाहु अकबर का नारा लगाते है लेकिन पाकिस्तान ने 25 दिसंबर को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए और दावा किया कि उसने 20-25 TTP आतंकियों को मार गिराया जबकि अफगानिस्तान ने कहा कि पाक हमले में 46 निर्दोष लोग मारे गए जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे।
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति Amrullah Saleh ने कहा पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक सबसे फ्लॉप एयर स्ट्राइक थी और वो उसे 10 में 0.02 नंबर देंगे क्योंकि वह किसी भी टारगेट को निशाना बनाने में सफल नहीं हुई। अफगानिस्तान ने हमले के बाद धमकी दी थी कि वह निर्दोषों की हत्या का बदला लेगा और कल TTP के लड़ाकों ने डुरंड लाइन पार करके जबरदस्त हमला किया।
TTP के हमले में ख़बरों के अनुसार 19 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और अनेक ने आत्मसमर्पण कर दिया वह भी कपड़े और पतलून तक उतार कर।
अभी एक यूट्यूब चैनल पर मैं एक पाकिस्तानी को सुन रहा था जो कह रहा था कि “अफगानिस्तान का दावा बेबुनियाद है कि तालिबान ने रूस और अमेरिका को मार भगाया, वह केवल इसलिए हो सका क्योंकि पाकिस्तान ने हर कदम पर अफगानिस्तान का साथ दिया वरना तालिबान सत्ता में न आता। दोहा समझौता कहता है कि अफगानिस्तान की धरती किसी मुल्क के खिलाफ (पाकिस्तान समेत) कोई आतंकी संगठन इस्तेमाल नहीं करेगा लेकिन अफगानिस्तान TTP को पाकिस्तान पर हमले करने की इज़ाज़त दे रहा है।लेखक
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शाहबाज़ शरीफ ने भी कहा है कि TTP के लिए अफगानिस्तान की दो नंबर की नीति नहीं चलेगी और उसे TTP को रोकना होगा।
अब पाकिस्तान को मजा आ रहा होगा। जब अफगानिस्तान की धरती से TTP पाकिस्तान को पेलता है तो दर्द होता है जबकि खुद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ सैंकड़ो आतंकी अड्डे बना रखे है और 35 साल से आतंकवाद को भारत को निर्यात कर रहा है। इतना ही नहीं बांग्लादेश को भी भारत के खिलाफ युद्ध और आतंकी हमले करने के लिए हथियार सप्लाई कर रहा है। कल ही खबर थी कि पाकिस्तान ने उसे 250 किलोग्राम RDX भेजा है और अन्य हथियार भेज चुका है। पाकिस्तान अपने एक मेजर जनरल और सेना को बांग्लादेश सेना को ट्रेनिंग देने भेज रहा है।
आज पाकिस्तान को याद आ रहा है कि कैसे उसने अफगानिस्तान और तालिबान की मदद की लेकिन दूसरी तरफ बड़ी बेशर्मी से “अहसानफरामोश” बांग्लादेश ने कहा है कि 1971 की जीत में भारत केवल एक सहयोगी था, इससे ज्यादा कुछ नहीं। वह बांग्लादेश आज उस पाकिस्तान से “मोहब्बत की पींगे” बढ़ा रहा है जिसने 30 लाख बांग्लादेशियों का नरसंहार किया और जिसके सैनिकों ने 2 से 4 लाख बांग्लादेश की महिलाओं का बलात्कार किया।
मजे की बात अभी तक पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों अल्लाहु अकबर का नारा लगाते हुए एक दूसरे के दुश्मन थे लेकिन आज यह नारा ही उन्हें दोस्त बना रहा है। जनवरी, 2024 में अल्लाहु अकबर कहने वाले ईरान ने अल्लाहु अकबर कहने वाले पाकिस्तान के इलाकों में बमबारी की थी, और बलूचिस्तान एवं POK में यह पाकिस्तान अल्लाहु अकबर कहने वालों को कुचल रहा है।
बांग्लादेश से अरकान आर्मी के लड़ाके नहीं संभल रहे जिनके सामने वो आत्मसमर्पण कर रहे हैं और अरकान आर्मी बांग्लादेश की 271 किलोमीटर जमीन पर कब्ज़ा कर गई और उधर पाकिस्तान TTP को नहीं संभाल पा रहा।
अब समय आ गया है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों को “गाज़ा” बना दिया जाए। इज़रायल ने गाज़ा, लेबनान में अल्लाहु अकबर करने वालों को निपटा दिया और ईरान की हेंकड़ी निकाल दी और अब हुती का नंबर लगा है।
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