पाकिस्तान के क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस 500 यात्रियों को ले जा रही ट्रेन को बलूच विद्रोहियों ने हाईजैक कर लिया और 30 जवानों को मार डाला और अभी 214 लोगों को बंधक बनाया हुआ है। यानी पाकिस्तान में रमजान मुबारक धूमधाम से हो गया। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) को पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका ने प्रबंधित किया हुआ है।
BLA ने पाकिस्तान को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि बंधकों के बदले उसके सभी कैदियों को रिहा कर दिया जाए वरना सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। लगता है 6 जून ईद उल जुहा अबकी 31 मार्च के ईद उल फितर पर ही मना लेंगे बलूच विद्रोही और बलि दी जाएगी पाकिस्तानी नागरिकों और सेना के जवानो की।
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लेखक चर्चित YouTuber |
एक सुरंग से गुजरती हुई ट्रेन की पटरियों को पहले विद्रोहियों ने उड़ा दिया और ट्रेन रुक गई। ट्रेन में मौजूद सुरक्षा बलों ने जवाबी फायरिंग की लेकिन ट्रेन की हाइजैकिंग रोक नहीं पाए।
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने कहा कि “बेगुनाह यात्रियों पर गोली चलाने वाले दरिंदे किसी भी रियायत के हकदार नहीं हैं”। पाकिस्तान को याद नहीं है कि उसके आतंकी किस तरह जिहाद के नाम पर भारत में आतंकी हमले कर किस तरह “बेगुनाहों” का खून बहाते रहे हैं और आज भी कश्मीर में ऐसा कर रहे हैं। बोया पेड़ बबूल का तो अब काटना भी वही पड़ रहा है पाकिस्तान को भिखारी मुल्क बन कर भी।
बलूचिस्तान पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिम में स्थित है जिसके उत्तर में अफगानिस्तान है और पश्चिम ईरान से सटा हुआ है यानी पाकिस्तान तीन तरफ से मार झेल रहा है। बलूच 1950 से अपनी आज़ादी के लिए संघर्ष कर रहे है और यदा कदा पाकिस्तान के सैनिकों और नागरिकों पर हमला बोलते रहते हैं। 2022 में पाकिस्तान के सैन्य-नौसेना पर भी बलूचों ने हमले किये थे।
बलूचिस्तान के गैर-खनिजों का शोषण पाकिस्तान करता रहा है। बलूचिस्तान चीन के 60 अरब डालर के निवेश सीपीईसी का बड़ा हिस्सा है और यहां रेको डिक जैसे खनन प्रोजेक्ट शामिल हैं जिन्हें दुनिया की सबसे बड़ी स्वर्ण और तांबा खदान माना जाता है और इसलिए पाकिस्तान इसे किसी कीमत पर गंवाना नहीं चाहता।
कल टीवी पर एक पाकिस्तानी बलूच विद्रोहियों के पीछे भारत का हाथ बता रहा था। अगर ऐसा है तो डोजियर भेजो और भारत के शामिल होने के सबूत दो। हम देखेंगे कितना सच है तुम्हारे आरोपों में। ऐसे डोजियर भारत ने बहुत भेजे थे 26/11 के बाद लेकिन पाकिस्तान हमेशा नकारता रहा।
और रमजान मुबारक कल अमेरिका ने कर दिया पाकिस्तान का जब उसके तुर्कमेनिस्तान में राजदूत को लॉस एंजेलिस में प्लेन से उतरते ही बैरंग लौटा दिया और अमेरिका में घुसने नहीं दिया, यह थी पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती।
आज नहीं तो कल बलूचिस्तान पाकिस्तान से अलग होकर रहेगा। वह तो 1947 में भारत में शामिल होना चाहता था मगर हमारे “दूरदर्शी” नेहरू ने मना कर दिया।
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