भारत की जीत से नफरत है या पाकिस्तान की पिटाई का , खरगे और राहुल को छोड़, विपक्ष के किसी नेता ने टीम को बधाई नहीं दी

सुभाष चन्द्र

वाह वाह टीम इंडिया, वाह वाह “मोटे” रोहित शर्मा, तुमने तो कमाल कर दिया, जून, 2024 में T20 जीता और 9 महीने बाद चैंपियन ट्रॉफी जीत ली। ये ट्रॉफी भारत को तीसरी बार मिली

2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता थे, 2013 दूसरी बार चैंपियन बने और अब तीसरी बार देश का गौरव बढ़ाया रोहित शर्मा और उसकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई

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प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, स्पोर्ट्स मिनिस्टर मनसुख मंडाविया, योगी जी, जे पी नड्डा और अन्य भाजपा नेताओं ने बधाई दी लेकिन विपक्ष की तरफ से बधाई केवल राहुल गांधी और खड़गे की सुनाई दी पता नहीं रोहित शर्मा को “मोटा” कहने वाली कांग्रेस की नेता शम्मा मोहम्मद शर्म से मर ही न गई हो उसे समर्थन दिया था TMC के सौगात रॉय ने और इसलिए TMC के किसी नेता ने टीम को बधाई नहीं दी लगता है अखिलेश यादव कुंभ को कोसते हुए इतना थक गया कि उसके मुंह से भी टीम को बधाई नहीं मिली

इंडी ठगबंधन के किसी नेता ने भारतीय टीम को बधाई नहीं दी शरद पवार तक चुप रहे जबकि वो तो ICC के चेयरमैन रहे हैं दरअसल इंडी ठगबंधन के लोग भारत के लिए कुछ भी अच्छा होना सहन ही नहीं कर सकते अगर टीम हार जाती तो कम से कम 50 नेता और लेफ्ट लिबरल कबाड़ टीम पर पिल पड़ता 

वैसे राहुल गांधी और खड़गे की भी बधाई के क्या मायने हैं जब कांग्रेस सरकार ने हैदराबाद में क्रिकेट फैंस पर लाठियां भांज दी क्या ओवैसी ने टीम को बधाई दी, कैसे देगा जबकि पाकिस्तान टूर्नामेंट से ही बाहर हो गया?

उधर इंदौर के महू में जीत का जश्न मनाते हुए 100 बाइक सवार लोगों पर वहां की जामा मस्जिद से निकल कर मुस्लिमों ने  क्रिकेट प्रेमियों के जुलूस पर पथराव कर दिया सोशल मीडिया पर वायरल video में “भटके हुए गरीब और नादान” मुस्लिम हमला करते हुए अल्लाह-हू-अकबर और नारा-ए-तकबीर चिल्लाते हुए पथराव करते दिखाई दे रहे थे और पेट्रोल बमों से कई दुकानें और बाइक जला दी इस दंगे में जामा मस्जिद के अलावा पत्ती बाजार, सब्जी मार्केट, गफ्फार होटल समेत कई इलाके चपेट में आ गए

वैसे तो भारत में चुनाव के समय बहुत से क्षेत्र मुस्लिम बहुल बताए जाते हैं लेकिन कल की जीत के बाद क्या किसी मुस्लिम बहुल इलाके में जश्न का इज़हार देखने को मिला क्या? फिर कहते हैं भाईचारा होना चाहिए और गंगा-जमुना तहजीब से रहना चाहिए 

ऐसा लगता है मुस्लिमों को भारत की जीत कोई ख़ुशी नहीं हुई बल्कि उन्हें यह रंज है कि पाकिस्तान टूर्नामेंट के फाइनल खेलने की बात तो छोड़ो, टूर्नामेंट से ही बाहर हो गया जबकि वह टूर्नामेंट का आयोजक था (Host) पाकिस्तान की गज़ब बेसती पर भारत का मुसलमान नाराज़ है और तो और कुछ कठमुल्लाओं ने मोहम्मद शमी के खिलाफ enerygy drink पीने पर ही बवाल काट दिया कि उसने रमजान में रोजा न रख कर इस्लाम की तौहीन की है

संसद में भारत की जीत का जश्न मनाने की बजाय विपक्ष संसद के दोनों सदनों में “वक़्फ़ अधिनियम संधोधन” पर बवाल काट रहा है हंगामा कर रहे हैं सारे विपक्षी दल

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