चीन की जिस लैब से निकला कोरोना, वहीं की रिसर्चर अमेरिका लेकर पहुँची पैरासाइट… FBI ने किया गिरफ्तार: मिले राउंडवॉम से भरे पैकेट, पहले भी जहरीले बीज सहित पकड़े गए थे दो चाइनीज

                               अमेरिका के खिलाफ चीन की जैविक तस्करी ( फोटो साभार- एक्स )
अमेरिका में जैविक सामग्री की तस्करी में एक और चीनी नागरिक गिरफ्तार किया गया है। चेंगक्सुआन हान नाम का ये छात्र वुहान के HUST के पीएचडी कर रहा है। वुहान वो जगह है जहाँ की लैब से कोरोना वायरस के उत्पन्न होने और दुनियाभर में फैलने की आशंका जताई जाती है। हालाँकि चीन हमेशा से वुहान लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की थ्योरी को नकारता रहा है। दावा तो यहाँ तक किया जाता है कि कोरोना वायरस न केवल चीन की लैब से लीक हुआ बल्कि शायद चीन ने जानबूझकर जैव हथियार की तरह इसका इस्तेमाल किया।

अब एक और चीनी नागरिक की गिरफ्तारी से इस आशंका को बल मिलता है। चीनी शोधकर्ता परजीवी राउडवॉम की चार पैकेट की तस्करी कर अमेरिका लेकर आया था। इससे पहले पिछले हफ्ते मिशिगन विश्वविद्यालय की ही शोधकर्ता युनकिंग जियान और उनके बॉयफ्रेंड ज़ुनयोंग लियू पर अमेरिका में एक खतरनाक फसल को नष्ट करने वाले फंगस की तस्करी करने का आरोप लगा था। इसको FBI ने “अमेरिका की खाद्य आपूर्ति पर हमला” बताया था।

शिकायत के अनुसार, हान चीन का नागरिक है जो वर्तमान में वुहान, पीआरसी में हुआजोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (HUST) में कॉलेज ऑफ लाइफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से पीएचडी कर रहा है। 2024 और 2025 में हान ने जैविक पदार्थों परजीवी राउंडवॉम वाले चार पैकेज चीन से संयुक्त राज्य अमेरिका को भेजे। ये पैकेज मिशिगन विश्वविद्यालय में एक प्रयोगशाला से जुड़े व्यक्तियों के नाम पर थे। 8 जून, 2025 को, हान जे1 वीजा पर डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पहुंचा। सुरक्षा अधिकारियों ने हान से जब पूछा तो हान ने पैकेजों और जैविक सामग्रियों के बारे में गलत बयान दिए।

एफबीआई काश पटेल ने सोशल मीडिया एक्स पर चीनी नागरिक की गिरफ्तारी को शेयर करते हुए कहा है कि चीन लगातार अमेरिका के खिलाफ साजिश कर रहा है। उन्होने कहा, “चीनी पीएचडी स्टूडेंट चेंगक्सुआन हान को जैविक सामग्री की तस्करी के आरोप में डेट्रॉयट में गिरफ्तार किया गया है। उसे परजीवी राउंडवॉम से जुड़ी गलत जानकारी पुलिस को देने का आरोप है।”

वुहान में हुआजोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता चेंगक्सुआन हान को 8 जून को डेट्रोइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पर पहुंचने पर FBI ने हिरासत में ले लिया। हान पर अमेरिका में जैविक सामग्री की तस्करी करने और झूठे बयान देने के आरोप हैं। अमेरिका में ये दोनों ही गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं।

 हान चीन से जुड़ा तीसरा व्यक्ति है जिसपर हाल के दिनों में इसी तरह के आरोप लगे हैं। हान पर आरोप है कि उसने चीन से अमेरिका को चार पैकेज भेजे थे, जिनमें परजीवी राउंडवॉम से संबंधित जैविक पदार्थ थे। ये मिशिगन विश्वविद्यालय की एक प्रयोगशाला से संबोधित थे।

हान पर झूठ बोलने और प्रवेश से पहले डिवाइस मिटाने का आरोप

डेट्रॉयट में उतरने पर हान ने पैकेजों के बारे में जानकारी से इनकार कर दिया था यहाँ तक कि उसके अंदर क्या है? ये भी नहीं बताया था। एफबीआई ने यह भी खुलासा किया कि हान ने डेट्रॉयट आने से पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से डेटा मिटा दिया था। हान के इस कदम को जाँच में बाधा पहुँचाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

एफबीआई हेड काश पटेल के मुताबिक, “8 जून को हान ने डेट्रोइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पर अमेरिकी अधिकारियों को उन पैकेजों के बारे में गलत बयान दिए, जिन्हें उसने पहले मेल किया था और कुछ दिन पहले ही उसने अपना इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिटा दिया था। FBI और ICE HSI एजेंटों का कहना है कि हान पैकेज भेजने और उनकी सामग्री के बारे में झूठ बोलने की बात स्वीकार की। एफबीआई के मुताबिक अमेरिका के शोध संस्थानों को कमजोर करने में चीन लगा हुआ है।”

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