दिल्ली रविवार 14 अक्टूवर 2018 । विश्व हिन्दू परिषद् की महिला युवा इकाई दुर्गा वाहनी द्वारा दुर्गा अश्टमी, दुर्गा वाहनी स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर, एक जैसे वस्त्र, हाथों में भगवा ध्वज लेकर अश्व तथा बुलेट पर सवार होकर जब अक्टूबर 14 को मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी के पथ संचलन में शामिल हुई तो हर कोई देखने को आतुर हो गया। घोष की धुन पर शक्ति का स्वरूप बन बालिकाएं घोड़ो,और मोटरसाइकल पर सवार हाथों में तलवार, दंड लेकर चल रही थी। इस शक्ति प्रदर्शन के साथ युवतियों ने यह भी बता दिया कि वे हर परिस्थिति से निपटने का सामथ्र्य रखती है। क्षेत्र के लोगो द्वारा अपने घरों दुकानों से बहार आकार दुर्गाओं का पुष्पो द्वारा भव्य स्वागत किया गया। द्वारिका फ्लाईओवर से आरंभ हुआ यह पथ संचलन क्षेत्र के प्रमुख मार्ग विजय एन्क्लेव, जिंदल पब्लिक स्कूल से होते हुए लगभग 4 किलोमीटर चलकर बारात घर पर पहुची जहां समापन किया गया। संचलन में हजारों की संख्या में युवतियां तथा बालिकाएं शामिल हुईं।
यह उन लोगों को भी जवाब था, जो कहते हैं कि संघ में महिलाओं को कोई स्थान नहीं मिलता। शायद आरोप लगाने से पूर्व उन्हें ही नहीं मालूम कि संघ में महिलाओं की कुल कितनी संख्या है और महिला समर्थित कितनी संस्थाएं हैं ? उन्हें शायद यह भी ज्ञात नहीं की ये संस्थाएं समाज में कितनी सक्रिय हैं?




दिल्ली दुर्गा वाहिनी प्रांत संयोजिका सुश्री कुसम चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्गा वाहिनी का मुख्य उद्देश्य सेवा, सुरक्षा, संस्कार के माध्यम से समाजिक कार्य करना व वर्तमान परिस्थितियों से निपटने की लिए संगठित होना है।
प्रान्त प्रचार प्रसार प्रमुख महेंद्र रावत जी के अनुसार मंच संचालन विभाग सह मंत्री श्री भारत बत्रा जी ने किया इसअवशर पर दिल्ली प्रान्त के पालक श्री अशोक कुमार जी,श्री मन राजवीर जी,विभाग संयोजिका दुर्गा वाहनी सुश्री वंदना जी की गरिमामय उपस्थिति रही
महेंद्र रावत
विहिप प्रचार प्रसार प्रमुख दिल्ली
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