तेलंगाना: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की पत्नी सुबह बीजेपी में शामिल हुईं, देर रात फिर कांग्रेस में लौटीं

तेलंगाना: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की पत्नी सुबह बीजेपी में शामिल हुईं, देर रात फिर कांग्रेस में लौटीं
दल बदलू पद्मिनी रेड्डी कांग्रेस छोड़ भाजपा में, वापस कांग्रेस में 
तेलंगाना में अक्टूबर 11 को बड़ा राजनीति घटनाक्रम देखने को मिला. तेलंगाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सी. दामोदर राजनरसिम्हा की पत्नी और सामाजिक कार्यकर्ता पद्मिनी रेड्डी सुबह बीजेपी में शामिल हुई लेकिन देर रात फिर से कांग्रेस में लौट आईं. राजनरसिम्हा अविभाजित आंध्रप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री थे. राजनरसिम्हा वर्तमान में तेलंगाना चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र की समिति के प्रभारी हैं.
राजनरसिम्हा की वरिष्ठता को देखते हुए, पद्मिनी के बीजेपी में शामिल हो जाने से कांग्रेस को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा था. जाहिर है बीजेपी के लिए यह बहुत बड़ा मौका था. बीजेपी में पद्मिनी रेड्डी का स्वागत करते हुए राज्य इकाई के अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने कहा कि मेडक क्षेत्र में सामाजिक कार्यों और महिलाओं के बीच कार्यों के माध्यम से उन्होंने काफी ख्याति अर्जित की है.
उन्होंने कहा कि पद्मिनी रेड्डी एनडीए सरकार के अच्छे कार्यों की सराहना करती हैं इसलिए वह पार्टी में शामिल हुई हैं. लक्ष्मण ने कहा कि एनडीए सरकार ने महिलाओं के हितों में कई कदम उठाए जिसमें ‘सुकन्या समृद्धि योजना’, मातृत्व छुट्टी में बढ़ोतरी आदि शामिल हैं. बीजेपी महासचिव पी. मुरलीधर राव ने पद्मिनी के पार्टी में शामिल होने से जुड़ा ट्वीट भी किया. 
Padmini Reddy is an educated & well informed woman. is a party which respects and believes in woman empowerment.
When she approached to join & work for the party, certainly we couldn't have asked her, to get her husband's permission for the same. @BJP4Telangana
राव के ट्वीट पर मची कांग्रेस में खलबली 
राव के ट्वीट के बाद कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई. पूरा आलाकमान रेड्डी को मनाने पर जुट गया. बीजेपी की खुशियां जल्द ही काफूर हो गईं देर रात वह फिर से अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में आ गईं. पद्मिनी रेड्डी ने घर वापसी पर कहा कि उन्होंने पार्टी में वापस लौटने का निर्णय लिया क्योंकि उनके कार्यकर्ता दुखी थे. 
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उधर, इस घटनाक्रम से मायूस बीजेपी ने कहा कि वह पद्मिनी रेड्डी के फैसले का सम्मान करते हैं. तेलंगाना बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा, "पद्मिनी रेड्डी शिक्षित महिला हैं. बीजेपी ऐसी पार्टी है जो महिला सशक्तिकरण में विश्वास करती है. जब उन्होंने बीजेपी में शामिल होने और कार्य करने की इच्छा जताई तो हमें पूछ लेना चाहिए था कि उन्होंने अपने पति से अनुमति ली है या नहीं. हम फिर भी उनके फैसले का सम्मान करते हैं." 
सत्ता की भूख कब क्या करवा दे, कहना असंभव है? लेकिन पद्मिनी रेड्डी का गिरगिट की रंग बदलना सिद्ध करता है कि दल बदलुओं पर विश्वास नहीं करना चाहिए। जिस दिन इनको लाभान्वित पद नहीं, उसी दिन किस डाल पर बैठ जाएं, पता नहीं। ऐसे दल बदलुओं से देशभक्ति की कामना करना भी व्यर्थ है। ऐसे लोग 56 भोग के लालच में कब क्या कदम उठा, अपने स्वार्थ के लिए कब दुश्मन से समझौता कर लें। प्रमाण सार्वजनिक है। जनता को भी चाहिए चुनावों में दलबदलुओं का बहिष्कार करे, चाहे वह दलबदलू किसी भी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हो।   

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