खालिस्तानी और पाकिस्तानी आतंकियों ने ISI की मदद से 3 महीने में अंजाम दीं घटनाएं

अमृतसर ग्रेनेड हमले के पीछे कौन है, यह बात अभी पूरी तरह साफ नहीं है. लेकिन जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अब तक की तफ्तीश से इस बात के संकेत मिलते हैं कि इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. 
सूत्रों के मुताबिक खालिस्तानी आतंकियों और ISI ने मिलकर भारत के सैन्य ठिकानों और सैन्य बलों पर हमले की साजिश रची और उन्हें अंजाम भी दिया. दरअसल, आईएसआई अपने नापाक मकसद को पूरा करने के लिए खालिस्तान समर्थक युवकों को भर्ती कर रहा है.
हैरानी की बात है कि पंजाब में पिछले 3 महीनों में कश्मीरी, खालिस्तानी और पाकिस्तानी आतंकियों ने पाक एजेंसी ISI के साथ मिलकर भारत के पंजाब सूबे को दहलाने की कोशिशें की हैं. इन सारी घटनाओं से पर्दा उठ चुका है. इन सभी हमलों और वारदातों के पीछे सिर्फ और सिर्फ आईएसआई की सूरत नजर आती है.
खालिस्तानी आतंकियों और पाकिस्तानी एजेंसी से जुड़ी उन वारदातों के बारे में जो पिछले तीन माह इस आतंकी गिरोह ने अंजाम दी हैं-
14 सितंबर 2018
जालंधर के मकसूदां थाने पर चार देसी बम फेंक कर हमला किया गया. जांच में पता चला कि कश्मीर में सक्रीय आतंकी संगठन गजवत उल हिंद के चीफ जाकिर मूसा ने ये हमला करवाया था.
10 अक्टूबर 2018
जालंधर के सीटी कॉलेज में कश्मीरी छात्रों से AK 56 राइफल और विस्फोटक पकड़ा गया था. इनका संबंध भी कुख्यात आतंकी जाकिर मूसा से निकला था.
16 अक्टूबर 2018
यूपी के शामली में एनकाउंटर के बाद हरियाणा और यूपी के तीन युवक पकड़े गए. जिनसे पुलिस पर फायरिंग कर लूटी हुई इंसास राइफल बरामद हुई. पूछताछ के दौरान पकड़े गए आतंकियों ने पंजाब में 7 अक्टूबर को पटियाला में होने वाली रैली में प्रकाश सिंह बादल को निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ.
1 नवंबर 2018
पटियाला में खालिस्तान गदर फोर्स का कुख्यात आतंकवादी शबनमदीप सिंह पकड़ा गया. उसका टारगेट बस स्टैंड में भीड़भाड़ भरे इलाके में ब्लास्ट करना था. लेकिन उससे पहले ही इनकी साजिश का पर्दाफाश हो गया.
14 नवंबर 2018
4 संदिग्धों ने पठानकोट के माधोपुर में जम्मू से किराए पर लाई गई एक इनोवा कार हथियारों के बल पर लूटी. जिसका अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है. इंटेलिजेंस एजेंसियों को शक है कि उस इनोवा कार का इस्तेमाल आतंकी किसी वारदात को अंजाम देने के लिए कर सकते हैं.
15 नवंबर 2018
दिल्ली में मौजूद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस के काउंटर इंटेलिजेंस विभाग को 7 आतंकियों के फोटो रिपोर्ट समेत जारी किए हैं. ये जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी है, जो फिरोजपुर बॉर्डर से पंजाब में दाखिल हुए हैं. ये लोग दिल्ली पहुंचकर हमला करने की फिराक में हैं. इनकी वजह से दिल्ली एनसीआर में भी टेरर अलर्ट जारी किया गया है.
16 नवंबर 2018
पंजाब पुलिस को अलर्ट मिला कि कश्मीर के आतंकी जाकिर मूसा का मूवमेंट अमृतसर एरिया में देखा गया है. जानकारी पुख्ता निकली. पंजाब के पाकिस्तान से सटे तमाम जिलों में जाकिर मूसा के पोस्टर लगाकर जनता को अवेयर किया जा रहा है.
18 नवंबर 2018
आतंकी जाकिर मूसा के मूवमेंट का इनपुट मिलने के 2 दिन बाद ही अमृतसर के अजनाला, राजा सांसी रोड पर निरंकारी डेरे में दो लोगों ने घुसकर ग्रेनेड से हमला कर दिया. इस हमले ने पंजाब पुलिस के होश उड़ा दिए.
20 नवंबर 2018 
दिल्ली स्पेशल सेल ने दिल्ली हवाई अड्डे से हिज़्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी, अंसार उल हक़, को गिरफ्तार किया। अगर उसे गिरफ्तार न किया होता, कश्मीर में पता नहीं और कितनी वारदातों को अंजाम देता। पुलिस को चाहिए कि वह किस-किस के घर रुका, और जिनके घर रुका था, उन्हें भी आतंकवाद को समर्थन देने के आरोप में सख्त कार्यवाही करें। 
अवलोकन करें:--
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दिल्ली एयरपोर्ट पर नवम्बर 20 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के एक आंतकी को गिरफ्तार ....

कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ सुशील पंडित के कथन में बहुत वज़न है कि पाकिस्तान की ताकत भारत में सैकड़ों मिनी पाकिस्तान और हज़ारों समर्थकों का होना है। 
जानकारी के मुताबिक पिछले 3 वर्षों में पंजाब के हालात बिगाड़ने के लिए पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने खालिस्तानी आतंकियों का इस्तेमाल किया है. उन्हें कश्मीरी आतंकी संगठनों से मदद मुहैया करवाई है. इसी के चलते इन आतंकियों ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे डाला.
इससे पहले जुलाई 2015 में दीना नगर में आतंकी हमला किया गया. फिर जनवरी 2016 में पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन पर हमले की वारदात को अंजाम दिया गया. और बाद में जनवरी 2017 के दौरान पंजाब में चुनाव से ठीक पहले मोड मंडी में ब्लास्ट किया गया.

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