भारत द्वारा पाकिस्तान की सरहद में घुसकर किए गए एयर स्ट्राइक में 325 आतंकी मारे गए हैं। भारत के 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ठिकाने को ध्वस्त कर दिया गया।
यह हमला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर के लिए सबसे बड़ा झटका साबित हुआ है। हमले में मसूद अजहर के दो भाई, साला और दो कमांडर मारे गए।
खत्म हो गया मसूद अजहर का आतंकी कुनबा
1. मौलान यूसुफ अजहर (साला)
2. इब्राहिम अजहर (बड़ा भाई)
3. मौलाना तल्हा सेफ (भाई)
4. मौलाना अम्मार (अफगानिस्तान और कश्मीर का इंचार्ज)
5. मौलाना अजहर खान (कश्मीर इंचार्ज)
इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के साले मौलाना यूसुफ अजहर और बड़े भाई इब्राहिम अजहर के भी मारे जाने की खबर है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भारत के विदेश सिचव विजय गोखले ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि भारत ने एक गैर सैन्य अभियान के तहत आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया है। उन्होंने बताया कि इस हमले में इस बात का ख्याल रखा गया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।
अवलोकन करें:-
उन्होंने बताया कि वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने घने जंगलों में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। सूत्रों के हवाले से बताया जा रह है कि भारत के इस बड़े एयर स्ट्राइक में 325 आतंकवादी मारे गए हैं, जिनमें से 25 ट्रेनर शामिल हैं।
25 ट्रेनर सहित 350 पहुंचे हूरों के पास
पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ यह कार्रवाई मंगलवार तड़के 3:50 बजे की। 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में 15 मिनट में 6 बम बरसाए। इसमें फिदायीन हमलों के 25 ट्रेनर समेत 350 आतंकी मारे गए।
कैम्प में फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मौजूद थीं। बालाकोट एबटाबाद के पास है और एलओसी से करीब 80 किलोमीटर दूर है। एबटाबाद में ही अमेरिकी सेना ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारा था।
इस कैम्प में आतंकियों को जंग लड़ने की ट्रेनिंग दी जाती थी। पाक आर्मी के पूर्व अफसर ट्रेनर होते थे। इसमें मसूद अजहर आतंकियों को जिहाद के लिए उकसाता था। इसमें आतंकियों को आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। जैश से पहले इस कैम्प का इस्तेमाल आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन करता था।
ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर किया गया हमला
जब वायुसेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की, तब ट्रेनिंग कैम्प में मौजूद सभी आतंकी सो रहे थे। पाकिस्तान एजेंसियों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि देश के अंदर कोई हमला होगा। उन्हें एलओसी के पास पीओके स्थित कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक का शक था।
भारत को खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश ने बड़ी संख्या में आतंकियों और ट्रेनरों को बालाकोट स्थित कैम्प में शिफ्ट किया है। इस कैम्प में 500-700 लोगों के रहने की व्यवस्था थी। किसी रिजॉर्ट की तरह बने इस कैम्प में स्वीमिंग पूल से लेकर खाने तक की सारी व्यवस्था थी।
वायुसेना ने इस हमले में जैश के चीफ मसूद अजहर के साले अजहर यूसुफ और इब्राहिम अजहर को निशाना बनाया। यूसुफ के खिलाफ 2000 में इंटरपोल ने लुक आउट नोटिस जारी किया था।
यह हमला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर के लिए सबसे बड़ा झटका साबित हुआ है। हमले में मसूद अजहर के दो भाई, साला और दो कमांडर मारे गए।
खत्म हो गया मसूद अजहर का आतंकी कुनबा
1. मौलान यूसुफ अजहर (साला)
2. इब्राहिम अजहर (बड़ा भाई)
3. मौलाना तल्हा सेफ (भाई)
4. मौलाना अम्मार (अफगानिस्तान और कश्मीर का इंचार्ज)
Key Jaish e Mohammed terrorists targeted in today’s air strikes: Mufti Azhar Khan Kashmiri, head of Kashmir operations(pic 1) and Ibrahim Azhar(pic 2), the elder brother of Masood Azhar who was also involved in the IC-814 hijacking
Key Jaish e Mohammed operatives targeted in today’s air strikes: Maulana Ammar(in pic 1, associated with Afghanistan and Kashmir ops) and Maulana Talha Saif(pic 2), brother of Maulana Masood Azhar and head of preparation wing
इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के साले मौलाना यूसुफ अजहर और बड़े भाई इब्राहिम अजहर के भी मारे जाने की खबर है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भारत के विदेश सिचव विजय गोखले ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि भारत ने एक गैर सैन्य अभियान के तहत आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया है। उन्होंने बताया कि इस हमले में इस बात का ख्याल रखा गया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।
अवलोकन करें:-
आतंकी यूसुफ ने 20 साल पहले भारतीय विमान हाईजैक किया था, उसी का कैम्प तबाह
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जिस आतंकी कैम्प को निशाना बनाया, उसे जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार अजहर यूसुफ उर्फ उस्ताद गोरी चलाता था। यूसुफ ने ही मसूद के भाई इब्राहिम अजहर के साथ मिलकर 1999 में इंडियन एयरलाइन्स का विमान काठमांडो एयरपोर्ट से हाईजैक किया था। इस विमान को ये आतंकी अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। 176 यात्रियों की सुरक्षा के बदले भारत को मसूद अजहर समेत आतंकियों को रिहा करना पड़ा था।25 ट्रेनर सहित 350 पहुंचे हूरों के पास
पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ यह कार्रवाई मंगलवार तड़के 3:50 बजे की। 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में 15 मिनट में 6 बम बरसाए। इसमें फिदायीन हमलों के 25 ट्रेनर समेत 350 आतंकी मारे गए।
कैम्प में फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मौजूद थीं। बालाकोट एबटाबाद के पास है और एलओसी से करीब 80 किलोमीटर दूर है। एबटाबाद में ही अमेरिकी सेना ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारा था।
इस कैम्प में आतंकियों को जंग लड़ने की ट्रेनिंग दी जाती थी। पाक आर्मी के पूर्व अफसर ट्रेनर होते थे। इसमें मसूद अजहर आतंकियों को जिहाद के लिए उकसाता था। इसमें आतंकियों को आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। जैश से पहले इस कैम्प का इस्तेमाल आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन करता था।
ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर किया गया हमला
जब वायुसेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की, तब ट्रेनिंग कैम्प में मौजूद सभी आतंकी सो रहे थे। पाकिस्तान एजेंसियों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि देश के अंदर कोई हमला होगा। उन्हें एलओसी के पास पीओके स्थित कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक का शक था।
भारत को खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश ने बड़ी संख्या में आतंकियों और ट्रेनरों को बालाकोट स्थित कैम्प में शिफ्ट किया है। इस कैम्प में 500-700 लोगों के रहने की व्यवस्था थी। किसी रिजॉर्ट की तरह बने इस कैम्प में स्वीमिंग पूल से लेकर खाने तक की सारी व्यवस्था थी।
वायुसेना ने इस हमले में जैश के चीफ मसूद अजहर के साले अजहर यूसुफ और इब्राहिम अजहर को निशाना बनाया। यूसुफ के खिलाफ 2000 में इंटरपोल ने लुक आउट नोटिस जारी किया था।
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