आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
ज्ञात हो, जब अमेरिका सरकार ओसामा बिन लादेन के पीछे पड़ी थी, तब कई बार यह अफवाह फैलाई गयी थी, कि ओसामा मर गया। कभी यह कहा जाता था, अफगानिस्तान में छिपा है, कभी ईरान अथवा इराक में या फिर सीरिया में, लेकिन अमेरिका ने लादेन को मारा उस पाकिस्तान में, जिस पाकिस्तान को वर्षों से आर्थिक मदद करता रहा है। यानि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान ने आर्थिक मदद देने वाले देश अमेरिका तक की मदद करने की बजाए, आतंकी ओसामा को अपने देश में छुपाकर रखा। जो प्रमाणित करता है कि पाकिस्तान विश्वास योग्य नहीं। अन्यथा अमेरिका को लादेन की जीवन लीला समाप्त करने में इतना समय नहीं लगता।
जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की पाकिस्तान में मौत का दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है। भारत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में भी ऐसा दावा किया जा रहा है। वहीं, पाकिस्तान की मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार मसूद अजहर ज़िंदा है। पाक मीडिया ने मसूद अजहर की मौत की खबर का खंडन किया है। पाकिस्तान के प्रमुख मीडिया संस्थान जिओ न्यूज़ के अनुसार, मसूद अजहर अभी ज़िंदा है। जिओ ने ये खबर मसूद अजहर के परिवार व रिश्तेदारों से बातचीत के आधार पर प्रकाशित की है।
इस वायरल खबर पर भारत की नजरें हैं. इसके बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियां सच्चाई पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इसके अलावा कोई जानकारी नहीं है कि अजहर का सेना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके गुर्दे खराब हो चुके हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के रहने वाले अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया था। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिये इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख अजहर पाकिस्तान में है और उसकी सेहत बहुत खराब है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ठोस सबूत पेश करे तो पाक सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। कुरैशी ने कहा था, वह मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में है। वह इतना बीमार है कि अपने घर से नहीं निकल सकता।
मार्च 3 को अटकलें तब और तेज हो गईं, जब एक वायरल रिपोर्ट में कहा गया कि मसूद भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी शिविर पर हमले में मारा गया है। हालांकि, किसी आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि नहीं की। भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हमले में उसे हुए नुकसान के सबूत दिखाने के बढ़ते दवाब के बीच भारत संदेह करने वालों को चुप कराने के लिए कुछ दिनों में सबूत पेश करने पर विचार कर रहा है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अब अजहर के खिलाफ सुरक्षा परिषद की कार्रवाई का और विरोध नहीं करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘देश को फैसला लेना होगा कि व्यक्ति महत्वपूर्ण है या देश का व्यापक राष्ट्रीय हित अहम है।’’ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने फरवरी 27 को पाकिस्तान में रहने वाले अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नए सिरे से प्रस्ताव रखा था। ऐसा होने से अजहर के वैश्विक रूप से यात्रा करने पर पाबंदी लग जाएगी, उसकी संपत्तियां फ्रीज हो जाएंगी।
सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध के बारे में निर्णय लेने वाली समिति 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद के वीटो अधिकार प्राप्त तीन स्थाई सदस्य देशों के ताजा प्रस्ताव पर 10 दिन के अंदर विचार करेगी। अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए पिछले 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में इस तरह का यह चौथा प्रयास है।
अवलोकन करें:-
भारत ने 2009 में अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए प्रस्ताव रखा था। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने पहले भी जेईएम समेत प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनके खिलाफ भविष्य में कोई भी कार्रवाई राष्ट्रीय कार्य योजना और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल के संबंध में हमारी प्रतिबद्धताओं के अनुसार की जाएगी।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार जल्द ही किसी भी समय जेईएम के खिलाफ कार्रवाई करेगी, इस पर मंत्री ने इसे खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई एनएपी के अनुसार की जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने एनएपी की जरुरतों के अनुसार बहावलपुर में एक मदरसे और मस्जिद को अपने नियंत्रण में ले लिया है। (एजेंसीज इनपुट्स सहित)
ज्ञात हो, जब अमेरिका सरकार ओसामा बिन लादेन के पीछे पड़ी थी, तब कई बार यह अफवाह फैलाई गयी थी, कि ओसामा मर गया। कभी यह कहा जाता था, अफगानिस्तान में छिपा है, कभी ईरान अथवा इराक में या फिर सीरिया में, लेकिन अमेरिका ने लादेन को मारा उस पाकिस्तान में, जिस पाकिस्तान को वर्षों से आर्थिक मदद करता रहा है। यानि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान ने आर्थिक मदद देने वाले देश अमेरिका तक की मदद करने की बजाए, आतंकी ओसामा को अपने देश में छुपाकर रखा। जो प्रमाणित करता है कि पाकिस्तान विश्वास योग्य नहीं। अन्यथा अमेरिका को लादेन की जीवन लीला समाप्त करने में इतना समय नहीं लगता।
जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की पाकिस्तान में मौत का दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है। भारत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में भी ऐसा दावा किया जा रहा है। वहीं, पाकिस्तान की मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार मसूद अजहर ज़िंदा है। पाक मीडिया ने मसूद अजहर की मौत की खबर का खंडन किया है। पाकिस्तान के प्रमुख मीडिया संस्थान जिओ न्यूज़ के अनुसार, मसूद अजहर अभी ज़िंदा है। जिओ ने ये खबर मसूद अजहर के परिवार व रिश्तेदारों से बातचीत के आधार पर प्रकाशित की है।
इस वायरल खबर पर भारत की नजरें हैं. इसके बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियां सच्चाई पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इसके अलावा कोई जानकारी नहीं है कि अजहर का सेना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके गुर्दे खराब हो चुके हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के रहने वाले अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया था। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिये इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख अजहर पाकिस्तान में है और उसकी सेहत बहुत खराब है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ठोस सबूत पेश करे तो पाक सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। कुरैशी ने कहा था, वह मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में है। वह इतना बीमार है कि अपने घर से नहीं निकल सकता।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अब अजहर के खिलाफ सुरक्षा परिषद की कार्रवाई का और विरोध नहीं करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘देश को फैसला लेना होगा कि व्यक्ति महत्वपूर्ण है या देश का व्यापक राष्ट्रीय हित अहम है।’’ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने फरवरी 27 को पाकिस्तान में रहने वाले अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नए सिरे से प्रस्ताव रखा था। ऐसा होने से अजहर के वैश्विक रूप से यात्रा करने पर पाबंदी लग जाएगी, उसकी संपत्तियां फ्रीज हो जाएंगी।
सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध के बारे में निर्णय लेने वाली समिति 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद के वीटो अधिकार प्राप्त तीन स्थाई सदस्य देशों के ताजा प्रस्ताव पर 10 दिन के अंदर विचार करेगी। अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए पिछले 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में इस तरह का यह चौथा प्रयास है।
अवलोकन करें:-
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार जल्द ही किसी भी समय जेईएम के खिलाफ कार्रवाई करेगी, इस पर मंत्री ने इसे खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई एनएपी के अनुसार की जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने एनएपी की जरुरतों के अनुसार बहावलपुर में एक मदरसे और मस्जिद को अपने नियंत्रण में ले लिया है। (एजेंसीज इनपुट्स सहित)
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