पाकिस्तान को झूठ बोलने की इतनी अधिक आदत हो गयी है कि उसे ही पता नहीं चलता कि वह सच बोल रहा है या झूठ। और यह इसकी नई नहीं बहुत पुरानी आदत है। स्मरण हो, 1965 इंडो-पाक युद्ध के दौरान रोज रात को 9 बजे विविध भारती पर "ढोल की पोल" कार्यक्रम में पाकिस्तान के झूठ की पोल खोली जाती थी। खैर, अब के हालत पर गौर करने पर भी यही झूठ प्रवत्ति उजागर हो रही है। कुछ समय पूर्व तक भूतपूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ भारत को धमकी देते हुए कहते थे कि "पाकिस्तान ने परमाणु शब्बेरात के लिए बनाकर नहीं रखे हैं।" लेकिन अब कहते हैं कि "अगर भारत पर एक नुक्लिअर फेंका तो भारत 20 नुक्लियर फेंक कर पाकिस्तान को बर्बाद कर देगा।" अब देखिए बीबीसी को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री क्या कहा रहे हैं:-
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ही किया पाकिस्तान को बेनकाब
पुलवामा हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था, क्योंकि खुद जैश ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। भारत ने पाकिस्तान को इसके सबूत भी दिए, लेकिन पाक लगातार इनकार कर रहा है कि हमला जैश ने कराया है। इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का बीबीसी को दिया एक इंटरव्यू वायरल हो रहा है, जिसमें महमूद कुरैशी खुद बोल रहे हैं कि हमले के बाद पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क किया था।
इंटरव्यू में पूछे गए सवाल-जवाब : बीबीसी का इंटरव्यू काफी लंबा है लेकिन जिस क्लिप में शाह महमूद कुरैशी ने जैश से संपर्क की बात कही है वो 39 सेकंड का है। वही क्लिप वायरल हो रही है।
रिपोर्टर : क्या आपको लगता है कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में है?
महमूद कुरैशी : नहीं, मैं श्योर नहीं हूं।
महमूद कुरैशी : नहीं, मैं श्योर नहीं हूं।
रिपोर्टर : पुलवामा हमले का जिम्मेदार जैश-ए-मोहम्मद है?
महमूद कुरैशी : नहीं..नहीं ऐसा नहीं है।
रिपोर्टर : जैश ने खुद ही हमले की जिम्मेदारी ली है?
महमूद कुरैशी : नहीं। जब लीडरशिप ने जैश से संपर्क किया, तब उन्होंने कहा कि नहीं। उन्होंने हमले से इनकार किया।
महमूद कुरैशी : नहीं। जब लीडरशिप ने जैश से संपर्क किया, तब उन्होंने कहा कि नहीं। उन्होंने हमले से इनकार किया।
रिपोर्टर : लीडरशिप में किसने जैश से संपर्क किया?
महमूद कुरैशी : वो लोग जो जैश से संपर्क में हैं।
महमूद कुरैशी : वो लोग जो जैश से संपर्क में हैं।
वायरल वीडियो :
अवलोकन करें:-
इस बयान से क्या फर्क पड़ सकता है : शाह महमूद कुरैशी का बयान पाकिस्तान और खुद पीएम इमरान खान के लिए भारी पड़ सकता है, क्योंकि पाक लगातार नकारता रहा है कि जैश का पुलवामा में हाथ है। इतना ही नहीं, इमरान खान लगातार कह रहे हैं कि पाक सरकार का आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में इंटरनेशनल मीडिया के सामने शाह महमूद कुरैशी का बयान पाक सरकार को झूठा साबित करता है। ये बयान भारत के डोजियर को और मजबूती देगा, साथ ही अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब होगा।(साभार)
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