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प्रतीकात्मक फोटो |
किसी हिन्दू साधु अथवा संत द्वारा कोई घिनौनी हरकत करने पर समस्त छद्दम समाज सुधारक एवं जनता के हितैषी नेता खूब शोर मचाते हैं, लेकिन चर्चों पर नन्नी कलियों को मसलने पर सबके मुंह में दही जम जाता है। क्योकि इनका उद्देश्य केवल एक है, "चाहे कुछ भी हो हिन्दू धर्म को बदनाम करना है, और ईसाई एवं मुस्लिम अपने पूजा स्थलों पर जो चाहे करें, हमें मुंह में दही जमा कर चुप बैठना है।" जिस तरह हिन्दू धर्म के विरुद्ध इनकी आवाज़ें निकलती हैं, अगर अन्य धर्मों के विरुद्ध ऐसे बोलने का साहस दिखाएं, तो शायद भविष्य में दोबारा अपना मुंह खोलने की हिम्मत नहीं कर पाएंगे।
धर्म की आड़ में यौन शोषण करने वाले एक 70 वर्षीय पादरी का घिनौना चेहरा सामने आया है। मामला केरल के एर्नाकुलम के चेंदामंगलम का है। यहाँ के सीरियन कैथलिक चर्च के पादरी जॉर्ज पदयट्टी ने आर्शीवाद लेने आई मासूम बच्चियों का यौन शोषण किया।
घटना पिछले महीने की है। जानकारी के मुताबिक, 9 साल की तीनों बच्चियाँ चर्च में अपनी सेवाएँ देने के बाद चर्च स्थित दफ्तर में पादरी का आशीर्वाद लेने गई थीं। इस दौरान आशीर्वाद देने के बहाने पादरी ने तीनों नाबालिगों से बारी-बारी से यौन शोषण किया। पुलिस ने बताया कि यह घटना एक महीने पुरानी है और केस दर्ज होने के बाद से ही पादरी फरार चल रहा है।
आरोपित पादरी जॉर्ज पदयट्टी के खिलाफ वडक्केकरा थाने में पॉक्सो ऐक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। मामला दर्ज कर पुलिस पादरी को गिरफ्तार करने में जुटी है। इस संबंध में साइरो-मालाबार चर्च के एक सूत्र ने बताया कि पादरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के साथ ही पुलिस की जाँच में सहयोग करने का आदेश दिया गया है।
केरल में 70 वर्षीय पादरी ने 3 नाबालिग बच्चियों से किया रेपhttps://t.co/8MmbDvdoK0 via @NavbharatTimes pic.twitter.com/z6JsiZ1IBt— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) September 20, 2019
इसी तरह की एक घटना में, थालास्सेरी पॉक्सो अदालत ने कैथोलिक पादरी रॉबिन वडक्कमचेरी को नाबालिग लड़की के साथ रेप करने और उसे कैद रखने के आरोप में 20 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। साथ ही उस पर 3 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
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