शाहीन बाग़ में सीएए विरोध प्रदर्शन के नाम पर चले रहे उपद्रव के मुख्य साज़िशकर्ता शरजील इमाम के ख़िलाफ़ अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उत्तर-पूर्वी भारत को शेष भारत से अलग करने के ख्वाब देखने वाला शरजील अपने ही बयानों के कारण बुरा फँस गया है। उसने न सिर्फ़ सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकेन्स नेक) को ठप्प करने के लिए लोगों को भड़काया था बल्कि पूरे देश में अराजकता का माहौल पैदा करने के लिए लोगों को उकसाया था। इसी क्रम में उसने जामिया, जेएनयू और शाहीन बाग़ से लेकर कोलकाता तक भड़काऊ बयान दिए थे।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने बयान जारी कर बताया कि क्राइम ब्रांच ईटानगर ने शरजील के ख़िलाफ़ मामल दर्ज किया है। खांडू ने कहा कि इस तरह के भड़काऊ बयान देकर भारत की क्षेत्रीय अखंडता और सम्प्रभुता को खंडित करने का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले असम के मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने बताया कि वहाँ भी शरजील के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। साथ ही अलीगढ़ पुलिस में भी उसके ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई है।
उधर सोशल मीडिया पर कई इस्लामी कट्टरवादी शरजील के समर्थन में उतर आए हैं। वहीं शाहीन बाग़ का एक धड़ा उसे विरोध प्रदर्शन से अलग दिखाने में लगा है क्योंकि पूरे उपद्रव की पोल खुल गई है। शाहीन बाग़ में गणतंत्र दिवस के दिन जोर-शोर से तिरंगा झंडा फहराया गया और संविधान का पाठ किया गया। दाग धोने के लिए संविधान और राष्ट्रीय प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि ऐसा लगे कि ये एक ‘आंदोलन’ है और ये देश के लिए किया जा रहा है।
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शरजील इमाम ने महात्मा गाँधी को सबसे बड़ा फासिस्ट नेता बताया था क्योंकि वो ‘राम राज्य’ की बात करते थे। इमाम ने अपने बयानों में ‘अल्लाहु अकबर’ सहित अन्य इस्लामिक नारे की वकालत की थी और कहा था कि गैर-मुस्लिमों को ऐसे नारे लगा कर सबूत देना होगा कि वो मुस्लिमों के साथ हैं, तभी उन्हें अपने साथ खड़ा माना जाएगा।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने बयान जारी कर बताया कि क्राइम ब्रांच ईटानगर ने शरजील के ख़िलाफ़ मामल दर्ज किया है। खांडू ने कहा कि इस तरह के भड़काऊ बयान देकर भारत की क्षेत्रीय अखंडता और सम्प्रभुता को खंडित करने का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले असम के मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने बताया कि वहाँ भी शरजील के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। साथ ही अलीगढ़ पुलिस में भी उसके ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई है।
This kind of provocation inciting secession of Assam & other NEstates from rest of India, creating communal disharmony, hampering severeignty & territorial Integrity of India will not be tolerated.— Pema Khandu (@PemaKhanduBJP) January 26, 2020
Crime branch Itanagar have registered Case no.2/2020 U/S124(A)/153(A)153(B) IPC https://t.co/YNJR7MepPS
उधर सोशल मीडिया पर कई इस्लामी कट्टरवादी शरजील के समर्थन में उतर आए हैं। वहीं शाहीन बाग़ का एक धड़ा उसे विरोध प्रदर्शन से अलग दिखाने में लगा है क्योंकि पूरे उपद्रव की पोल खुल गई है। शाहीन बाग़ में गणतंत्र दिवस के दिन जोर-शोर से तिरंगा झंडा फहराया गया और संविधान का पाठ किया गया। दाग धोने के लिए संविधान और राष्ट्रीय प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि ऐसा लगे कि ये एक ‘आंदोलन’ है और ये देश के लिए किया जा रहा है।
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