आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
संसद और राज्य सभा से नागरिकता संशोधक बिल पारित होने पर कानून बनते ही, मोदी विरोधी अपनी कुर्सी बचाने के लिए षड़यंत्र रचने में व्यस्त हो गए थे।
जिसको देखो, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के बयानों को दिल्ली जलाने के लिए आरोपित कर रहे हैं, लेकिन किसी ने कांग्रेस की उस रैली को उजागर करने का साहस नहीं किया, जिसमे गाँधी परिवार ने जनता को सडकों पर आने का आव्हान किया था। क्यों रामलीला मैदान, नई दिल्ली की रैली को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है? हकीकत में चिंगारी इसी रैली से निकली थी और आरोपित कोई और हो रहा है।
दूसरे, जब धरनों में "fuck hindutva", "हिन्दू तेरी कब्र खुदेगी", "मोदी तेरी कब्र खुदेगी", "योगी तेरी कब्र खुदेगी" आदि भड़काऊ पोस्टर और नारेबाजी हो रही थी, क्या किसी लिबरल मीडिया ने इसका विरोध किया? यदि नहीं, क्यों? CAA की आड़ में किसके इशारे पर हिन्दू विरोधी नारेबाजी हुई? क्या हिन्दू विरोध करने से उनकी TRP और रोजी-रोटी चलती है?
केंद्र सरकार और पुलिस को इसकी भी जाँच करनी होगी। जब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी, अराजक तत्व घिनौनी हरकतों से बाज़ नहीं आएंगे और जनता को साम्प्रदायिक दंगों से निजात दिलवाएं।
दिल्ली में दंगा भड़काने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है। लोगों ने आरोप लगाया है कि गांधी परिवार और कांग्रेसी नेताओं ने दिल्ली में सीएए विरोधी आंदोलन की आग में घी डालने का काम किया है। इसको लेकर सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर दिनभर #Arrest_Sonia_Gandhi ट्रेंड करता रहा। लोग सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि इस समय देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने घरों से बाहर निकलें और आंदोलन करें। देश को बचाना है तो हमें संघर्ष करना होगा। अब वक्त आ गया है कि घरों से निकलिए और आंदोलन कीजिए।

इसी रैली में सोनिया गांधी के बाद उनके बेटे राहुल गांधी ने भी लोगों को भड़काने का काम किया और कहा कि डरो मत, आपके साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी है। हमें मिलकर हिंदुस्तान के लिए हमें लड़ना है। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लोगों को उकसाते हुए कहा कि देश के एक-एक नागरिक से कहना चाहती हूं कि अपनी आवाज उठाएं। अगर आज आवाज नहीं उठाएंगे, झूठे प्रचार के चक्कर में दबे रहेंगे, चुप रहेंगे तो बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर द्वारा लिखा गया क्रांतिकारी संविधान दब जाएगा।
अवलोकन करें:-
संसद और राज्य सभा से नागरिकता संशोधक बिल पारित होने पर कानून बनते ही, मोदी विरोधी अपनी कुर्सी बचाने के लिए षड़यंत्र रचने में व्यस्त हो गए थे।
जिसको देखो, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के बयानों को दिल्ली जलाने के लिए आरोपित कर रहे हैं, लेकिन किसी ने कांग्रेस की उस रैली को उजागर करने का साहस नहीं किया, जिसमे गाँधी परिवार ने जनता को सडकों पर आने का आव्हान किया था। क्यों रामलीला मैदान, नई दिल्ली की रैली को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है? हकीकत में चिंगारी इसी रैली से निकली थी और आरोपित कोई और हो रहा है।
दूसरे, जब धरनों में "fuck hindutva", "हिन्दू तेरी कब्र खुदेगी", "मोदी तेरी कब्र खुदेगी", "योगी तेरी कब्र खुदेगी" आदि भड़काऊ पोस्टर और नारेबाजी हो रही थी, क्या किसी लिबरल मीडिया ने इसका विरोध किया? यदि नहीं, क्यों? CAA की आड़ में किसके इशारे पर हिन्दू विरोधी नारेबाजी हुई? क्या हिन्दू विरोध करने से उनकी TRP और रोजी-रोटी चलती है?
केंद्र सरकार और पुलिस को इसकी भी जाँच करनी होगी। जब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी, अराजक तत्व घिनौनी हरकतों से बाज़ नहीं आएंगे और जनता को साम्प्रदायिक दंगों से निजात दिलवाएं।
दिल्ली में दंगा भड़काने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है। लोगों ने आरोप लगाया है कि गांधी परिवार और कांग्रेसी नेताओं ने दिल्ली में सीएए विरोधी आंदोलन की आग में घी डालने का काम किया है। इसको लेकर सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर दिनभर #Arrest_Sonia_Gandhi ट्रेंड करता रहा। लोग सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि इस समय देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने घरों से बाहर निकलें और आंदोलन करें। देश को बचाना है तो हमें संघर्ष करना होगा। अब वक्त आ गया है कि घरों से निकलिए और आंदोलन कीजिए।

यदि कपिल मिश्रा के बयान के बाद हिंसा भड़की और उनकी गिरफ्तारी होना चाहिए तो— ARYAN (@mraryan_2) February 27, 2020
कुछ दिन पूर्व सोनिया गांधी के बयान CAA के विरोध में सड़कों पर उतरो के ठीक बाद जामिया, सीलमपुर में भारी हिंसा हुई थी
तो पहले सोनिया गांधी की गिरफ़्तारी होना चाहिए#Arrest_Sonia_Gandhi #ArrestTahirHussain pic.twitter.com/TD2GZIl2yM
— Mad Monk 🤠 (@iVenkatMunna) February 26, 2020
— विवेक राजपुरोहित (@VivekRa66997256) February 26, 2020
After CAA Implementation, It was the Madam Soniya who told Janta to come out of home on the read for qurbani. She also looks responsile for Riots happened in Delhi-#Arrest_Sonia_Gandhi— संतोष जायसवाल (@skjaiswal78) February 26, 2020
आज समय है सब कुछ भूलकर एक होने का । @KapilMishra_IND जी को मेरा पूर्ण समर्थन है। कपिल भाई ने कुछ भी ग़लत नहीं कहा ।— हरि मांझी (@HariManjhi) February 25, 2020
— बच्चन भईया😎 (@nati0nfirst) February 26, 2020
It's a challange for @DelhiPolice @BJP4India @BJP4Delhi @HMOIndia to #Arrest_Sonia_Gandhi. You will never succeed without eliminating the root cause of the #DelhiRiots— Abhishek Chaturvedi (@vns1Abhishek) February 26, 2020
दिल्ली दंगों के लिए सबसे ज़्यादा दोषी सोनिया गांधी हैं जिन्होंने #CAA पर गलत जानकारी लोगों को दी और पब्लिक को दंगे के लिए भड़काया।— Ravi saraswat (@Ravisaraswat15) February 27, 2020
#Arrest_Sonia_Gandhi
Jab bada ped girta hai to dharti hilti hai type— Nandini Idnani (@idnani_nandini) February 27, 2020
2.0 #1984SikhGenocide
Call for violence #Arrest_Sonia_Gandhi #IndiaFirst pic.twitter.com/JX9HCFyJaw
देखिए वीडियो-
अवलोकन करें:-
No comments:
Post a Comment