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प्रतीकात्मक |
दिल्ली में कोरोना के कदम रखते ही, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उनकी सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं, लेकिन केजरीवाल टीवी पर कहते हैं "हमें लोगों की जान बचानी है", उनका यह कथन कितना खोखला है, लोक नायक अस्पताल से पता चलता है। इस अस्पताल ने केजरीवाल और उनकी सरकार को पूर्ण रूप से बेनकाब कर दिया है। क्या दिल्लीवासियों को अँधेरे में रखा जा रहा है?
आखिर कितना झूठ बोलोगे केजरीवाल?
क्या दफ़नाने के लिए कम रही कब्रिस्तानों की जगह शमशानों में शवों को जलाया जा रहा है? क्या इसलिए दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड मिलेनियम पार्क को कब्रिस्तान में परिवर्तित की मांग कर रहा था? केजरीवाल दिल्ली वालों को सच्चाई बताओ कि अब तक दिल्ली में कितने पीड़ित हैं और कितनों की मौत हो चुकी है?
दिल्ली के निगमबोध शवदाह गृह से 8 शवों को वापस अस्पताल लौटा दिया गया क्योंकि वहाँ पर और शवों के अंतिम संस्कार के पर्याप्त साधन मौजूद नहीं थे। दिल्ली स्थित निगमबोध घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए 6 सीएनजी भट्टियाँ हैं, जिनमें से सिर्फ 2 ही काम कर रही हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली लोक नायक अस्पताल के कोरोना वायरस शवगृह के अंदर, 108 शव मौजूद हैं। पोस्टमॉर्टम हाउस के अधिकारियों का कहना है कि वहाँ शवों के सभी 80 भंडारण रैक पूरी तरह भरे हुए हैं और फर्श पर 28 शव एक-दूसरे के ऊपर ढेर लगाकर रखे हुए हैं।
निगमबोध घाट इलेक्ट्रिक शवदाह गृह की छह सीएनजी भट्टियों में से तीन सोमवार तक काम कर रही थीं मगर उनमें से एक उसी रात खराब हो गई। श्मशान के एक अधिकारी ने बताया कि वो अधिक बोझ नहीं ले सके और इसलिए शव वापस लौटा दिए। मंगलवार को अतिरिक्त घंटे काम करने के बाद भी वो सिर्फ 15 शवों को स्वीकार कर सके।
मंगलवार को, आठ शवों को निगमबोध घाट सीएनजी श्मशान से लौटा दिया गया था क्योंकि यह अब और अधिक शवों को रखने की स्थिति में नहीं थी। इसकी छह भट्टियों में से केवल दो ही काम कर रही थीं।
दिल्ली स्थित लोकनायक अस्पताल दिल्ली में कोरोना के इलाज का सबसे बड़ा अस्पताल है। इसके पोस्टमॉर्टम हाउस में सिर्फ उन लोगों के शव रखे गए हैं, जिनकी मौत कोरोना वायरस से हुई है या जिनके द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका है। शवों को पीपीई किट में लपेट कर रखा गया है और जो मेडिकल स्टाफ ड्यूटी पर लगे हैं वो भी पीपीई किट पहनकर ही काम कर रहे हैं।
बुधवार (मई 27, 2020) को दिल्ली में कोरोना वायरस के 792 नए मामलों की पुष्टि हुई है। राजधानी दिल्ली में आज कोरोना वायरस के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 15,257 तक पहुँच गई है। इस बीच 15 लोगों की मौत हुई और दिल्ली में मौत का आँकड़ा 303 हो गया।
पूरे देशभर की यदि बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,566 नए मामले सामने आए हैं और 194 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1,58,333 हो गई है, जिनमें से 4,531 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
अवलोकन करें:-
(दिल्ली में कोरोना के नाम पर सीलिंग का ड्रामा : पुरानी दिल्ली में चांदनी महल थाना क्षेत्र अप्रैल 10 से आज मई 28 तक सील है, क्यों? जबकि अन्य क्षेत्रों में जहाँ से कोरोना मरीज मिल रहे हैं, केवल उसी क्षेत्र को सील किया जा रहा है, वह भी एक निश्चित अवधि के लिए, इतने लम्बे समय के लिए नहीं। क्या कारण है कि चांदनी महल थाना क्षेत्र इतने लम्बे समय से सील है। क्या नितरोज कोरोना मरीज निकल रहे हैं, जिसे दिल्ली सरकार छुपा रही है? इस क्षेत्र में कोई बैंक नहीं, लोग खर्चे के लिए कहाँ जाएं, दिल्ली सरकार कब सोंचेगी? जब तक सरकार नहीं चाहेगी, दिल्ली पुलिस अपनी मर्जी से टीन नहीं हटा सकती। (इटालिक्स जोड़ा गया है))
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