भारत के विरुद्ध पाकिस्तान भले ही चीन के समक्ष समर्पण कर बैठा हो लेकिन अब चीन के ही लोग पाकिस्तानियों को प्रताड़ित करने पर उतर आए हैं। नमाज को इस्लाम के 5 मूलभूत सिद्धांतों में से एक माना जाता है लेकिन पाकिस्तान में चीन की कुछ कंपनियों ने मुसलमानों द्वारा ऑफिस की अवधि में नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगा दी है। लेकिन भारत के मुसलमानों के लिए छाती पीटने वाले इमरान खान खामोश, क्यों? इतना ही नहीं, भारत में आतंकवाद के नाम पर खून बहाने वाले हाफिज सईद, अजहर मसूद आदि सब खामोश हैं। जबकि यह अत्याचार कहीं और नहीं, पाकिस्तान में ही, उनकी नाक के नीचे हो रहा है। जो सिद्ध करता है कि पाकिस्तान के सियासतदारों को किसी मुसलमान की चिंता नहीं, बस कश्मीर और भारतीय मुसलमानों की आवाज़ उठाकर अपने आवाम पागल बनाते रहो और दूसरी तरफ दुनियां से पैसे ऐंठते रहो....।
सोशल मीडिया पर जुमे के दिन शुक्रवार (जून 26, 2020) का एक मौलवी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे इस खुलासे को बल मिला है।
उक्त मौलवी ने वीडियो में पाकिस्तान के लोगों को इन मामलों में कड़ा रुख अख्तियार करने की सलाह दी है। पाकिस्तानी मौलवी ने कहा कि पाकिस्तान के लोग चीन को ये बता दें कि वहाँ के लोगों को अगर पाकिस्तान में रहना है तो यहाँ के स्थानीय नियम-क़ायदों के हिसाब से चलना पड़ेगा क्योंकि ये मुल्क उनकी जागीर नहीं है। मौलवी ने कहा कि चीन की कंपनियों में काम कर रहे लोग नमाज नहीं पढ़ पा रहे हैं। उन्हें अपनी नौकरी जाने का भय सता रहा है।
पाकिस्तान के मौलवी ने कहा कि चीन की कंपनियों द्वारा अपने पाकिस्तानी कर्मचारियों को नमाज न पढ़ने देना अब पाकिस्तान के सेल्फ-रेस्पेक्ट का मुद्दा बन गया है। मौलवी ने पाकिस्तानियों को मजबूती से खड़ा होने की अपील की। बता दें कि चीन सैन्य मामलों में पाकिस्तान का सबसे विश्वस्त मित्र है और उसने पाकिस्तान में भारी निवेश भी कर रखा है। वो समय-समय पर अंतररष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के पक्ष भी लेता रहा है।
बदले में पाकिस्तान भी चीन के शिनजियांग में उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर चुप रहता है। आए दिन इस्लाम और पैगम्बर मुहम्मद की बात करने वाले इमरान खान शिनजियांग में चीन द्वारा 20 लाख मुसलमानों को प्रताड़ना कैम्प में डाले जाने, वहाँ की महिलाओं के साथ चीनी अधिकारियों के सोने और उनका गर्भपात कराने वाली ख़बरों पर चुप्पी साधे रखते हैं। लेकिन, अब चीन के कारण पाकिस्तान में ही समस्याएँ खड़ी हो रही हैं।
इसके अलावा कराची से भी एक घटना सामने आई है, जहाँ एक मुस्लिम व्यक्ति को चीनी नागरिकों ने इसीलिए जम कर मारा-पीटा क्योंकि वो नमाज पढ़ रहा था। एक वायरल वीडियो में लोगों को खून से लथपथ व्यक्ति को ले जाते हुए देखा जा सकता है। काश! भारत में किसी हिन्दू ने ऐसी घटना को अंजाम दिया होता, पाकिस्तान समेत सारे छद्दम धर्म-निरपेक्ष चील-कौए की तरह उस हिन्दू अथवा कंपनी के खून के प्यासे बन चुके होते। सारे #not in my name, #intolerance, #mob lynching और #award vapsi आदि गैंगस्टर अपने-अपने बिलों से बाहर आकर चीख-पुकार कर रहे होते।इतना ही नहीं, चीन में मुसलमानों के दाढ़ी रखने और मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब एवं बुर्का पहनने पर भी पाबन्दी लगी हुई है, जिससे कई मुस्लिम मुल्क और संगठन कम्युनिस्ट पार्टी से नाराज़ हैं लेकिन पाकिस्तान इसे नज़रअंदाज़ करता आया है।
अवलोकन करें:-
सोशल मीडिया पर जुमे के दिन शुक्रवार (जून 26, 2020) का एक मौलवी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे इस खुलासे को बल मिला है।
उक्त मौलवी ने वीडियो में पाकिस्तान के लोगों को इन मामलों में कड़ा रुख अख्तियार करने की सलाह दी है। पाकिस्तानी मौलवी ने कहा कि पाकिस्तान के लोग चीन को ये बता दें कि वहाँ के लोगों को अगर पाकिस्तान में रहना है तो यहाँ के स्थानीय नियम-क़ायदों के हिसाब से चलना पड़ेगा क्योंकि ये मुल्क उनकी जागीर नहीं है। मौलवी ने कहा कि चीन की कंपनियों में काम कर रहे लोग नमाज नहीं पढ़ पा रहे हैं। उन्हें अपनी नौकरी जाने का भय सता रहा है।
पाकिस्तान के मौलवी ने कहा कि चीन की कंपनियों द्वारा अपने पाकिस्तानी कर्मचारियों को नमाज न पढ़ने देना अब पाकिस्तान के सेल्फ-रेस्पेक्ट का मुद्दा बन गया है। मौलवी ने पाकिस्तानियों को मजबूती से खड़ा होने की अपील की। बता दें कि चीन सैन्य मामलों में पाकिस्तान का सबसे विश्वस्त मित्र है और उसने पाकिस्तान में भारी निवेश भी कर रखा है। वो समय-समय पर अंतररष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के पक्ष भी लेता रहा है।
An innocent man was brutally beaten up by 5 Chinese in #Karachi because he was offering Namaz.— Farah Khan (@FaraaahKhan) June 29, 2020
Along with CPEC, China will also reign over Pakistan. Imran Khan aftr the big surrender in 1971 this will be the next on the platter of #Pakistan.@TarekFatah @arifaajakia @Chellaney pic.twitter.com/EYEVYHhVxa
बदले में पाकिस्तान भी चीन के शिनजियांग में उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर चुप रहता है। आए दिन इस्लाम और पैगम्बर मुहम्मद की बात करने वाले इमरान खान शिनजियांग में चीन द्वारा 20 लाख मुसलमानों को प्रताड़ना कैम्प में डाले जाने, वहाँ की महिलाओं के साथ चीनी अधिकारियों के सोने और उनका गर्भपात कराने वाली ख़बरों पर चुप्पी साधे रखते हैं। लेकिन, अब चीन के कारण पाकिस्तान में ही समस्याएँ खड़ी हो रही हैं।
इसके अलावा कराची से भी एक घटना सामने आई है, जहाँ एक मुस्लिम व्यक्ति को चीनी नागरिकों ने इसीलिए जम कर मारा-पीटा क्योंकि वो नमाज पढ़ रहा था। एक वायरल वीडियो में लोगों को खून से लथपथ व्यक्ति को ले जाते हुए देखा जा सकता है। काश! भारत में किसी हिन्दू ने ऐसी घटना को अंजाम दिया होता, पाकिस्तान समेत सारे छद्दम धर्म-निरपेक्ष चील-कौए की तरह उस हिन्दू अथवा कंपनी के खून के प्यासे बन चुके होते। सारे #not in my name, #intolerance, #mob lynching और #award vapsi आदि गैंगस्टर अपने-अपने बिलों से बाहर आकर चीख-पुकार कर रहे होते।इतना ही नहीं, चीन में मुसलमानों के दाढ़ी रखने और मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब एवं बुर्का पहनने पर भी पाबन्दी लगी हुई है, जिससे कई मुस्लिम मुल्क और संगठन कम्युनिस्ट पार्टी से नाराज़ हैं लेकिन पाकिस्तान इसे नज़रअंदाज़ करता आया है।
अवलोकन करें:-
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