किंडल पर मौजूद किताबें
अमेजन के किंडल एडिशन पर साहित्य के नाम पर तमाम तरह की अश्लील और रेप कल्चर को डिफाइन करने वाली सामग्री मौजूद हैं। शर्मनाक बात यह है कि इसमें खास कर मुस्लिम युवकों और हिंदू महिलाओं का प्रमुख रूप से जिक्र किया गया है।
स्वराज पर प्रकाशित लेख के अनुसार इस प्लेटफऑर्म पर Indian Hindu wife’s affair with her Muslim lover नाम की किताब अनलिमिटिड सब्सक्रिप्शन पर फ्री में पढ़ने के लिए मौजूद है। इस किताब की लेखिका का नाम नीलिमा स्टिवन्स है। 35 पृष्ठों की किताब के कवर पेज में एक व्यक्ति इस्लामी टोपी पहने दिखता है। वहीं महिला डीप क्लिवेज दिखाते हुए बिंदी लगाए नजर आती है।
इस किताब में श्वेता नाम की महिला और उसकी सहेली राजिया के शौहर अशरफ के बीच शारीरिक संबंधों पर बात हुई है। हिंदू महिलाओं के चरित्र पर सवाल खड़ा करते हुए मुस्लिम युवक को एक स्टड की तरह दिखाया गया है। अंत में ये भी बता दिया गया कि शाकाहारी श्वेता कैसे अशरफ के कहने पर माँस खाने लगती हैं और यौन संबंध बनाने के लिए उससे पैसे लेने को भी राजी हो जाती है।
स्वराज की रिपोर्ट के एक पैरा ग्राफ में किताब केअंश
स्वराज्य की रिपोर्ट कहती है कि इस लेखक के नाम पर किंडल में 20 किताब मौजूद हैं। अगली किताब का नाम- Indian wife cheating: sex with neighbour है। इस किताब में एक हिंदू महिला की व्याख्या एक रूढ़िवादी अय्यर परिवार से जोड़ कर की जाती है जो धार्मिक माहौल में पलती-बढ़ती है। इसके अलावा इस किताब में दूसरा कैरेक्टर महिला का पड़ोसी है जिसका नाम मुर्शीद शेख है। किताब में महिला के लिए मद्रासी वेश्या (Madrasi prostitute) और रं$# हिंदू कु*या (whore Hindu bitch) जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है।
एक अन्य किताब इसी लेखिका की Cheating wife’s affair with husband’s friend के नाम से है। किताब के एक पैराग्राफ में हिंदू महिला को लेकर कहा गया है, “विनीता मुस्लिम युवक के लिंग की पूजा करती है और उसके गुप्तांग के कोने कोने से होकर गुजरती है।”
इसके बाद हिंदू महिला और मुस्लिम पुरूष के संबंधों पर रेप फैंटसी को लिखने वालों में एक नाम सुनीता सरण का भी है। इस लेखिका की आधा दर्जन किताबें ईबुक के रूप में किंडल पर मौजूद हैं। इनमें से एक किताब में ‘भारतीय पत्नी की कामुक दास्तां’ का जिक्र किया जाता है और कहा जाता है कि कैसे वो मुस्लिम माफिया के लिए रात में भोग वस्तु बन गई।
इस किताब में एक आदमी दाढ़ी में दिख रहा है जबकि महिला साड़ी में नजर आ रही हैं। किताब का उद्देश्य सिर्फ ये बताना है कि कैसे महिला को उसकी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर हर रात मुस्लिम डॉन उसका बलात्कार करता है और महिला चुपके चुपके इस बलात्कार को एंजॉय करती है।
इस रेप लिटरेचर को बढ़ावा देने वाले अगले लेखक का नाम पविश सिंह है। इनकी किताब किंडल पर 226 रुपए में मौजूद है। इसका शीर्षक Hindu wife sexy encounter with Muslim driver है।
अन्य लेखक इस सूची में निक्की रवलानी हैं। इनकी दो किताबें इस प्लेटफॉर्म पर हैं। इनमें से एक का नाम Four tales of high-class married Hindu women being taken by low-class Muslim males है। जो किंडल पर मात्र 164 रुपए में मौजूद है। ये साऱी किताबें 2015,2016, 2017 में पब्लिश हुई हैं।
ये सारी किताबें, इनमें निहित विषय सामग्री आदि से साफ पता चल रहा है कि किताबों के पब्लिशर ने अमेजन किंडल पर डायरेक्ट पब्लिशिंग सर्विस का फायदा उठाकर आसानी से इन घृणित विषयों को पब्लिक स्पेस में उतारा। इसके लिए फेक पब्लिशर्स के नामों का इस्तेमाल भी किया गया।
इस प्लेटफॉर्म पर जहाँ हिंदू महिलाओं और मुस्लिम पुरूषों को लेकर अश्लील सामग्री मौजूद है। वहीं दूसरी ओर मुस्लिम महिलाओं के साथ हिंदू पुरूषों के संबंध पर भी किताब है। मगर, इसमें भी हिंदू पुरूष को अत्याचारी दिखाया गया। जैसे सना खान की किताब के कवर पेज में लिखा है मुस्लिम बीवीयाँ वेश्या बन रही हैं और नीचे लिखा है भारतीय मुस्लिम महिला को हिंदू स्टड ने किया डॉमिनेट।
अब ऐसी किताबों के शीर्षक पढ़कर कहाँ से लग रहा है कि इनका मकसद समाज को साहित्य के नाम पर उसका आइना दिखाना है। वो भी तब जब आए दिन हिंदू महिलाएँ कट्टरपंथियों की बर्बरता का शिकार हो रही हैं। इन किताबों के शीर्षक भर पढ़ लेने से ऐसा लगता है जैसे रेप आदि का महिमामंडन किया जा रहा हो और एक विशेष समुदाय की महिलाओं और पुरूषों को मलिन किया जा रहा हो
अमेजन पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का सिलसिला बहुत पुराना है। साल 2017 में सुषमा स्वराज ने इस मामले को उठाया था। जिसके बाद अमेजन को माफी माँगनी पड़ी थी। उस समय अमेजन ने डोरमेट पर हिंदू देवी देवताओं की तस्वीर को डाला था।
अब हाल में स्वराज्य पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा की रिपोर्ट के बाद महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए अमजेन के वरिष्ठ अध्य़क्ष अमित अग्रवाल को ऐसी सामग्रियों पर रोक लगाने को कहा है जिनमें महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध को बढ़ावा दिया गया हो और एक समुदाय के लिए गलत संदेश दिया हो।
Women commission chief @sharmarekha mam has taken cognizance of my report on pornographic books on @amazonIN targetting women, and especially women of a particular community. pic.twitter.com/xWTJ103w6H
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) December 28, 2020
Notice doesn't mention the communal angle in it.
— Onc Doc (@veeronco) December 28, 2020
Crime is a crime deserving punishment, but it's the intent behind it that determines the strategy to prevent it.
Author needs to be investigated for source of funds and motivation
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