An image allegedly quoting a French Nobel Laureate on #COVID19 vaccines is circulating on social media
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 25, 2021
The claim in the image is #FAKE. #COVID19 Vaccine is completely safe
Do not forward this image#PIBFactCheck pic.twitter.com/DMrxY8vdMN
कई फर्जी खबरों/संदेशों के ज़रिए #कोविड टीकाकरण से जुड़े भ्रम फैलाए जा रहे हैं, इनमें से एक भ्रम यह है कि वैक्सीन महिलाओं व पुरुषों में संतानहीनता(infertility) का कारण हो सकती है!#PIBFactree
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 24, 2021
यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है व इससे संतानहीनता होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। pic.twitter.com/gVMShYYBqJ
जापान के नोबल पुरस्कार जीतने वाले ओर 4 साल तक चीन में काम करने वाले प्रोफेसर #टासुकू_होंजो का दावा, कोरोना प्राकृतिक नही कृत्रिम वायरस है जो चीन ने बनाया है। pic.twitter.com/ukrx2gH6Tw
— MANOJ KUMAR MEENA (@MANOJMEENARAJ) April 24, 2020
ये अफवाह फैलाने में नेतागण भी पीछे नहीं थे। उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद आशुतोष सिन्हा ने कहा था कि कोरोना का टीका लगाने से नुकसान हो सकता है और बाद में सरकार ये कह सकती है वो जनसंख्या कम करने के लिए इसे लगवा रही थी। उन्होंने कहा था कि वैक्सीन से लोग नपुंसक बन सकते हैं।
Ashutosh Sinha, MLC from @samajwadiparty was the 1st one to spread this - “Corona Vaccine can cause INFERTILITY” theory after his boss - @yadavakhilesh tried to derail the vaccination drive in UP & insult India’s scientists by declaring - “I will NOT take this BJP’s Vaccine” https://t.co/wUQdqBtlBV pic.twitter.com/U9Lg2NO6k3
— Shantanu Gupta (@shantanug_) May 19, 2021
Shamless position
— Jajabor (@jajabor_sanjeev) May 26, 2021
Shameful a position pic.twitter.com/jBysTZBVwO
अनपढ़ और गवांरों कि फौज इकट्ठा हो गई है SP में लेकिन इनके खुद के घर की अगली new generation लाइन में खड़े होकर वैक्सीन लगवाने में लगे हुए हैं और वो भी फ्री में चाहिये योगी सरकार द्वारा .
— Sudhir Singh (@sudhir17125) May 20, 2021
विडम्बना 😞😔
इसी तरह महाराष्ट्र के धनोरा तहसील में लोगों ने नपुंसक होने का डर जताते हुए वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया था। PIB ने भी अपने फैक्ट-चेक में इस तरह के अफवाहों को फर्जी करार दिया है।
We share our experience with them that we're healthy after taking the vaccine to encourage them. But they say frontline workers get different vaccines. We're trying to create awareness with help of other departments in the village: Sadashiv Mandawar pic.twitter.com/vxCyJrbvAv
— ANI (@ANI) May 19, 2021
It is important to give vaccines in villages and rural India as the healthcare system there is pretty bad than in the urban cities . But yes awareness should be created for vaccination in rural india !!
— Shrey🇮🇳 (@pappu_katappu) May 19, 2021
इसी तरह एक और पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद अगले 2 सालों में ही लोगों की मौत हो जाएगी। फ़्रांसिसी नोबेल पुरस्कार के विजेता लुक मोन्टैग्नीर के हवाले से उनकी तस्वीर के साथ ये बयान चलाया जा रहा है कि किसी ने कोरोना की कोई भी वैक्सीन ली हो, उसके बचने की कोई संभावना नहीं है। इसमें ये भी लिखा है कि हमें बड़े पैमाने पर लोगों के अंतिम संस्कार के लिए तैयार रहना चाहिए।
ये खबर भी बिलकुल फर्जी है और उन्होंने इस तरह का कोई बयान ही नहीं दिया है। इसी तरह जापान के नोबेल विजेता तासुकु होंजो के हवाले से भी उसकी तस्वीर लगा कर इसी तरह के बयान चलाए जा रहे हैं। इसमें लिखा है कि होंजो ने वुहान के लैब में काम किया है, जबकि ये भी झूठ है। वैज्ञानिकों ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
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