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शिवसेना की महिला नेता अनुपमा तिवारी (साभार: सोशल मीडिया) |
अनुपमा भोपाल की महिलाओं के घर जाकर उनसे समाजिक कार्यों में जुड़ने की बात कहती थी। इस तरह से वह काम पाने के लालच में उसके जाल में फँस जाती थीं। इसके बाद वह किसी न किसी बहाने से उन्हें सीहोर बुलाती और उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उनको देह व्यापार के लिए मजबूर करती थी। अनुपमा ने पुलिस को खुद बताया कि महिलाओं के तैयार होते ही वह उन्हें सेक्स रैकेट के वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ लेती थी। ये सभी महिलाएँ बैरागढ़ की रहने वाली हैं।
MP के सीहोर में शिवसेना की महिला नेत्री अनुपमा तिवारी कथित तौर पर सेक्स रैकेट चलाती पकड़ी गई।
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) November 8, 2021
पुलिस ने 4 लड़कियां, 3 कस्टमर, ड्राइवर, महिला मैनेजर और संचालिका को अरेस्ट किया है। सभी लड़कियां भोपाल की हैं। वह 2015 में शिवसेना के टिकट पर नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुकी है। pic.twitter.com/b94WYZTriQ
तिवारी को सीहोर में तत्कालीन ADM द्वारा योगाचार्य के रूप में सम्मानित भी कर चुके है।
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) November 8, 2021
वह ख़ुद को नेता के साथ समाज सेवी और पत्रकार भी बताती है। 8 नवंबर 2017 को एक कार्यक्रम में अनुपमा ने कहा था- प्रदेश में छोटी बच्चियां वहशी दरिंदों का शिकार हो रही हैं। @ShivSena @SpSehore
जाँच में पता चला है कि अनुपमा सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही अपने जाल में फँसाती थी। एएसपी सीहोर समीर यादव ने बताया कि अनुपमा का मानना था कि मजबूरी और बदनामी के डर से ऐसी महिलाएँ जल्दी राज नहीं खोलती हैं। इसी वजह से वह लंबे समय से देह व्यापार में लगी हुई थीं।
मूलरूप से होशंगाबाद की रहने वाली अनुपमा तिवारी ने साल 2015 में शिवसेना की टिकट पर नगर पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, जिसमें वह हार गई थी। सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें सीहोर के तत्कालीन अपर कलेक्टर द्वारा नेहरू युवा केंद्र के कार्यक्रम में योगाचार्य के रूप में उसे सम्मानित भी किया जा चुका है।
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