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साभार ट्विटर |
दूसरे, जिस यमुना का हथिनी कुंड तक स्वच्छ जल रहता है, फिर वज़ीराबाद के बाद गुजरते-गुजरते जो नालों का मिलना शुरू होता है, गंद की हालत सबके सामने हैं। हिन्दू धर्म गुरु महाराज देवकी नंदन ठाकुर जी ने अनेकों बार अपने समागमों में प्रवचनों में नदियों में मिलने वाले नालों से बचाने के उपायों का ज्ञान देते रहे हैं, लेकिन अंधे के आगे अपने नयन खोना। नरेंद्र मोदी के गुजरात मुख्यमंत्री बनने से पहले साबरमती नदी की लगभग दिल्ली वाली यमुना की हालत थी, लेकिन मोदी ने गंभीरता से काम किया जिस कारण गुजरात चुनाव में जाने वाले केजरीवाल पार्टी के नेता साबरमती नदी दर्शनार्थ जरूर जाते हैं, कितना स्वच्छ जल रहता है। लेकिन दिल्ली में बस दूसरों पर आरोप लगाते रहो, मुफ्त की रेवड़ियों का लालच देकर वोट लेते रहो।
Yehi hai farak kattar imandaar sarkar (Kejriwal) aur kattar bhrasht (BJP) ke sarkar mein. Aisa hai toh mujhe kattar brasht wala hi chahiye.
— Shashank Mukherjee (@SHASHANKMUKHERJ) October 27, 2022
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठे वादों का पर्वत खड़ा करते जा रहे हैं। वहीं इस पर्वत से निकलने वाला पानी यमुना नदी को और प्रदूषित कर रहा है। छठ पर्व से पहले केजरीवाल के झूठ के तैरते झागों को यमुना नदी में साफ देखा जा सकता है। केजरीवाल ने पिछले 8 साल में 8 बार वादा किया कि यमुना नदी को इतना साफ कर देंगे की लोग डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना मैली हैं और छठ घाट गंदे पड़े हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि दिल्ली सरकार छठ पूजा से पहले यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें जहरीले रसायन का छिड़काव कर रही है, जो यमुना में डुबकी लगाने वाले छठव्रतियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
केजरीवाल यमुना नदी में केमिकल का छिड़काव करवा रहा है ताकि मीडिया को झाग ना दिखें ……..छठ के त्योंहार से पहले ऐसा काम करना महापाप है pic.twitter.com/wk5UNcHEmg
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) October 28, 2022
जनता जानती है,यह कोई काम सही कराता नहीं है,इसके ऐसे आवश्यक कार्य,जिनमे शिक्षा, चिकित्सा,पानी, बिजली आदि है,उनको झूठ के साथ, जोर२से शोर हल्ला कर,सुपर क्लास काम कराने का बोध कराता है।जनता को इसके झूठे मक्कारी भरे बढ़बोले कामों को सिरे से नकारते हुए,चुनावो मे इसको सबक सिखाना चाहिए।
#WATCH | Delhi: Heavy pollution and toxic foam seen in river Yamuna ahead of #ChhathPuja. Visuals from Kalindi Kunj today. pic.twitter.com/d2BXlTjQQi
— ANI (@ANI) October 27, 2022— Daya Swaroop Singh Rajput (@daya_swaroop) October 28, 2022How many years it will last? But upstream of Yamuna , Hathnikund, barrage, that is Haryana the Yamuna water is clear and normal. The culprit is urban Delhi and its administration. The Delhi Govt people should take unholy dips here till the water becomes fit for holy-dip for all
— Sabyasachi Sarkar (@SarkarProtozyme) October 27, 2022
— Saffron Soul🚩 (@SaffronS0ul) October 28, 2022यमुना नदी में झाग हटाने के लिए जहरीले केमिकल का छिड़काव
छठ से पहले दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने यमुना के छठ घाटों की सफाई और सुविधाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन छठ महापर्व के शुरुआत के पहले ही दिन केजरीवाल के झूठ की पोल खुल गई। जमीनी हकीकत यह है कि छठ से पहले दिल्ली के यमुना नदी में भारी प्रदूषण के साथ जहरीला झाग देखा गया। कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी के पानी में जहरीला झाग तैरता दिखाई दिया। एलजी ने राजस्व और पर्यावरण विभाग को एनजीटी के आदेशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिये थे। उन्होंने यमुना को प्रदूषित होने से रोकने के लिए कड़ाई से नजर रखने की बात भी की थी। इसके बावजूद भी यमुना नदी में ये जहरीला झाग तैर रहा है।
जहरीले केमिकल से नाकामी छुपाने की कोशिश
केजरीवाल सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने और लोगों को मूर्ख बनाने के लिए यमुना नदी के जहरीले झाग की सफाई का आदेश दिया। इसके बाद दिल्ली जल बोर्ड की एक टीम नदी के सतह पर केमिकल का छिड़काव कर रही है। दिल्ली जल बोर्ड के केमिकल छिड़काव करने का वीडियो एएनआई ने पोस्ट किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी यमुना नदी के सतह पर केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं। छिड़काव करने का दृश्य यमुना नदी के कालिंदी कुंज का है।
#WATCH | A team of Delhi Jal Board sprays chemical into Yamuna to dissolve the toxic foam seen on the surface of the river. Visuals from Kalindi Kunj. pic.twitter.com/0y18sFw4Nf
— ANI (@ANI) October 28, 2022
राघव चड्ढा गुजरात सरकार की नदी सफाई की प्रशंसा कर प्रचार करते हुए। 👇👇https://t.co/v5LkROKtaO
— कंसलटेंट डिटेक्टिव ☭ (@36gadhiyaBabu) October 28, 2022
जहरीला केमिकल छठव्रतियोंं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सासंद मनोज तिवारी ने गुरुवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल ने वर्ष 2013 में दावा किया था कि वह यमुना को इतना साफ कर देंगे कि लोग डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन आज भी यमुना में झाग तैर रहा है। उन्होंने केजरीवाल सरकार पर यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें खतरनाक केमिकल का छिड़काव करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया, “ हमने प्रदूषण की स्थिति का जायजा लेने के लिए यमुना का दौरा किया। हमें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि झाग को छुपाने के लिए बहुत ही जहरीला रसायन का छिड़काव किया जा रहा था।’
जीवन देने का वादा करके मौत बांट रही केजरीवाल सरकार
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लिए प्रदूषण कोई मुद्दा नहीं है। यदि होता तो दिल्ली के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री छठ पर्व से पहले यमुना के किनारे जाते। मुख्यमंत्री वहां गए जहां पहले से लैंडफिल साइट है। दिल्ली सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए दिल्ली के लोगों विशेषकर व्रत करने वालों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जीवन देने का वादा करके मौत बांट रहे हैं।
— Rajat ࿗ ₹जत ࿗ 🇮🇳 (@Rajat27_) October 28, 2022
केवल स्वयं को धोखा देने की सोच है। दुनिया जहान के रसायन पदार्थों से दूषित यमुना नदी में उफनते इन जहरीले सफेद झाग को दूर करने के बजाय इसमें और कैमिकल इस्तेमाल कर नदी में ही घोलने की कवायद है!
— 🇮🇳 BN Sharma, IG (Retd) (@BholaNath_BSF) October 28, 2022
क्या यह रसायन नदी को और प्रदुषित नहीं करेगा!
क्या #राष्ट्रीयहरितन्यायाधिकरण संज्ञान लेगा!
पर्यावरणविदों ने केजरीवाल की राजनीतिक मंशा पर उठाया सवाल
छठ पूजा से पहले पर्यावरणविदों ने दिल्ली सरकार पर यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए ”पर्याप्त कार्रवाई नहीं करने” का आरोप लगाया, क्योंकि गुरुवार को कालिंदी कुंज के पास नदी का कुछ हिस्सा जहरीले झाग से ढका था। पर्यावरणविद विमलेन्दु झा ने कहा कि नदी में लगातार झाग बनने का मुख्य कारण राजनीतिक मंशा की कमी, यमुना को साफ करने में तत्परता और ठोस कार्रवाई का अभाव जिम्मेदार है। झा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”पर्यावरण शासन दिल्ली सरकार के लिए प्राथमिकता नहीं लगता है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि राजनीतिक इरादे की कमी है, यमुना की सफाई को लेकर कोई तत्परता नहीं है और ठोस कार्रवाई का अभाव है, जिससे बार-बार नदी में झाग की समस्या पैदा होती है।”
केमिकल “सिलिकॉन डिफॉर्मर” से हो सकती है कैंसर जैसी बीमारियां
एक अन्य पर्यावरणविद् भावरीन कंधारी ने आरोप लगाया कि लापरवाही और ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण हर साल जहरीले झाग से नदी के कुछ हिस्से ढक जाते हैं। कंधारी ने कहा, ‘‘यमुना और हिंडन किनारों पर, सैकड़ों फार्महाउस और उद्योग प्रदूषकों को नदी में छोड़ रहे हैं। लगभग 92 नाले हैं जो सीधे यमुना में खुलते हैं, जिनमें से 62 पर कोई शोधन नहीं होता हैं। इसलिए, लापरवाही और वास्तविक कार्रवाई की कमी के कारण यमुना में हर साल जहरीला झाग पैदा होता है।’’ डॉ.कबीर सरदाना ने साफ कह दिया कि यमुना में झाग को ख़त्म करने के लिए जो जहरीला “सिलिकॉन डिफॉर्मर” डाला गया हैं। वह एक हानिकारक केमिकल हैं जिससे लोगों को तमाम कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
जहरीले पानी में नहाने से छठव्रतियों को होती है खुजली
केजरीवाल सरकार की नाकामी की वजह से छठव्रती जहरीले पानी में छठ व्रत करने के लिए मजबूर है। काफी पवित्र माने जाने वाला छठव्रत को आज सरकारी लापरवाही की वजह से प्रदूषित और जहरीले जल में करना पड़ रहा है। एक स्थानीय महिला ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, “कल से छठ का त्योहार शुरू हो जाएगा तो हम चाहते हैं कि यहां पर साफ-सफाई हो जाए। हर साल यहां पर सफाई नहीं होती है, यहां पर नहाने से खुजली होती है लेकिन हमारी मजबूरी है तो सरकार को कुछ करना चाहिए।” गौरतलब है कि इस साल छठ पूजा 30 और 31 अक्टूबर को होने जा रही है।
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