राजस्थान : लड़कियों की हो रही बिक्री, मना करने पर उनकी माँओं का बलात्कार, NHRC का गहलोत सरकार को नोटिस

दैनिक भास्कर में प्रकाशित रिपोर्ट
राजस्थान में महिलाओं की दुर्दशा पर हाथरस आदि पर हंगामा करने वाले कहाँ है? क्या उनके घरों में मातम मचा है, जो कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है? कहाँ है, राहुल गाँधी, प्रियंका वाड्रा, अखिलेश यादव, अरविन्द केजरीवाल, स्वरा भास्कर आदि? क्या राजस्थान में कांग्रेस की आड़ में मुग़ल शासन चल रहा है? राजस्थान में कांग्रेस शासित अशोक गहलोत की सरकार महिलाओं को कितना नीचे गिराएगी? क्या राजस्थान में महिलाओं का कोई आत्मसम्मान नहीं? अगर किस भाजपा शासित राज्य में ऐसा हो रहा होता, ये जितने भी ठोंगी नेता अब तक आसमान सिर पर उठा चुके होते, देश में हाहाकार मचवा देते, लेकिन कांग्रेस शासित राज्य में लड़कियों की बिक्री और मना करने पर उनकी माताओं का बलात्कार होने पर किसी की आवाज़ नहीं निकल रही? कांग्रेस में महिला वर्ग भी चुप है, क्यों?  

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने राजस्थान सरकार को नोटिस भेजा है। यह नोटिस 8 से 18 साल की लड़कियों की नीलामी को लेकर भेजा गया है। आयोग ने इस संबंध में राज्य सरकार से चार सप्ताह में जवाब देने को कहा है।

मीडिया रिपोर्ट से राजस्थान में स्टाम्प पेपर पर लड़कियों को बेचे जाने के मामले का खुलासा हुआ था। इसमें बताया गया था कि मना करने पर लड़कियों की माँ के साथ रेप किया जाता है। इसके पीछे जातीय पंचायतों की भूमिका बताई गई थी। गुलामी में लड़कियों का शारीरिक शोषण होता है। उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। यौन उत्पीड़न होता है।

इसी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने गुरुवार (27 अक्टूबर 2022) को नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है मीडिया रिपोर्ट में जिस घिनौनी प्रथा का दावा किया गया है, वह मानवाधिकारों का उल्लंघन है। इस संबंध में की गई कार्रवाई को लेकर राज्य के मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट माँगी गई है। पुलिस महानिदेशक से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा शुरू कर विस्तार से रिपोर्ट देने को कहा गया है।

पंचायत बना रही लड़कियों को गुलाम 

लड़कियों की ब्रिकी से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट राजस्थान के भीलवाड़ा से संबंधित है। इसमें पीड़ितों के हवाले से बताया गया है कि लड़कियों को नीलाम कर देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशों तक भेजा जा रहा है। इसमें बताया गया है कि भीलवाड़ा की कई बस्तियों में दो पक्षों के बीच विवाद या कर्ज के मामलों का निपटारा पुलिस की जगह जातीय पंच कर रहे हैं। वे लड़कियों की नीलामी करवा रहे हैं। इनकार करने पर उनकी माताओं से बर्बरता की जाती है।

रिपोर्ट में कई मामलों का जिक्र किया गया है। ऐसे ही एक मामले के बारे में बताया गया है कि 15 लाख रुपए के भुगतान के बदले जातीय पंचायत ने एक आदमी को पहले अपनी बहन को बेचने के लिए मजबूर किया। इसके बाद उसे 12 साल की बेटी को बेचने को मजबूर किया गया। इस तरह एक-एक कर उस व्यक्ति की सभी पाँच बेटियाँ गुलाम बन गई। बावजूद उस व्यक्ति का कर्ज खत्म नहीं हुआ।

बीजेपी ने गहलोत सरकार को घेरा

लड़कियों की बिक्री का मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है, “कांग्रेस पार्टी का नारा है- लड़की हूँ लड़ सकती हूँ। लेकिन हकीकत राजस्थान में देखें, जहाँ बहन-बेटियों की खुलेआम नीलामी चल रही है। कांग्रेस के कुशासन से तंग आकर अब राजस्थान की बेटियाँ कह रही हैं- ‘लड़की हूँ बच सकती हूँ, तभी तो राजस्थान में रह सकती हूँ।”

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