‘अंग्रेजों के जासूस थे अटल बिहारी वाजपेयी, स्वतंत्रता सेनानियों को पकड़वाया’: गौरव पाँधी, कांग्रेस नेता ने उगला ज़हर

कॉन्ग्रेस नेता गौरव पाँधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को बताया अंग्रेजों का मुखबिर (फोटो साभार: Zee, ABP)
कहते हैं बुढ़ापे में अक्ल सठिया जाती है, ठीक वही स्थिति कांग्रेस की है, जो भारत की सबसे पुरानी पार्टी है यानि सठियापन उजागर होना शुरू हो चूका है। कभी गाली कभी निराधार आरोप। आज की सठियाई कांग्रेस यह भी भूल गयी कि अटल बिहारी वाजपेयी पर आरोप लगाने से पूर्व यह भूल गए कि जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गाँधी तक जितने भी कांग्रेस प्रधानमंत्री रहे, सभी ने अटल जी  की  प्रशंसा की है। 

कांग्रेस नेता गौरव पाँधी (Gaurav Pandhi) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ‘अंग्रेजों का मुखबिर’ बताया। इस बयान को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस से माफी की माँग की है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला (Shahzad Poonawala) ने कहा है कि वीर सावरकर से लेकर वाजपेयी जैसी हस्तियों का अपमान करना कांग्रेस की आदत बन गई है।

In 1942, like all other members of the RSS, Atal Bihari Vajpayee boycotted the Quit India Movement & worked as a British Informer reporting against those who participated in the andolan. Be it Nellie massacre or demolition of Babri, Vajpayee played an imp role in inciting mobs +

दरअसल, कांग्रेस नेता गौरव पाँधी ने ट्वीट कर अटल बिहारी वाजपेयी को ‘अंग्रेजों का मुखबिर’ बताने के साथ ही उन्हें भीड़ को उकसाने वाला बताया था। पाँधी ने ट्वीट कर कहा था, “1942 में, आरएसएस के अन्य सभी सदस्यों की तरह, अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का बहिष्कार किया और आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ अंग्रेजों के मुखबिर के रूप में काम किया।”

In 1942, like all other members of the RSS, Atal Bihari Vajpayee boycotted the Quit India Movement & worked as a British Informer reporting against those who participated in the andolan. Be it Nellie massacre or demolition of Babri, Vajpayee played an imp role in inciting mobs +
+ There is a reason why BJP leaders today always liken Modi with Gandhi, Patel or other Congress leaders and not Savarkar, Vajpayee or Golwalkar. They know the truth!

पाँधी ने यह भी कहा, “नेली हत्याकांड हो या बाबरी विध्वंस, वाजपेयी ने भीड़ को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण है कि आज भाजपा नेता हमेशा मोदी की तुलना गाँधी, पटेल या अन्य कांग्रेस नेताओं से करते हैं न कि सावरकर, वाजपेयी या गोलवलकर से। वे सच जानते हैं।”

गौरव पाँधी के इस बयान के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “देश आज भारत अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद कर रहा है। कांग्रेस ने आज अपना असली चेहरा दिखाया। वह सावरकर, अंबेडकर, अटल बिहारी जैसे व्यक्तित्वों का अपमान करने में विश्वास करती है।”

उन्होंने यह भी कहा है, “आज राहुल गाँधी के करीबी माने जाने वाले गौरव पाँधी ने वाजपेयी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। यह एक संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है। यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। यह उनकी आदत बन गई है। गौरव पाँधी को बर्खास्त करते हुए कांग्रेस को माफी माँगनी चाहिए।”

पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “वाजपेयी जी की नेहरू जी और डॉ मनमोहन सिंह ने प्रशंसा की थी। क्या वे गलत थे और क्या गौरव पाँधी सही हैं? यह पाँधी जैसे लोगों का इस्तेमाल करके प्रथम परिवार (गाँधी परिवार) जानबूझकर भारत के प्रतीक को कलंकित करने का काम कर रहा है।”

एक अन्य ट्वीट में पूनावाला ने लिखा, “एक तरफ राहुल गाँधी वाजपेयी जी की समाधि पर जाकर उन्हें सम्मान देने का नाटक कर रहे हैं। दूसरी ओर जिस दिन हमने बाजपेयी जी को याद किया उसी दिन उनके करीबी सहयोगी गौरव पाँधी उनका अपमान कर रहे हैं। राहुल के दोगलेपन की पोल खुल गई अगर राहुल, कांग्रेस में वाजपेयी जी का सम्मान करते हैं तो उन्हें (गौरव पाँधी को) बर्खास्त कर दें।”

इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और भाजपा नेता जितिन प्रसाद ने कहा है, “अटल जी जैसे नेताओं ने राष्ट्र के प्रति उनकी अमर प्रतिबद्धता के कारण राजनीतिक क्षेत्र में नेताओं का सम्मान और भारत के लोगों का प्यार हासिल किया है। क्या गौरव पाँधी के इस बयान को कांग्रेस की ओर से आधिकारिक मंजूरी मिली हुई है?”

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