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| जस्टिस यूयू ललित के बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के मुख्य न्यायाधीश बने हैं (फाइल फोटो, साभार: TOI) |
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि जस्टिस उदय उमेश ललित (यूयू ललित) जब देश के मुख्य न्यायाधीश थे तो उनके आवास पर 40 से अधिक चपरासी और सहायक कर्मचारी तैनात थे। रिटायरमेंट के करीब डेढ़ महीने बाद भी उनके पास करीब 28 सहायक कर्मचारी बने हुए हैं। संवैधानिक पद पर रहे किसी व्यक्ति द्वारा अपने आवास पर तैनात कर्मचारियों के आँकड़े को देखे तो यह एक रिकॉर्ड की तरह है।
The new Mughals.
— Sandeep Thapar 🇮🇳 (@sandythapar) December 27, 2022
One staff for every two days as CJI (40 staff for 74 days as CJI). 28 staff still retained 45 days after retirement.
Then they pt fingers at the fauji keeping one odd sahayak! pic.twitter.com/IYq1lI3fUK
They are honest judges. They made themselves entitled to pension like MPs after being in office for ONE day. Honest judges. But for others they want minimum 10- 15-20-30 yrs service to get pension.
— Beniwal (@beniwalgs) December 27, 2022
@KirenRijiju you can atleast do something about this humongous wastage of tax payers money. @ARanganathan72 @MRVChennai @barandbench @LegallyIndia @Lawyersclub
— Pradip (@pradip1951) December 27, 2022
Very true.
— You Cee (@YouCee108) December 27, 2022
It is very frustrating to see a democratically elected (with landslide mandate) @PMOIndia @HMOIndia and @KirenRijiju surrendered to these New Mughals.
I never expected that @narendramodi will behave so cowardly!
ये शाही मानसिकता कब खत्म होगी न्यायधीशों के नाम पर ये शाही मानसिकता लोकतंत्र पर काला धब्बा है ये सभी भ्रष्टाचार और काली कमाई से भरे लेकिन इन पर कोई जांच नहीं हो सकती ये वैसे भी ये सब और कॉलजियम व्यवस्था संविधान और लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है |
— Priyamohan (@Priyamo27466106) December 28, 2022
2 wrongs doesn't make a right
— RK (@rvghadwal) December 27, 2022
CJI gets paid 2.5 lakh salary n half of that as pension
Can't he keep a servant from his salary
Y does d govt has 2 bear that expense
Same goes 4 IAS IPS n Armed Forces officers
U too get paid in lakhs
R u so poor that u can't afford 20k 4 a servabt
Yeh log 40 staff rakhte hain...MP/ MLA apni salary badhate hain and hum sabke liye babaji ka thullu
— utpal (@utpalblr) December 28, 2022
जस्टिस यूयू ललित देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। उनका कार्यकाल केवल 74 दिन का था। उन्होंने 27 अगस्त 2022 को यह जिम्मेदारी ग्रहण की थी। 8 नवंबर 2022 को रिटायर हो गए थे। इस दौरान उनके आधिकारिक आवास 19, अकबर रोड पर 40 से अधिक सहायक कर्मचारी तैनात थे। यदि उनका कार्यकाल लंबा होता तो संभव है कि यह संख्या कहीं अधिक होती। रिटायरमेंट के करीब डेढ़ महीने हो चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस ललित के अकबर रोड के आवास में बने हुए हैं। अभी भी 28 अर्दली और सहायक कर्मचारी तैनात हैं। ये वे कर्मचारी हैं जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने साफ-सफाई व अन्य कामों के लिए नियुक्त किया था।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि जस्टिस ललित से पहले के CJI के कार्यकाल में अमूमन उनके आधिकारिक आवास पर 12-15 सहायक कर्मचारी ही होते थे। रिटायरमेंट के बाद वे 2-3 कर्मचारी अपने साथ रखते थे। यूयू ललित को ये सभी कर्मचारी सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए थे। साथ ही यह भी कहा गया था कि वह दिल्ली में रहें या फिर अपने गृह राज्य जाएँ, इन कर्मचारियों को अपने साथ रख सकते हैं।
राष्ट्रपति भवन या प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करने वाले सहायक कर्मचारियों की संख्या को छोड़ दिया जाए तो किसी भी अन्य संवैधानिक पद पर रहे व्यक्ति के घर पर इतनी बड़ी संख्या में अर्दली और सहायक कर्मचारी की तैनाती शायद ही मिले।

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