‘कांग्रेस मुक्त’ होने लगा Rajasthan, कांग्रेस के कई कद्दावर नेता बीजेपी में शामिल, लोकसभा चुनाव में दिलाएंगे 10 सीटों पर बड़ी बढ़त

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। अभी लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लागू होने में कुछ दिन बाकी हैं, लेकिन इससे पहले ही पीएम मोदी और बीजेपी से जुड़ने के लिए अन्य दलों के नेताओं की कतार लग रही है। पीएम मोदी ने ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा दिया था। उसी को चरितार्थ करते हुए राजस्थान तो कांग्रेस मुक्त राज्य के पथ पर तेजी से चल निकला है। कुछ माह पहले ही कांग्रेस की गहलोत सरकार से जनता-जनार्दन ने राजस्थान को मुक्त किया था। अब कांग्रेस के ढाई दर्जन से ज्यादा कद्दावर नेताओं ने एक साथ बीजेपी का दामन थाम लिया है। लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने भाजपा जॉइन कर ली। इनमें दो पूर्व मंत्रियों सहित कई पूर्व विधायक, सांसद और प्रभावशाली नेता शामिल हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। कुछ दिन पहले राहुल गांधी की राजस्थान में आई न्याय यात्रा के तत्काल बाद पूर्व मंत्री और दिग्गज आदिवासी नेता महेंद्रजीत मालवीय भी बीजेपी में शामिल हो गए थे।

राजस्थान की सभी 25 सीटें अपनी झोली में डालने के लिए कमर कसी
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के करीबी रहे उनके पूर्व कैबिनेट मंत्री कांग्रेस नेता लालचंद कटारिया और सचिन पायलट के करीबी खिलाड़ी लाल बैरवा समेत पार्टी के 32 नेताओं ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। कांग्रेस ने इन नेताओं के साथ उनके कई समर्थकों ने हाथ का साथ छोड़कर कमल का दामन थाम लिया। राजस्थान की सियासत में हुए इस आमूलचूल परिवर्तन से यहां से सियासी समीकरण बदल गए हैं। कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में आने वाले नेताओं में नागौर के कई दिग्गज जाट नेता शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं की इस मेगा ज्वाइनिंग से बीजेपी उत्साहित है। बीजेपी ने एक बार फिर से राजस्थान की 25 में से 25 सीटें पार्टी की झोली में डालने के लिए कमर कस ली है। कांग्रेस के जो नेता हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं, उनका लोकसभा की कम से कम दस सीटों पर प्रभाव है। इससे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें और दुश्वार हो जाएंगी।

भारत की दुनियाभर में पहचान बढ़ाई, सीएम ने किसानों की मांगें पूरीं की
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले नेताओं में लालचंद कटारिया समेत गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र यादव, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, खिलाड़ीलाल बैरवा, आलोक बेनीवाल, विजयपाल मिर्धा, भीलवाड़ा पूर्व जिलाध्यक्ष रामपाल शर्मा शामिल हैं। इनमें कटारिया जहां गहलोत के करीबी रहे हैं। वहीं खिलाड़ीलाल बैरवा सचिन पायलट के कट्टर समर्थक रहे हैं। जबकि रामपाल शर्मा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के बेहद खास माने जाते हैं। पार्टी ज्वॉइन करने के बाद लालचंद कटारिया ने कहा कि वे अंतरात्मा की आवाज पर बीजेपी में शामिल हुए हैं। कटारिया ने कहा कि सीएम ने किसानों की मांगों को पूरा किया है। आगामी चुनावों में बीजेपी को आगे बढ़ाएंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी ने भारत को दुनिया में पहचान दिलाई है। इन नेताओं के अलावा पूर्व विधायक रामनारायण किसान, कांग्रेस नेता अनिल व्यास, सेवानिवृत्त आईएएस औंकार सिंह चौधरी, गोपालराम कुकुणा, अशोक जांगिड़, प्रिया सिंह मेघवाल, प्रदेश कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश चौधरी, राजेन्द्र परसवाल, शैतान सिंह मेहरड़ा, रामनारायण झाझड़ा, पूर्व प्रधान जगन्नाथ बुरड़क, कर्मवीर चौधरी, कुलदीप ढेवा और बच्चू सिंह चौधरी भी शामिल हैं। इनके साथ ही रामलाल मीणा, महेश शर्मा, रणजीत सिंह, मधुसूदन शर्मा, सुनीता चौधरी, मदनलाल अटवाल, प्यारेलाल शर्मा, महेश शर्मा, रामखिलाड़ी शर्मा, रुघाराम महिया और भींयाराम पेड़ीवाल ने भी बीजेपी में एंट्री ले ली है। इनमें रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स भी हैं।

प्रदेश सरकार हर 6 महीने में देगी अपने काम का हिसाब- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि अगर आप भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र उठाएंगे और तो आपको पता लगेगा कि जो प्रधानमंत्री ने कहा था, उसमें से 25 परसेंट काम ज्यादा ही हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने किए हुए कामों का हिसाब जनता को देते हैं। मैं राजस्थान की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि मैं हर 6 महीने में अपने काम का हिसाब दूंगा और संकल्प पत्र में किए हुए हर वादे को पूरा करूंगा। मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि आज कांग्रेस ईआरसीपी पर सवाल खड़े कर रही है लेकिन कांग्रेस ने किया क्या था? कांग्रेस ने न तो कभी आमजन की पीड़ा समझी और ना कभी आमजन के लिए काम किया। उन्होंने अशोक गहलोत को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं उन्होंने कितने वादे पूरे किए। सीएम ने कहा कि 2014 से पहले जो पार्टी पंचायत से लेकर देश पर राज करती थी। जनता उन पर विश्वास करती थी, लेकिन ये लोग बार-बार जनता के बीच जाकर बार-बार जनता को धोखा देते थे। हमने ईआरसीपी और यमुना समझौता किया है। मैं आलू से सोना निकालने की बात तो नहीं करता, लेकिन एक चीज कह सकता हूं कि पानी आने के बाद राजस्थान की धरती सोना उगलेगी।

No comments: