“शीश महल” की खुदाई कर दो, शराब घोटाले का पैसा दबा मिलेगा; सुप्रीम कोर्ट भी हाई कोर्ट की तरह नहीं माना तो क्या कहेंगे? सिंघवी का कोई तर्क ऐसा नहीं जिसका जवाब हाई कोर्ट ने न दिया हो

सुभाष चन्द्र

कभी कभी लगता है कि “आप” पार्टी ने उपरवाले से “ईमानदारी” की कोई ऐसी अजीबोगरीब परिभाषा लिखवा ली है जो केवल केजरीवाल और उनके पार्टी वालों को ही समझ आ सकती है। केजरीवाल ने हाई कोर्ट में ED द्वारा की गई उसकी गिरफ़्तारी और रिमांड को चुनौती दी थी और उसने किसी तरह भी जमानत के लिए अर्जी थी हाई कोर्ट ने हर तर्क के साथ ED द्वारा की गई गिरफ़्तारी को सही बताते हुए याचिका खारिज कर दी

“आप” वाले एक गाना बार बार गाते हैं कि घोटाले का एक रुपया भी किसी के घर रेड में नहीं मिला - एक बार जब “शीश महल” की खुदाई होगी तो देखिए कितना रुपया कहां कहां छुपा और गढ़ा मिलेगा और इसलिए केजरीवाल गद्दी से चिपका हुआ है कि “शीश महल” न छूट जाए 

हाई कोर्ट की माननीय जस्टिस
स्वर्णकांता शर्मा ने कहा कि - “ED के पास जो सबूत थे वो उसने कोर्ट को दिए और ED ने सभी नियमों का पालन किया”
 इस बात से सिंघवी के आरोप को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था गिरफ़्तारी बिना किसी सबूत और जांच के की गई है 

लेखक 

कल के फैसले के आने बाद भी “आप” के लोग वही गीत गा रहे हैं कि बिना किसी सबूत arrest किया गया है एक ने किसी ने तो यहां तक कह दिया कि जज भी BJP की है, कितना गिरेंगे ये लोग 

आज की तारीख में समस्त विपक्ष के लोगों को खासकर “आप” के लोगों को किसी बात के लिए तर्क देकर समझाना “असंभव” है कुछ घिसे पिटे बयान बोलते रहना इनका नियम बन चुका है जिसमें यह शामिल है “ED और सभी एजेंसियां भाजपा के लिए काम कर रही हैं, विपक्ष को ख़त्म करने की साजिश हो रही है, मोदी अबकी जीत गया तो फिर चुनाव नहीं होंगे, EVM में गड़बड़ है, संविधान ख़त्म कर देगा मोदी, महंगाई है, नौकरियां नहीं है”

“आप” के एक प्रवक्ता को एक TV एंकर ने कहा कि “अब क्या कहेंगे, अब तो गिरफ़्तारी को वैध बता दिया गया है” वो कहता है, किसने कहा, “आज हाई कोर्ट ने कहा तो उस पर और जवाब क्या देता है - संविधान में अभी सुप्रीम कोर्ट भी है, वो क्या कहते हैं, वो देखेंगे अब सोचो, अगर सुप्रीम कोर्ट ने भी नहीं मानी तो क्या होगा

हाई कोर्ट ने कहा कि जांच या कोर्ट की कार्रवाई में CM समेत किसी को कोई विशेषाधिकार नहीं हैं यानी कोर्ट ने “दिल्ली के राजा” को भी कोई special value नहीं दी, राजा को भी साधारण लोगों की कतार में खड़ा कर दिया

सिंघवी ने आरोप लगाया था कि जो ED के कहने में चलते हैं, उन्हें सरकारी गवाह बना लिया जाता है, इस पर कोर्ट ने कहा कि “आप approver पर सवाल उठा कर जज पर सवाल उठा रहे हो”

आज सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई करने से इंकार कर दिया जबकि सिंघवी साहब केजरीवाल और खुद को “विशेष” समझ कर CJI से कह रहे थे, हमें तत्काल सुनवाई चाहिए CJI ने कहा तरीक़े से चलिए, मेल भेजिए, फिर हम देखेंगे, बेंच का गठन होगा

एक याचिका “राजा साहब” ने और लगाई थी कि उसे जेल में वकील से सप्ताह में दो बार नहीं, 5 बार मिलना चाहिए  कोर्ट ने आज वह याचिका भी खारिज कर दी और सप्ताह में 2 बार मिलने की अनुमति दी है केजरीवाल जेल से अपनी हुकूमत चलाने वाला मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद बनना चाहता है 

“आप” के एक नेता ने यह भी कहा है कि जैसे संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने न्याय किया, वैसा केजरीवाल के लिए भी होने की उम्मीद है अब इन बेवकूफों यह भी नहीं पता कि संजय सिंह को जमानत मिली है लेकिन केजरीवाल की चुनौती ED द्वारा गिरफ़्तारी और रिमांड के खिलाफ थी, उसने हाई कोर्ट में जमानत नहीं मांगी थी और इसलिए सुप्रीम कोर्ट संजय सिंह जैसा   फैसला नहीं कर सकता  

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