राहुल गाँधी हिंदू धर्म से क्यों सख्त नफरत करता है? हिन्दू नाम रखने से कोई हिन्दू नहीं बन जाता; परिवार ने इंदिरा से लेकर सोनिया तक कब हिन्दू धर्म अपनाया? जवाब दो।

रमाकान्त साहू
राहुल गाँधी हिंदू धर्म से सख्त नफरत करता है, क्या आप मानते हो राहुल गांधी हिंदू नही इसलिए हिंदू विरोधी हैं?

आखिर चुनावी हिन्दू राहुल हिन्दू विरोध क्यों करता रहता है, इस सच्चाई को जानने के लिए जनता को परिवार की पृष्ठ भूमि को जानना बहुत जरुरी है। दादी इंदिरा गाँधी ने मुस्लिम फिरोज जहांगीर खान से निकाह किया, इस्लाम कबूल किया, लेकिन जनता को गुमराह करने अपना हिन्दू नाम प्रचलित रखा और अपने बच्चों का भी नाम हिन्दू ही रखा। मुस्लिम परिवार का हिन्दू विरोधी कोई हैरानी की बात नहीं। दूसरे, पिता राजीव गाँधी ने ईसाई मूल की स्त्री 'Antoniyo Manio' उर्फ़ सोनिया गाँधी से शादी की, यानि दो मजहब-मुस्लिम+ईसाई। कहाँ है हिन्दू धर्म? यह चर्चा का विषय होना चाहिए कि परिवार हिन्दू कब बना? हिन्दू नाम रखने से कोई हिन्दू नहीं बन जाता।

मुस्लिम कट्टरपंथियों का दोगलापन देखो, जब फ़िरोज़ जहांगीर को मुस्लिम होने की वजह से दफना गया था, फिर इंदिरा, राजीव और संजय गाँधी का हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार दाह-संस्कार क्यों, किसी का शोर सुना?

99 लोकसभा सीटें इस बार कांग्रेस ने जीती जो पिछली लोकसभा के लगभग दुगनी रही। कुछ दिन तक तो यह पप्पू जीत के मुगालते में रहा जब मोदी जी की सरकार बन गई तो इसे समझ में आया कि यह तो हार गया हैं, फिर राहुल गाँधी हार के सदमे से पागल हो गया है और पागल लोकसभा का सदस्य बन नहीं सकता अतः इस पागल की सदस्यता खत्म करके इसे पागल खाने में भर्ती कराना चाहिए यह व्यक्ति देश, समाज संस्कृति,सभ्यता के लिए एक बडा़ खतरा है,
यह मोदी सरकार के किए हुए सारे सुधार खत्म करना चाहता है जिससे देश वापस 50 साल पीछे चला जाये, इनके पास ना कोई नीती है ना नियत, इनका एकमात्र ध्येय येन केन प्रकारेण सिर्फ सत्ता हासिल करना था, लेकिन अत्यधिक दुष्प्रचार करके भी यह कांग्रेसी व विपक्ष अपने षडयंत्र में सफल नही हो सके अतः आज यह विपक्ष हताश निराश हो कर मोदी जी व हिन्दुत्व पर सिर्फ व्यक्तिगत हमले कर रहा हैं, संसद में इनकी डिबेट भी बड़ी निम्न स्तर की असंसदीय भाषा में हो रही है जो देश व जनता को शर्मसार करने वाली हैं क्योकि कोई भी सकारात्मक मुद्दा उठाना इनके बस का नही हैं ?

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