पाकिस्तान की महिलाओं ने कैसे बर्दाश्त किया जाकिर नाइक को? महिलाओं को “बाज़ारू” और “पब्लिक प्रॉपर्टी” कहने पर तो स्टेज से उठाकर पटक कर फ़ेंक देना चाहिए था

सुभाष चन्द्र

जाकिर नाइक को पाकिस्तान ने केवल इसलिए आमंत्रित किया क्योंकि वह भारत के खिलाफ जहर उगलता है, भारत का भगोड़ा है, भारत आने से डरता है कि मोदी ऐसे जकड़ लेगा कि फिर छूटेगा नहीं। लेकिन बहुत चाहने वाले हैं जाकिर के भारत में जिनमें शामिल है कांग्रेस पार्टी भी और दिग्विजय सिंह जैसे लोग

महिलाओं को पाकिस्तान में खुलेआम जाकिर नाइक ने कहा लड़कियों को शादी ऐसे आदमी से करनी चाहिए जिसकी पहले से बीवी हो वरना उसे बाज़ारू हो जाना चाहिए, वो पब्लिक प्रॉपर्टी होती है उसका मतलब साफ़ था कि लड़की को शादी करना जरूरी है और नहीं करती तो “वेश्या” है, जिसे वो “बाज़ारू” और Public Property मानता है

भारत में टीवी के लाइव शो में महिलाओं के लिए गलत लब्ज़ बोलने पर कई बार मुस्लिम महिलाएं मौलानाओं की चप्पल से पिटाई करते देखी गयी है, हैरानी है पाकिस्तानी महिलाओं ने इतना बड़ी बेइज्जती कैसे बर्दाश्त कर ली? देखिए वीडियो  

 

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चर्चित YouTuber 

ऐसा जाकिर ने केवल पाकिस्तान की महिलाओं के लिए ही नहीं कहा बल्कि किसी भी मुस्लिम लड़की के लिए ऐसा सर्टिफिकेट दे दिया जो शादी नहीं करती उसका मतलब है लड़की को “single” रहने का कोई अधिकार नहीं है ऐसी बकवास जाकिर नाइक ने एक पश्तून  लड़की के सवाल पूछने पर कही थी 

उस लड़की ने पूछा था According to your wisdom, what can be the reason for increased drug addictions, adultery, and paedophilia is rampant and why is the society collapsing there and why do Ulemas not call out these people, especially the paedophiles?” (बाल यौन शोषण

जाकिर नाइक पहले तो उस लड़की के पीछे पड़ गया कि तुमने सवाल गलत पूछा है, माफ़ी मांगों या सवाल वापस लो लेकिन लड़की ने जब सवाल वापस नहीं लिया तो अपना “इस्लाम” का ज्ञान पेल दिया और कहा जो लड़की किसी सिंगल मर्द से शादी नहीं कर पाती तो उसके पास दो विकल्प हैं, या तो शादीशुदा आदमी से शादी करे या “बाज़ारू” हो जाए, Public Property बन जाए

इसलिए अब गूगल पर सर्च किया तो पाया कि जाकिर नाइक की दो बेटियां हैं, जिकरा नाइक, 25 साल की और दूसरी रुश्दा नाइक, 22 साल की और शायद दोनों की शादी नहीं हुई है सभी लड़कियों के लिए इस्लामिक कानून बताने के बाद उस कानून को अपनी बेटियों पर भी लागू करेगा जाकिर नाइक, क्या उसकी बेटियों को भी वैसा ही कहा जा सकता है जो जाकिर नाइक ने कहा

कुछ महिलाओं ने आवाज़ उठाते हुए पूछा है कि इसे किसने बुलाया और क्यों बुलाया, ऐसे अनपढ़ लोगों को आगे से नहीं बुलाना चाहिए लेकिन स्टेडियम में बैठी महिलाओं को चाहिए था कि जाकिर की स्टेज पर चढ़ कर ही ठुकाई कर देती

अभी कुछ दिन पहले एक समारोह में, कुछ “अनाथ” लड़कियों ने जाकिर के सम्मान में उसे  फूलों का गुलदस्ता देने की कोशिश की लेकिन इसने लेने से मना कर दिया और स्टेज छोड़ कर चला गया क्योंकि अनाथालय वालों ने उन लड़कियों का परिचय “बेटियां” कह कर दिया था

लेकिन ये “इस्लाम” का विद्वान कहता है “आप उन्हें छु नहीं सकते या बेटी नहीं कह सकते क्योंकि वे “गैर महराम” है जिसका मतलब होता है वो महिलाएं/पुरुष जिनसे आप शादी कर सकते - ये लड़किया शादी लायक हैं और इसलिए इन्हे बेटी नहीं कह सकते” और इतना कह कर स्टेज से भाग खड़ा हुआ -

मुस्लिमों की समस्या इसी वजह से है, पहले तो मदरसों में केवल इस्लामिक तालीम मिलती है, वो भी सब मौलवी अपने अपने तरीके से देते हैं और फिर जाकिर नाइक जैसे जहर उगलने वाले कौम के लोगों को “अपने ही इस्लाम”  के पाठ पढ़ाते रहते है 

ऐसे ही घटिया प्रवचन देता रहेगा तो मुस्लिमों में ये जाकिर नाइक इस्लाम के लिए नफरत पैदा कर देगा मुस्लिम सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि ये लड़कियों को बाज़ारू और Public Property कह कर उन्हें वेश्या बनाना चाहता है जबकि सनातन धर्म महिलाओं को देवी के रूप में आदर देता है 

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