किसान नेता बन डील करने वाले गुरनाम सिंह चढूनी की जमानत जब्त;मिले 1170 वोट

जिस तरह उत्तर प्रदेश में विधान सभा से लेकर लोक सभा चुनाव लड़े किसान बने फिर रहे राकेश टिकैत ने दोनों चुनावों में अपनी जमानत जब्त करवाई उसी तरह हरियाणा चुनाव में गुरनाम सिंह चढूनी ने अपनी जमानत करवा ली।  

हरियाणा विधानसभा चुनावों की वोटों की गिनती लगभग पूरी हो चुकी है। सभी एग्जिट पोल्स को गलत साबित करते हुए, बीजेपी लगातार तीसरी बार राज्य में बहुमत हासिल कर सरकार बनाने की तैयारी में है। इस बीच, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी बुरी तरह से चुनाव हार गए हैं। उन्होंने पिहोवा सीट से चुनाव लड़ा था।

चुनाव आयोग द्वारा जारी आँकड़ों के मुताबिक, संयुक्त संघर्ष पार्टी के बैनर चले चुनाव मैदान में उरते गुरनाम सिंह चढूनी को सिर्फ 1170 वोट ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई। गुरनाम सिंह चढूनी पाँचवें नंबर पर रहे। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गेहाल सिंह संधू को सिर्फ 890 वोट मिले और वो छठें स्थान पर रहे। इस सीट पर कॉन्ग्रेस के मंदीप चाठा ने 64,548 वोट हासिल कर बीजेपी के जय भगवान शर्मा को 6,553 वोट से हराया। जय भगवान को 57,995 वोट मिले।

बता दें कि गुरनाम सिंह चढूनी हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख भी हैं। वह 2020-21 के किसान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे, जब किसानों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं को बंद कर दिया था।

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