अभी तुरंत इज़रायल ईरान पर हमला नहीं करेगा, ऐसा मुझे लगता है

सुभाष चन्द्र

ईरान ने भले ही Ismail Haniyeh और Hassan Nasrallah की मौत का बदला लेने के लिए इज़रायल पर मिसाइलों से हमला किया लेकिन इज़रायल ईरान के खिलाफ अभी तुरंत कोई कार्रवाई नहीं करेगा, ऐसा मेरा अनुमान है। 

अभी इज़रायल ईरान को धोखे में रखेगा कि जैसे इज़रायल शांत हो गया एक दूसरे को धमकी दी जा रही है, इज़रायल कह रहा है ईरान को गलती की कीमत चुकानी पड़ेगी और ईरान कह रहा है कि अबकी बार हमला और भीषण होगा जिसे इज़रायल संभाल नहीं सकेगा इज़रायल की तुरंत कार्रवाई न करना भी एक रणनीति है क्योंकि अभी इज़रायल का फोकस हिज़्बुल्ला को पूरी तरह साफ़ करने और लेबनान के मुख्य इलाकों को गाज़ा में बदल कर और सीरिया को तहस नहस करके, ईरान की कमर तोड़ने में है जिससे ईरान लेबनान और सीरिया के किसी हिस्से से इज़रायल पर हमला न कर सके उधर इज़रायल ने हूतियों पर भी नज़रें इनायत करनी शुरू कर दी हैं और उन्हें भी ठोकना शुरू कर दिया है 

जब तक लेबनान में हिज़्बुल्ला के सभी ठिकानो को इज़रायल ख़त्म करेगा, तब तक ईरान थोड़ा केयर फ्री हो जाएगा और तब घात लगा कर ईरान पर भयंकर attack करेगा इज़रायल हो सकता है पहले वैसी ही आतशबाज़ी करे जैसी हिज़्बुल्ला के साथ की थी

और तब तक इज़रायल भी ईरान के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी योजना बना लेगा कि ईरान को संभलना मुश्किल होगा ये भी हो सकता है इज़रायल एक साथ ईरान के 2-3 मोर्चों पर एक साथ हमला करे

सऊदी अरब, UAE इत्यादि 5 इस्लामिक देशों ने अभी अमेरिका को अपने यहां अमेरिकी अड्डों को ईरान के खिलाफ इस्तेमाल करने से मना किया है लेकिन वे सब अमेरिकी दबाव में झुक जाएंगे और यदि अबकी इज़रायल के कुछ करने से पहले ईरान ने दोबारा इज़रायल पर हमला किया तो अमेरिका उस पर निश्चित तौर पर कार्रवाई करेगा

लेखक 
चर्चित YouTuber 

आज डोनाल्ड ट्रंप ने बिडेन की राय से अलग साफ़ कहा है कि इज़रायल को ईरान के nuclear installations पर हमला करना चाहिए और यदि ट्रंप चुनाव जीत गए और इज़रायल ईरान का टकराव जनवरी तक चल गया तो हर हाल में इज़रायल ट्रंप की शह पर ईरान के nuclear installations पर निशाना लगाएगा

ईरान की समस्या है कि वह इज़रायल से केवल हवाई युद्ध कर सकता वह भी 2000 किलोमीटर दूर से मिसाइलों के जरिए लेकिन उन मिसाइलों को इज़रायल नष्ट करने में सक्षम है अपने Iron Dome से इसके अलावा इज़रायल के David's Sling and the Arrow 2 and 3 सिस्टम मिसाइलों को नष्ट करने में और भी ज्यादा सक्षम है जो इज़रायल ने अब निकाले हैं

यदि अमेरिका के युद्ध में कूदने की नौबत आती है तो अमेरिका अपने 10 से ज्यादा इस्लामिक देशों में ठिकानों से ईरान पर ऐसी कार्रवाई कर सकता है कि ईरान कहीं का नहीं रहेगा और इसलिए अब ईरान कोशिश में है कि किसी भी तरह शांति स्थापित हो जाए 

ऐसा कैसे हो सकता है कि ईरान तो मौका देख कर इज़रायल पर हमला करके बदला ले ले लेकिन जब इज़रायल की बारी आए Victim बन कर  शांति मांगने लगो कल तक भारत के मुसलमानों को गाज़ा और म्यांमार की तरह पीड़ित बताने के बाद ईरान शांति के लिए उसी भारत से भी दरकार कर रहा है

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