सभी रिपोर्ट में बस इरफान अंसारी के सीता सोरेन पर दिए गए बयान की निंदा की जा रही थी लेकिन उसने क्या कहा, यह कहीं नहीं बताया जा रहा; और अंसारी सफाई दे रहा है कि उसने सीता सोरेन का नाम भी नहीं लिया और मेरा वीडियो “क्रॉप” किया गया है। इसलिए देखना जरूरी था कि उसने कहा क्या?
“BJP कभी भी जमीनी स्तर के नेताओं को नहीं आगे लाती है, इनको borrowed खिलाड़ी चाहिए, इनको Rejected माल चाहिए जो साथी से जीत जाता है, उसको हाईजैक कर लेते हैं, वैसे नहीं चलेगा, वैसे प्रत्याशी जिनको मैं हरा चुका हूं, उनको मैं कहूंगा, यार, ये समय जो है लड़ने का है, लड़िये, नहीं तो भाजपा समाप्त कर देगी आपको, भाजपा खोखला कर देगी आपको, मैं चुनौती देता हूं कि आपके साथ लड़ने में मजा आता था.......”
यहां इरफ़ान अंसारी सीधी सीधी बात कर रहे हैं अपने खिलाफ खड़ी भाजपा की सीता सोरेन की, चाहे नाम लिया या नहीं, कह वह सीता सोरेन को ही रहे थे और इस वीडियो में किसी तरह कोई “क्रॉप” नहीं लगता। लेकिन जनाब गलती मानने को तैयार नहीं हैं बल्कि सीता सोरेन और भाजपा पर 100 करोड़ का मानहानि का दावा करने की धमकी दे रहे हैं।
आपको याद होगा ये इरफ़ान अंसारी उन 3 लोगों में शामिल थे जो 30 जुलाई, 2022 को बड़े कॅश के साथ बंगाल में पकडे गए थे। कुछ न्यूज़ पोर्टल्स इसके शब्द को अंग्रेजी में लिख रहे हैं “Rejected Goods” जैसे इसके अपमानजनक शब्द “रिजेक्टेड माल” पर पर्दा डाल रहे हैं। यह शब्द किसी भी महिला के लिए अपमानजनक ही माना जा सकता है।
आखिर मीडिया कांग्रेस से डरती क्यों है? अगर ऐसा बयान किसी भाजपा नेता ने बोल दिया होता देखो चील-कौओं की चीखा चिल्ली हो रही होती। बांग्लादेश पत्रकार ने राहुल गाँधी के विरुद्ध भयंकर खुलासे किए ,लेकिन डरपोक मीडिया कुंडली जमाकर चुपचाप बैठ गया। वाह रे मीडिया! 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ लेकिन गुलामों की गुलामी मानसिकता नहीं।
वैसे ऐसे शब्दों से कांग्रेस का नाता पुराना है। एक बार कांग्रेस के बड़े दिग्गज दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की सांसद मिनाक्षी नटराजन को उनके ही सामने “टंच माल” कहा था और कमलनाथ ने कांग्रेस भाजपा में गई इमरती देवी को चुनाव सभा में “item” कहा था। और ये कोई जुबान फिसलने वाली बात नहीं है बल्कि सोच समझ कर बोले गए शब्द हैं।
लेखक चर्चित YouTuber |
कांग्रेस अपनी महिलाओं की दुर्गति करने में भी आगे रहती है। याद होगा असम की Youth Congress President Angkita Dutta को कांग्रेस से 6 साल के लिए निकाल दिया था जब उसने राहुल गांधी के करीबी Youth Congress के ही अध्यक्ष Srinivas BV पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था और आपराधिक केस दर्ज किया।
ऐसे ही मेरठ विधान सीट लड़ने वाली अर्चना गौतम और उसके पिता के साथ कांग्रेस ऑफिस में बेअदबी की गई और उसके पिता को पीटा गया, तब उसने भी कांग्रेस छोड़ दी। केरल कांग्रेस की वरिष्ठ महिला नेता Simi Rosebell John को उनके पार्टी में फिल्म इंडस्ट्री की तरह चल रहे “Casting Quoch” का आरोप लगाने के तुरंत बाद, पार्टी ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।
इसलिए जो भी कुछ कहा इरफ़ान अंसारी ने वह अपनी पार्टी के नज़रिए के हिसाब से कहा। लोग मांग कर रहे हैं कि चुनाव आयोग उसका नामांकन रद्द कर दे लेकिन आयोग ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि जब मुकदमा झेल रहे जेल में बंद कैदी भी चुनाव लड़ सकते हैं तो अंसारी क्यों नहीं लड़ सकता!
लेकिन एक बात गौर करने की है कांग्रेस के किसी नेता का ऐसे मामलों में मुंह नहीं खुलता। आज हर बात में “जाति” तलाशने वाला पता नहीं कहां खो गया जो एक आदिवासी महिला के खिलाफ अपमानजनक बयान पर भी “मौन साधना” में लिप्त है?
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