हैदराबाद में मुताह निकाह का चलन (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पीरियड आते ही निकाह होना इस्लाम में नया नहीं है, लेकिन हैदराबाद में इस रिवायत के चलते एक अलग दुनिया चल रही है जहाँ अरब मुल्क के अमीर शेख आते हैं, रकम देकर छोटी लड़कियों (वर्जिन) से कुछ समय के लिए निकाह करते हैं और फिर उनके साथ कुछ दिन गुजारकर चले जाते हैं। जबकि पीरियड के दौरान में
जब मोदी सरकार द्वारा तीन तलाक को बैन करने कानून बन रहा है मुस्लिम कट्टरपंथियों के साथ मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाले इस्लाम में महिलाओं की महानता का बखान कर देश को गुमराह कर रहे थे। यहाँ तक हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी बढ़चढ़ कर मोदी सरकार को कोसने में कोई कसर नहीं जा रहा था, लेकिन उसी ओवैसी के शहर में किस तरह महिलाओं का शारीरिक शोषण हो रहा है, चुपचाप बैठे हैं। कोई नहीं बोल रहा है।
हाल में आजतक की मृदुलिका झा ने इस पर ग्राउंड रिपोर्ट की है। रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि कैसे ‘मुताह निकाह, शेख मैरिज’ के चलन ने लड़कियों की जिंदगियाँ बर्बाद की हुई है और परिवार वालों को इन सबसे कोई आपत्ति भी नहीं है। इस निकाह को हैदराबाद में एक बिजनेस की तरह आगे बढ़ाया जा रहा है और इसे कराने के लिए बकायदा ब्रोकर और एजेंट हैं।
रिपोर्ट में एक शबाना (बदला नाम) नाम की लड़की का जिक्र पढ़ने को मिलता है। शबाना की आपबीती किसी आम लड़की के लिए रूह कंपाने वाली है। जिस समय शबाना को पीरियड हुए ही थे तभी उसका निकाह एक शेख से हो गया था। शबाना के लिए तो वो ‘शेख अंकल’ थे, लेकिन अंकल की नजर उसपर कैसी थी ये उसे नहीं पता था।
शेख अंकल उसके घर आते, उसे गोद में बिठाते, उसके गुदगुदी करते और फिर उसे घूर-घूरकर चले जाते… ये सिलसिला कई दिन चला और फिर एक दिन दोनों का निकाह हो गया। शबाना की बिदाई लंबी गाड़ी में हुई और उसे होटल लेकर जाया गया। यहाँ वही शेख अंकल उसके साथ 15 दिन रहे।
शुरू में शबाना ने रो-रोकर अपना विरोध जताया, मगर फिर जब अम्मी-अब्बू-फुफ्फू किसी ने उसकी नहीं सुनी तो वो भी शेख के साथ 15 दिन कमरे में रही। जब लौटी तो हालत खराब थी। पेट में दर्द और उल्टियाँ रुकती नहीं थीं। शुरू में लगा पेट गड़बड़ है मगर फिर अम्मी-खाला को ज्यादा समय नहीं लगा समझने में कि शबाना पेट से हो है।
खबर लगते ही गर्भ गिराने की कोशिशें हुईं लेकिन स्थिति तब तक हाथ से निकल गई थीं। गर्भपात करवाने पर शबाना की जान को भी खतरा था इसलिए घरवाले उसे लेकर लौटे और एक कमरे में बंद कर दिया। उसे धमकी दी गई कि अब से वो न स्कूल जाएगी-न बाहर।
शबाना ने इसके बाद एक बच्ची को जन्म दिया। घरवालों ने सोचा कि वो इस बच्ची को यतीमखाने भेजें। हालाँकि शबाना के भाई-भाभी ने इससे मना कर दिया और वो बच्ची गोद लेली। अब वो बच्ची शबाना को ‘बाजी’ कहती है। शबाना चाहकर भी उसे अपनी बेटी नहीं कह पाती क्योंकि अब्बू मजहबी किस्म के हैं और वो नहीं चाहते कि किसी को इस बारे में पता हो।
इसी प्रकार खबर में एक ऐसी महिला का भी जिक्र है जिसने अपनी बड़ी बेटी को शेख के हाथ बेचा और बाद में खुद पाँच मंजिला घर में आराम से रहती मिली। उनका मकसद अब आगे छोटी बेटी का निकाह भी इसी तरह से करवाने का है।
वहीं एक ऐसी लड़की का भी जिक्र खबर में मिलता है जिसे एक शेख से निकाह करने के नाम पर ठगा गया और केवल उसका शारीरिक शोषण नहीं हुआ, उसे नौकरानी बनाकर रखा गया। बाद में जब शेख अमेरिका गया तो शेख के बेटे उसका शोषण करने लगे। लड़की जान बचाने के चक्कर में तीसरी मंजिल से जमीन पर गिरी और अब उसके पाँव में रॉड डली हुई है, शरीर में बड़ा गड्ढा है।
हैदराबाद में मुताह निकाह आम
मुताह निकाह की शर्तें
- दोनों पक्षों की आयु 15 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- बीवियों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
- निकाहनामा में रॉयल्टी और दहेज की अवधि का उल्लेख किया जाना चाहिए।
- दोनों पक्षों के बीच शारीरिक संबंध बन सकता है।
मुताह निकाह में बीवी व्यक्तिगत कानून के तहत रखरखाव का दावा नहीं कर सकती है। - इसी तरह मुताह निकाह में तलाक मान्यता प्राप्त नहीं होता।
No comments:
Post a Comment