एक बार फिर भारत के विरुद्ध अमेरिकी संस्था की जहर भरी रिपोर्ट; अमेरिका को चुनौती, हिम्मत है तो भारत में मुस्लिमों को मिलने वाले सभी अधिकार अमेरिका में दे

सुभाष चन्द्र 

अमेरिका की एक संस्था है USCIRF जो हर वर्ष अपनी रिपोर्ट में भारत के खिलाफ जहर उगलती है। ऐसा ही जहर इस संस्था ने अपनी इस वर्ष की रिपोर्ट में उगला है रिपोर्ट में कहा है कि “भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते भेदभाव और हमलों से धार्मिक स्वतंत्रता की स्थितियां और बुरी होती गई हैं” 

संस्था ने अमेरिकी सरकार को सिफारिश की है कि विकास यादव और रा जैसे व्यक्तियों और संस्थाओं पर भी प्रतिबंध लगा दे क्योंकि वे स्वतंत्रता के गंभीर उल्लंघन के दोषी हैं और भारत को “विशेष चिंता वाला देश” घोषित कर देना चाहिए संस्था ने पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी और भाजपा द्वारा मुस्लिमों के खिलाफ कथित घृणित बयानबाजी को भी गलत सूचनाएं फ़ैलाने का दोषी बताया

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विदेश मंत्रालय ने रिपोर्ट की निंदा करते हुए इसे पक्षपाती और राजनीति से प्रेरित बताते हुए यह भी कहा है कि  USCIRF  को ही “चिंता का विषय” घोषित कर देना चाहिए

दरअसल  USCIRF में पाकिस्तानी मूल का आरिफ मोहम्मद कमिश्नर है और हर रिपोर्ट में भारत के खिलाफ वो ही अपना एजेंडा चलाते हुए भारत के खिलाफ विषवमन करता है मुझे समझ नहीं आता कि जहां ट्रंप ने अनेक संगठन बंद कर दिए तो वह इस संस्था को बंद क्यों नहीं करते

USCIRF ने जिस दिन यह रिपोर्ट दी, उसी दिन अमेरिका की Republican Party के 2 Lawmakers Tim Burchett और Marjorie Taylor ने प्रेस में बयान देते हुए कहा कि  USAID से अभी भी तालिबान और अलकायदा को 40 मिलियन डॉलर की मदद हर हफ्ते दी जा रही है और तालिबान के सत्ता में आने के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में तालिबान के लिए 2.9 बिलियन डॉलर खर्च किए

उसके अलावा भी जब USAID को बंद करने का ऐलान किया गया था तब वह खुल कर आया था कि इससे भारत में अस्थिरता फ़ैलाने के 182 करोड़ रुपए दिए और बांग्लादेश में सत्ता बदलने के लिए 2.9 बिलियन डॉलर खर्च किये गए। ऐसी ही फंडिंग कई देशों में सत्ता परिवर्तन के लिए की गई अपने हाथ खून से रंगे है और USCIRF भारत के खिलाफ जहर उगलता है

यदि USCIRF और अमेरिका को लगता है कि भारत में मुस्लिमों के साथ बुरा व्यवहार हो रहा है और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर खतरा रहता है तो अमेरिका को मेरी चुनौती है कि वह अपने देश में वो सब सुविधाएं मुसलमानों को दे जो उन्हें भारत में मिल रही हैं बस ये कुछ काम अमेरिका करने की हिम्मत करे ➖

-अमेरिका में वक्फ बोर्ड बनाया जाए और मुस्लिमों को जिस मर्जी संपत्ति को अपने अधिकार में लेने की छूट दी जाए;

-मुस्लिमों को हर जगह मस्जिद बनाने की छूट दी जाए और Loudspeaker से अजान की अनुमति हो;

-मुस्लिमों को बहुविवाह (Polygamy) करने की अनुमति दी जाए और बच्चे पैदा करने पर कोई रोक न हो;

-अमेरिका में Muslim Personal Law को केवल Civil Matters के लिए लागू किया जाए जैसा भारत में है;

-फिलिस्तीन समर्थकों को अमेरिका से न निकाला जाए क्योंकि फिलिस्तीन के लिए आवाज़ उठाना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, भारत में तो ओवैसी जैसे लोग सांसद की शपथ लेते हुए “जय फिलिस्तीन” का नारा लगाते हैं;

-अपने देश के सभी highways और अन्य सड़कों पर मजार बनाने से मुसलमानों पर कोई रोक नहीं होनी चाहिए;  

-मुस्लिमों को सड़कों को घेर कर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए जिससे बेशक ट्रैफिक जाम ही क्यों न हो जाए;  

यदि मुस्लिम दंगा करें तो उनके प्रति नरमी बरती जाए जैसे हमारा सुप्रीम कोर्ट करता है; और 

-रेप की आरोपी मुस्लिमों को छोड़ दिया जाए यह कह कर कि Every Sinner Has A Future.

बस ये छोटे मोटे काम अमेरिका मुस्लिमों के लिए कर दे तो एक झटके में अमेरिका असली मायने में  Secular हो जाएगा

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