महाकुंभ के विरुद्ध जम कर दुष्प्रचार किया विपक्ष ने खासकर अखिलेश के गिरोह ने लेकिन दुनियाभर में महाकुंभ की जय जयकार हो गई। रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बन गए जिसे देखकर अखिलेश & कंपनी जल भुन कर राख हो गई और उस खीज को मिटाने अबू आज़मी औरंगज़ेब की गोद में बैठ गया। उसकी प्रशंसा कर संभाजी जैसे बलिदानियों का अपमान कर दिया।
![]() |
लेखक चर्चित YouTuber |
अबू आज़मी ने कहा था कि सारा इतिहास गलत दिखाया जा रहा है; औरंगज़ेब ने कई मंदिर बनवाए; औरंगज़ेब क्रूर नहीं था; उसके समय में भारत सोने की चिड़िया था; वह एक महान प्रशासक था।
वह क्रूर नहीं था इसलिए ही उसने अपने तीनों भाइयों दारा शिकोह, और शाह शुजा और मुराद के क़त्ल किये थे। दारा शिकोह का तो सिर काट कर अपने बाप शाहजहां के पास थाल में सजा कर भेजा था। बाप को कैद में रखा और पानी तक राशन में देता था। जो अपने बाप और भाइयों के लिए इतना क्रूर था वह हिंदुओं के लिए उदार कैसे हो सकता था।
तीन दिन से चल रहे बवाल पर अखिलेश यादव खामोश था लेकिन जैसे ही अबू आज़मी को विधानसभा से निलंबित किया, अखिलेश की चीख निकल गई और अबू आज़मी के साथ खड़ा हो गया।
लेकिन इतिहास का सर्वनाश वामपंथी इतिहासकारों और भारत के 5 मुस्लिम शिक्षा मंत्रियों ने किया। और जब फिल्म “छावा” में सत्य दिखाया गया तो सारा सेकुलर ब्रिगेड बिखर गया। उन्हें तो The Kashmir Files भी झूठ लगी जो 35 साल पहले हुए हिंदुओं पर किए गए अत्याचारों की सत्य कहानी थी। सत्य को दिखाने वाली कोई फिल्म इस सेकुलर गिरोह के गले से नहीं उतरती।
भारत सोने की चिड़िया था, इसमें मुगलों का कोई योगाड़न नहीं था, वो तो इस सोने की चिड़िया को लूटने आए और तबियत से लूटा जिसे हिंदुओं ने बनाया। औरंगज़ेब द्वारा मंदिर बनाने की बात करता है अबू आज़मी, लेकिन यह भी बताता कि कितने प्राचीन मंदिर उसने तोड़े और उन पर मस्जिदें बनाई। काशी विश्वनाथ तोड़ कर ज्ञानवापी मस्जिद भी औरंगज़ेब ने बनाई और मथुरा का श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर तोड़ कर ईदगाह मस्जिद भी उसने बनाई।
लेकिन एक बात साफ़ है, आज भी भारत में अनेक औरंगज़ेब मौजूद हैं, चाहे अबू आज़मी हो, अखिलेश हो, ओवैसी हो या राहुल गांधी। अभी दो दिन पहले एक 19 साल का आतंकी फरीदाबाद में पकड़ा गया जिसके मंसूबे अयोध्या का श्रीराम मंदिर ध्वस्त करने के थे और जिसे पाकिस्तान की शह थी।
पाकिस्तान, बांग्लादेश और भारत में ऐसे औरंग़ज़ेबों की भरमार है। याद होगा साजिद रशीदी ने खुलेआम धमकी दी थी कि कभी न कभी ये राम मंदिर तोड़ दिया जायेगा। मुलायम सिंह ने कारसेवको पर गोलियां बरसाई थी और गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया था ट्रेन में। आज सर तन से जुदा करने वाले औरंगज़ेब के ही वंशज है।
अबू आज़मी को पार्टी से निकालने से क्या फर्क पड़ेगा। आज से ज्यादा मुखर होकर बोलने के लिए ओवैसी की पार्टी उसे ले लेगी।
सबसे बड़े औरंगज़ेब तो सुप्रीम कोर्ट में बैठे हैं। अबू आज़मी पर FIR को वो रद्द करते हुए कह सकते हैं कि यह आज़मी की अभिव्यक्ति की आज़ादी है। तैयारी विपक्ष की गृह युद्ध की है लेकिन याद रहे कि अब 1947 नहीं है। भारतीय सेना को आधे मोर्चे के लड़ाई लड़नी होगी।
No comments:
Post a Comment