नागपुर दंगों के लिए अबू आज़मी पर भी नज़र हो; औरंगज़ेब के भक्त गांधी भी थे; नाबालिग बच्चों के परिवारजनों के बैंक खातों और आर्थिक स्थिति की जाँच आदि ऐसे कठोर कदम नहीं उठायेंगे देश में दंगे बंद नहीं हो सकते

सुभाष चन्द्र

क्योंकि अबू आज़मी ने ही औरंगज़ेब की तारीफ में कसीदे पढ़ कर फसाद शुरू किया था, इसलिए नागपुर दंगों में उसकी भूमिका पर भी नज़र होनी चाहिए। 

अबू आज़मी ने ऐसे ही औरंगज़ेब के कसीदे नहीं पढ़े। यह एक सोंची-समझी साज़िश के तहत जहर उगला है। आम नागरिक से लेकर कोर्ट तक सभी को इसकी सच्चाई जाननी होगी। 

दूसरे, आखिर किस दबाव में कोर्ट ने दंगाई के घर पर बुलडोज़र चलने पर रोक लगाई/लगाती है? क्या हिन्दुओं पर हमला कोर्ट से पूछकर किया था? जब हिन्दुओं पर हमले हो रहे थे कोर्ट क्या कर रही थीं? क्यों नहीं दंगों का संज्ञान लेकर दंगाइयों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया? दंगाई जो उपद्रव करते हैं उनको मालूम है कोर्ट दंगाइयों का साथ देगी।         

वैसे कुछ बातें सामने आई हैं जिनसे पता चलता है कि पाकिस्तान के निर्माता गांधी जी भी औरग़ज़ेब के भक्त थे यह सूचना ABP News के एक मैसेज में मिली है उसमे जो लिखा है वह यहां लिख रहा हूं -

-”महात्मा गांधी मुग़ल शासक औरंगज़ेब की सादगी और मेहनत करने की आदत की तारीफ किया करते थे; उन्होंने 1921 की अपनी कई पत्रिकाओं और किताब में औरंगज़ेब का जिक्र किया है;

-साप्ताहिक पत्रिका “यंग इंडिया” में 21 जुलाई, 1920 को गांधी जी ने लिखा था कि औरंगज़ेब टोपियां सिला करता था;

लेखक 
चर्चित YouTuber 

-’नवजीवन’ और ‘यंग इंडिया’ जैसी साप्ताहिक पत्रिकाओं में गांधी जी ने औरंगज़ेब की महानता और उसकी टोपी सिलने के काम को बहादुरी का काम बताया था;

-गांधी जी ने कहा था कि मुग़ल शासन में भारतीयों की संस्कृति और आज़ादी बनी रही;

-कटक में 24 मार्च, 1921 को उन्होंने कहा कि औरंगज़ेब के समय में शिवाजी का उभरना संभव था;

-उन्होंने बताया कि अंग्रेज़ों के आने से पहले हिंदू - मुस्लिम में झगड़े कम होते थे;

-गांधी जी ने ‘हिंद स्वराज’ में लिखा कि अंग्रेज़ों ने इतिहास को गलत तरीके से पेश किया:

-उन्होंने कहा कि विदेशी इतिहासकारों ने औरग़ज़ेब को जानबूझकर हिंदू विरोधी दिखाया;

-गांधी जी ने एक सभा में बताया कि मुस्लिम लीग के नेता मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने उनसे एक बार कहा था कि औरंगज़ेब को गलत समझा गया, मुग़ल हुकूमत उतनी ख़राब नहीं थी, जितनी अँगरेज़ इतिहासकारों ने बताई”

मतलब हिंदुओं को छोड़ो, औरंगज़ेब ने अपने भाइयों का कत्ल किया और बाप को जेल में डाला, यह भी गलत बताया गया

यह थी गांधी के दिमाग के मुस्लिम परस्त कीड़े की सोच जिसने मुस्लिमों को उनके लिए पाकिस्तान बना दिया क्योंकि वे हिंदुओं के साथ नहीं रहना चाहते थे लेकिन फिर भी मुस्लिमों को हिंदुओं के लिए बनने वाले भारत में रहने दिया औरंगज़ेब की भक्ति ने गांधी को घोर हिंदू विरोधी बना दिया गांधी ने हिंदुओं के भजन “रघुपति राघव राजा राम” के भी अर्थ का अनर्थ कर अपना भजन बना दिया 

गांधी जी की हिंदू और सिख महिलाओं के लिए एक सीख और प्रचलित है जिसे कुछ Fact Checker सत्य नहीं मानते गांधी जी ने कहा -

"If a muslim expressed his desire to rape Hindu or Sikh lady, she should never refuse him but cooperate with him. She should lie down like a dead body with her tongue in between her teeth. Thus Muslims will be satisfied".

यह Shankhnaad के 2017 के एक ट्वीट में लिखा था -

आज भी कांग्रेस गांधी जी के मुस्लिमों के तुष्टिकरण के मार्ग पर चल रही है यही कारण है कि जिस खड़गे की माँ और बहन एवं अन्य परिवारजनों को रजाकारों ने जिंदा जला दिया, वो आज हिंदुओं के महाकुंभ के लिए गाली बकता है जिससे मुस्लिम वोट मिलते रहें 

ओवैसी ने कहा है कि नागपुर हिंसा के लिए करीब 50-60 नाबालिग बच्चों को पकड़ कर जेल में डाला हुआ है मतलब साफ़ है कि मदरसों में बच्चों को ट्रेनिंग दे कर दंगा कराया जाता है और सरकार एवं लोगों की संपत्ति को फूंक दिया जाता है क्योंकि बच्चे तो Jevenile Act में बच जाएंगे और उनसे नुकसान की भरपाई भी कोई नहीं कर सकता। सरकार को  ऐसे बच्चों के परिवारों को सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित कर देना चाहिए, उनके आधार कार्ड/वोटर कार्ड जब्त कर लेने चाहिए और फ्री का राशन भी बंद कर देना चाहिए। जब तक राज्य और केंद्र सरकारें नाबालिग बच्चों के परिवारजनों के बैंक खातों और आर्थिक स्थिति की जाँच आदि ऐसे कठोर कदम नहीं उठायेंगे देश में दंगे बंद नहीं हो सकते।  

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