ममता बनर्जी के शिक्षक भर्ती घोटाले में अंतिम निर्णय; 25 हज़ार शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर

सुभाष चन्द्र

आज सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने कलकत्ता हाई कोर्ट के बंगाल में 25,753  शिक्षकों की भर्ती रद्द करने के आदेश पर मुहर लगा दी। अपने आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि -

“the recruitment process was “vitiated and tainted,” making all the appointments under scrutiny invalid. The court’s judgment highlighted that manipulations in the recruitment process compromised the integrity of the appointments to such an extent that maintaining them would be untenable”.

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लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन बर्खास्त शिक्षकों को राहत देते हुए कहा कि उन्हें अपने वेतन और अन्य Emoluments को वापस करने की जरूरत नहीं है जैसा कलकत्ता हाई कोर्ट ने 12% ब्याज के साथ वापस करने के आदेश दिए थे

यह घोटाला 2014 का था जिसके लिए जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने CBI जांच की आदेश दिए थे ममता सरकार सुप्रीम कोर्ट अपील में गई लेकिन  सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाई कोर्ट को डबल बेंच को मामला सौंपने के आदेश दिए थे और 22 अप्रैल, 2024 को State Level Selection Test. 2016 (SLST) द्वारा की गई 25,753 शिक्षकों की भर्ती को जस्टिस देबंगशु बसक और जस्टिस शब्बर रशीदी की बेंच ने रद्द कर दिया और CBI को निर्देश दिया कि वह आगे की जांच 3 महीने में करके रिपोर्ट पेश कर, CBI ने यह रिपोर्ट हाई कोर्ट को दे दी थी बेंच ने 24640 शिक्षकों की भर्ती नए सिरे से करने के भी आदेश दिए

ममता बनर्जी के बंगाल में घोटालों की भरमार है जैसे कांग्रेस के राज में केंद्र और दिल्ली की राजा की दिल्ली में दिखाई दी और आज भी रह रह कर उनके घोटाले सामने आ जाते हैं

अभी ममता सरकार के एक घोटाले का अंतिम निर्णय हुआ है आपको याद होगा ममता के एक मंत्री पार्थ चटर्जी के घर से कथित तौर पर 60 करोड़ की रकम बरामद हुई थी और उसकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ मिले थे  

ममता बनर्जी ने सबसे बड़ा राजनीतिक घोटाला तब किया जब उसने 77 मुस्लिम समुदायों को OBC में शामिल कर आरक्षण दे दिया जिसे हाई कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया कपिल सिब्बल ममता सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट गया लेकिन उसके शोर मचाने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस के वी विश्वनाथन की बेंच ने 9 दिसंबर, 2024 को कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को स्टे करने से मना कर दिया 

अभी और न जाने कितने मामलों पर फैसले होंगे लेकिन यह निश्चित है एक दिन ममता बनर्जी के हिंदुओं के खिलाफ चल रहे दमनकारी राज का अंत अवश्य होगा जैसे कांग्रेस और केजरीवाल का हुआ मुस्लिम वोटों के लिए ममता ने महाकुंभ को मृत्यु कुम्भ तक कह दिया

अब रामनवमी पर शोभायात्रा पर बैन लगा दिया है, ऐसा भी क्या बैर है हिंदुओं से? ऐसा बैर तो भगवान राम से रावण के भी काम नहीं आया था?

कालचक्र हर किसी का पूरा होता है

शिक्षक भर्ती घोटाले में भर्तियां रद्द होने से हो सकता अब लोग नौकरी के लिए रिश्वत (cut money) देने से कतराते दिखाई देंगे ममता को अन्य दलों की तरह केवल मुसलमानों की वोट पर भरोसा है लेकिन वक्त कब क्या करवट लेता है यह वक्त ही जाने लेकिन वह करवट लेता जरूर है 

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