एक माह में ऐसी दो ख़बरें पढ़ कर माथा चकरा गया। गंभीरता से सोचने का विषय है कि समाज कैसी दलदल में फंसता जा रहा है।
अगर देखा जाए तो महिला टीचर का अपने छात्र के साथ सेक्स करने की काफी समय से खबरें आती रही है। लेकिन कभी मीडिया चर्चा नहीं करती। कोई इक्का-दुक्का किसी वजह से बाहर आ जाये बात दूसरे है। अगर पुलिस रिकॉर्ड को गंभीरता से देखने पर सिर घूम जाएगा। इस घिनौनी हरकत का मुख्य कारण है पश्चिमी सभ्यता का हावी होना, फ़ास्ट फ़ूड और जरुरत से ज्यादा आधुनिकता की लहर आदि आदि।
इस कड़वी सच्चाई को जानने हमें लगभग 55 वर्ष पीछे जाना पड़ेगा। 70 के दशक में निर्माता-निर्देशक बी के आदर्श ने फिल्म भारत की पहली सेक्स एजुकेशन पर "गुप्त ज्ञान" बनाई थी। जिसे सेंसर बोर्ड ने पास करने से साफ इंकार कर दिया था, लेकिन तत्कालीन प्रभावी नेता अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडिस आदि अनेकों नेताओं के प्रशंसनीय प्रयासों आगे सेंसर बोर्ड को घुटने टेकने को मजबूर होना पड़ा था। निर्माता ने इस सभी नेताओं को धन्यवाद देते एक लम्बी लिस्ट फिल्म के शुरू में डाली है। खैर, जब तक फिल्म रिलीज़ हुए सभी नेता इमरजेंसी लगने के कारण जेलों में थे। फिल्म इतनी अधिक प्रभावी साबित हुई कि वैश्य बाजार, रोमांस के सारे बाग़ और महिला कॉलेजों के आगे सन्नाटा छा गया था। महिला कॉलेजों में स्पेशल शो हुए थे। दिल्ली के शीला सिनेमा में दोपहर का शो केवल महिलाओं के लिए था।आज सीरियल बनते हैं कि बेटी/बहु का शादी के बाद भी रोमांस दिखाया जाता है। घर के हर निर्णय/समारोह में उनकी सलाह लेते जब दिखाया जाएगा, वातावरण प्रदूषित हो होगा ही।
![]() |
| लेखक चर्चित YouTuber |
कोर्ट ने उसकी अग्रिम जमानत की अर्जी ख़ारिज कर दी। टीचर उसे होटल ले जाने का खर्च खुद वहन करती थी। लड़के की आयु 16 वर्ष है और जाहिर है महिला टीचर को वह अपनी वासना पूर्ति के लिए उपयुक्त लगा होगा। महिला शादीशुदा थी या नहीं इसकी जानकारी अख़बार ने नहीं दी।
दूसरी खबर 3 दिन पहले आई जिसके अनुसार मुंबई के एक प्रतिष्ठित स्कूल की एक 40 वर्षीय शिक्षिका को 16 साल के एक छात्र का बार बार यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। महिला टीचर शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं।
वह छात्र को फाइव स्टार होटलों में ले जाती थी, शराब पिलाती थी और अपनी हवस पूरी करती थी। एंग्जाइटी से पीड़ित होने पर उसे दवाएं भी देती थी।
छात्र पहले इस सब के लिए तैयार नहीं था तो महिला टीचर ने छात्र की एक साथी लड़की को उसे तैयार होने को कहा और उसे समझाने के लिए कहा कि he should accept the relations as affairs between older women and teenage boys had become quite common now-a-days. उस लड़की पर भी केस दर्ज किया गया है।
जब लड़का तैयार हो गया तो टीचर उसे सुनसान जगह ले गई और सेक्स किया और फिर सिलसिला आगे चलते हुए होटलों तक पहुंच गया। यह मामला जनवरी, 2024 से चल रहा था।
ये तो दो मामले सामने आए हैं, और न जाने ऐसे कितने चल रहे होंगे। लड़कियों पर तो अपराध हो ही रहे हैं जिनमें सबसे ज्यादा लव जिहाद के तहत हो रहे हैं। जयपुर वाली महिला का पता नहीं लेकिन मुंबई की टीचर के शादीशुदा होकर ऐसे कृत्य में शामिल होने का मतलब है उसे या तो पति से संतुष्टि नहीं मिलती थी या उसमे वासना अत्यधिक थी जिसे पूरा करने के लिए उसने ये मार्ग चुना।
लेकिन मुंबई की टीचर को चंद्रचूड़ का फैसला बचा लेगा। पोक्सो एक्ट में कोई केस बन जाए तो कह नहीं सकते लेकिन पति के प्रति वैसे कोई अपराध उस पर साबित नहीं होगा क्योंकि चंद्रचूड़ ने महिलाओं को Sexual Autonomy इसलिए ही तो दी थी कि महिला अगर घर में संतुष्ट नहीं है तो वह घर के बाहर भी संबंध बना सकती है और ऐसा ही महिला टीचर में किया।
ये ट्रेंड बहुत खतरनाक है जो रुकना चाहिए। आजकल टीवी चैनलों और फिल्मों ने युवा पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है। कपिल शर्मा के शो में ऐसी घटिया भाषा मिल सकती है और रणवीर एलाहाबादिया ने सारी हदें पार का दी थी। Bigg Boss क्या है?
मेरी बात का कोई बुरा न माने लेकिन 15-16 साल की आयु में लड़के लड़कियां फिसल सकते हैं अगर उन्हें कोई ऐसा मौका मिले, उन्हें कोई बुरा नहीं लगेगा और यही सोच कर दोनों शिक्षिकाओं ने उन पर डोरे डाले होंगे और अपनी शर्म और हया को नीलाम कर दिया।
ऐसे घिनौने कृत्यों को रोकने के लिए सरकार के कानून कारगर नहीं हो सकते। इसके लिए युवा पीढ़ी को जाग्रत रहना होगा खासकर लड़कियों को। विदेशों में ऐसे मामले आम देखने को मिल सकते है। ब्रिटेन तो जल चुका है लेकिन फिर भी उसे होश नहीं आ रहा है। विदेशों की देखा देखी हमारे यहां भी यह ट्रेंड शुरू हो गया है जो दुःख के बात है।



No comments:
Post a Comment