राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हो सकता है अपने देश को “फिर से ग्रेट” बनाने के काम में लगे हों लेकिन दुनिया भर के देशों पर “टैरिफ युद्ध” छेड़ कर कथित तौर पर 7 युद्धों को रुकवाने का खोखला दावा कर नोबेल शांति पुरुस्कार की मांग करना किसी बच्चे की अमुक खिलौने के लिए जिद से ज्यादा और कुछ नहीं है और अब ट्रंप लगता है बिलकुल “Directionless” हो चुके है।
ट्रंप खुद और उनके सलाहकार जैसे बयान दे रहे हैं, उन्हें देख कर लगता है वो अंधेरे में तीर मार रहे हैं। कोई यूक्रेन युद्ध में ब्राह्मणों का फायदा देख रहा है और कोई भारत को दंडित करने की बात कर रहा है जबकि अधिकांश अमेरिकी विद्वान ट्रंप की भारत के प्रति “नफरत” की नीतियों से सहमत नहीं है।
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लेखक चर्चित YouTuber |
खरीदने वाले को क्यों पकड़ते हो, जिगरा है तो बेचने वाले पर पाबंदी लगा कर दिखाओ। तेल की कमाई से भारत को युद्ध के लिए दोषी बताने से बड़ी कोई और मूर्खता नहीं हो सकती जब अमेरिका खुद रूस से सामान खरीद रहा है और यूरोप के अनेक देश भारत से रिफाइंड आयल ले रहे हैं। इतना ही नहीं खुद यूक्रेन कह रहा है कि उसे भारत के refined petroleum products particularly diesel निर्यात के उच्च स्तर पर पहुँच गए हैं लेकिन ट्रंप अपना ही झुनझुना बजा रहा है। यूरोप के देशों को भी “हुकुमनामा” जारी कर दे ट्रंप कि जो भी भारत से Refind Oil लेगा उस पर प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे।
ट्रंप को पता है अमेरिका का गुजारा भारत के बिना नहीं है और इसलिए Blow Hot Blow Cold खेल रहा है। जब ट्रंप कह चुका है कि “Modi is very tough negotiator” तो फिर मोदी से पंगा क्यों लिया, वह भी जानते हुए कि मोदी एक गुजराती दिमाग है जो तेरी जेब से पैसा निकलवा तो लेगा मगर अपनी जेब खाली नहीं करेगा।
ट्रंप ने अपना खेल खेलते हुए H 1B वीसा की फीस बढ़ा कर भारत को धमकाने की कोशिश की लेकिन भूल गया इससे स्वयं अमेरिका ही डूब सकता है। टेर्रिफ पर पहले ही दो अदालतों से पछाड़ खा कर अभी सुप्रीम कोर्ट गए हुए है ट्रंप और वहां भी मार पड़ गई तो गद्दी जाना तय है। अब वीसा फीस के लिए Business Houses भी कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। ठीक है आप भारतीयों की जगह अमेरिकी लोगों को नौकरी देना चाहते हैं लेकिन 72% भारतीयों के पास H 1B वीसा होना साबित करता है कि अमेरिका को भारतीय चला रहे हैं न कि अमेरिकी। ये लोग अगर भारत लौटते हैं तो अमेरिका बैठ जाएगा घुईया के खेत में क्योंकि अन्य देश लाइन लगा कर भारतीयों को वीसा देने के लिए तैयार बैठे हैं। MAGA की जगह हो जाएगा MAWN (Make America Worst Nation).
ट्रंप के दोहरे मापदंड की कोई सीमा नहीं है। UNGA में यूरोपीय देशों को चेतावनी दे रहे थे कि muslim immigration से तुम्हारे देश बर्बाद हो जाएंगे और अगले दिन शाहबाज शरीफ और मुल्ला मुनीर को अगल बगल बैठा कर आतंकी देश से सांठगांठ कर रहे थे। पाकिस्तान वो देश है जिसने अमेरिका में 9/11 करने वाले को घर में छिपा कर रखा और मुस्लिम देशों का NATO बना कर पाकिस्तान एक और 9/11 कर सकता है, इसका आभास ट्रंप को होना चाहिए क्योंकि जो खतरा वो यूरोप के लिए देख रहा है, वह खतरा अमेरिका पर भी मंडरा रहा है और तभी एलन मस्क ने मुस्लिमों को बाहर करने की बात की है। आज यूरोप में मुस्लिमों को बाहर निकालने की आवाज़ उठ चुकी है और कल को यह अमेरिका में भी उठेगी।
सच्चाई यह है कि ट्रंप ने भले ही कहा था वो Deep State को बंद कर देगा लेकिन अब वह स्वयं परिवर्तित Deep State का मालिक बनकर काम कर रहा है। जो भारत के विपक्ष को खाद पानी दे रहा है।
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