आज पी चिदंबरम को 17 साल बाद क्या आत्मग्लानि हुई जो कह गए कि 26/11 पर भारत को प्रतिशोध लेने के लिए अमेरिका ने रोका और अमेरिका की विदेश सचिव ने भारत को हमला न करने के लिए कहा था। MEA भी हमले के खिलाफ था। खुद उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से counterattack करने के लिए कहा था लेकिन मनमोहन के ऊपर भी सत्ता थी जिसने ऐसा नहीं होने दिया।
ऐसी बात पहले भी बराक ओबामा कह चुके हैं कि मनमोहन सिंह ने इसलिए counterattack करने से मना कर दिया था क्योंकि उससे भाजपा को फायदा हो जाता।
लेकिन आज कांग्रेस के युवराज ने नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए नेरेटिव चलाया कि ट्रंप ने कहा “नरेंद्र सरेंडर” और मोदी ने सरेंडर कर दिया। और उसके पीछे चलते हुए बाकी कांग्रेसी भी काँव काँव करने लगे जबकि गांधी परिवार के माँ बेटे, खुद सरेंडर किये बैठे थे 2008 में क्योंकि 26/11 कांग्रेस और पाकिस्तान का प्रायोजित शो था जिसमें 175 लोग मारे गए थे। कसाब पकड़ा गया था और भारत के पास मौका था पाकिस्तान को ठोकने का लेकिन राजनीतिक नेतृत्व ने कुछ नहीं किया। जो कुछ करना था सेना को करना था, मनमोहन सरकार को केवल सेना को छूट देनी थी लेकिन सोनिया ने नहीं देने दी। वो छूट मोदी ने हर बार सेना को दी और सेना ने अपना काम हर बार कर दिखाया।
सोनिया और राहुल ऐसा चाहते ही नहीं थे क्योंकि पाकिस्तान तो कांग्रेस को “घर जैसा” लगता है।
![]() |
लेखक चर्चित YouTuber |
इसके अलावा भी कांग्रेस के कई नेता जिनमें प्रमुख तो पाकिस्तानी दल्ला मणिशंकर अय्यर है पाकिस्तान की वकालत करते रहे। भारत की एशिया कप जीत पर किसी ने भारतीय टीम को बधाई भी नहीं दी लेकिन मोदी की इस जीत को ऑपेरशन सिंदूर से जोड़ने पर निंदा जरूर कर दी। मजे की बात है पाकिस्तानी तो कांग्रेस के “घरवाले” ही हैं और इसलिए एक तरफ कांग्रेस डकैती मारती है देश में तो पाकिस्तान का मोहसिन नक़वी “ट्रॉफी ही चुरा कर भाग गया” लेकिन कांग्रेस के किसी नेता ने उसकी निंदा नहीं की। निंदा इसलिए नहीं की क्योंकि ये तो इन सबका “पारिवारिक धंधा” है। इधर वोट चोरी करते रहे और उधर “ट्रॉफी” ही चोरी कर ली।
एक चैनल ने अपने फेसबुक पेज खबर दी कि राहुल गांधी ने भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई क्यों नहीं दी, उसकी असली वजह सामने अब आई है। खबर को पूरा पढ़ा तो लिखा था कि क्योंकि राहुल गांधी विदेश गए हुए हैं, इसलिए बधाई नहीं दे सके। ऐसे चैनल कांग्रेस के तलुए चाटते हैं। उन्हें पता नहीं दुनिया में कहीं भी बैठ कर X पर बधाई दी जा सकती है लेकिन सच तो यह है कि राहुल को भारत की जीत से बहुत बड़ा झटका लगा क्योंकि उसके अपने सगे वाले जो हार गए।
लेकिन चिदंबरम अगर आज 26/11 की बात कर रहा है तो उसे सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट स्ट्राइक और पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान का बचाव करने के लिए पहले माफ़ी मांगनी चाहिए।
No comments:
Post a Comment