आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच सिर्फ एक आम मुकाबले की तरह नहीं खेला जाता क्योंकि इस मुकाबले में दोनों टीमों पर ज्यादा दबाव होता है। राजनीतिक और सीमा पर तनाव के चलते इस मुकाबले में भावनाओं का लगाव ज्यादा होता है। इसके अलावा कश्मीर मुद्दा भी दोनों देशों के बीच युद्ध का बड़ा कारण रहा है। फैंस भी इस मुकाबले की जीत को विश्व कप ट्रॉफी से भी बड़ा मानते हैं। यही कारण है कि जो भी टीम मुकाबला हारती है, वह आलोचकों के निशाने पर आ जाती है। विश्व कप इतिहास में पाकिस्तान की टीम कभी भारतीय टीम से मुकाबला जीत नहीं सकी है।
भारत ने विश्व कप इतिहास में पाकिस्तान को सात बार मात दी है। मौजूदा विश्व कप में विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने जून 16 को मैनचेस्टर में खेले गए मुकाबले में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर 89 रन से शिकस्त दी। इसके बाद से पाकिस्तान टीम को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स बनाए गए और उनका जमकर मजाक उड़ाया गया।
इब्न सिना ने एक ट्वीट किया है और यह फोटो सोशल मीडिया पर बवाल मचा रहा है। ट्वीट में दिख रहा है कि कई युवा अपने हाथों में पाकिस्तानी झंडे लिए हुए हैं और एक बैनर भी पकड़े हुए हैं, जिसमें लिखा है- 'हमें कश्मीर नहीं चाहिए, हमें विराट कोहली दे दो।' जिसने यह फोटो ट्वीट की है, वह खुद के कश्मीरी मुस्लिम होने का दावा कर रहा है, लेकिन हिन्दू से कम नहीं भी बता रहा है। उसकी बायो में लिखा है, 'मेरा धर्म इस्लाम है, लेकिन मेरी संस्कृति हिन्दूवादी है।'
यह खबर सही है या नहीं इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन पाकिस्तानी फैंस कश्मीर के बदले विराट कोहली मांग रहे हैं। यह फोटो कई बार रीट्वीट की जा चुकी है। लेखक मधु किश्वर ने इस फोटो को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'एक समय पाकिस्तान वाले कहते थे, 'माधुरी दे दो, पीओके भी ले लो।' अब नया लक्ष्य और नई निराशा।'
स्मरण आता है कि तत्कालीन राष्ट्रपति जिया-उल-हक़ ने अपने कार्यकाल में कश्मीर समस्या के समाधान के लिए कहा था, कि "हमें लता मंगेशकर दे दो, कश्मीर ले लो।....", उस समय राजनैतिक समीक्षकों द्वारा इस पर खूब लिखा था, ऐसे में हम भी कहाँ चूकने वाले थे, स्वतन्त्र फिल्म पत्रकारिता करते लिख दिया था लेख।
तब में और अब में अन्तर केवल इतना ही लता की माँग तत्कालीन राष्ट्रपति ज़िया-उल-हक़ ने की थी, जिसे आधिकारिक रूप दिया जा सकता है, परन्तु माधुरी हो या विराट यह आधिकारिक नहीं, यह भी सम्भव हो सकता है कि पाकिस्तान क्रिकेट पर व्यंग किया गया हो, क्योकि वर्तमान पाकिस्तान प्रधानमंत्री भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भूतपूर्व कप्तान है। लता की माँग उस समय हुई थी जब लता की प्रतिद्वंदी नूरजहाँ भी जीवित थी। लेकिन एक बात जरूर सिद्ध करती है कि, एक, जनता को कश्मीर के नाम पर वहां की सरकार ने कितना जहर फैलाया हुआ है; दूसरी, कश्मीर को मात्र भारत को बदनाम करने की सियासत। अन्यथा कोई किसी विशेष व्यक्ति के लिए अपनी बताई जा रही ज़मीन क्यों देगा?
इस फोटो की सच्चाई सामने नहीं आई है कि बैनर पर लिखे शब्द कही फोटो क्रॉप करके तो नहीं लगाए गए हैं। इस तरह की एक फोटो इंडिया टुडे में साल 2016 में देखने को मिली थी जब कश्मीरी युवाओं ने लिखा था, 'हमें आजादी चाहिए।'
अवलोकन करें:-
फोटोशॉप की गई ये फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रही है। इस बैनर का इस्तेमाल पहले भी कई बार किया जा चुका है, जिसमें अलग-अलग टूर्नामेंट्स के नाम लिखे गए हैं। हार्दिक पांड्या और एमएस धोनी के नाम के अलग-अलग नारे भी इस बैनर पर नजर आ चुके हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच सिर्फ एक आम मुकाबले की तरह नहीं खेला जाता क्योंकि इस मुकाबले में दोनों टीमों पर ज्यादा दबाव होता है। राजनीतिक और सीमा पर तनाव के चलते इस मुकाबले में भावनाओं का लगाव ज्यादा होता है। इसके अलावा कश्मीर मुद्दा भी दोनों देशों के बीच युद्ध का बड़ा कारण रहा है। फैंस भी इस मुकाबले की जीत को विश्व कप ट्रॉफी से भी बड़ा मानते हैं। यही कारण है कि जो भी टीम मुकाबला हारती है, वह आलोचकों के निशाने पर आ जाती है। विश्व कप इतिहास में पाकिस्तान की टीम कभी भारतीय टीम से मुकाबला जीत नहीं सकी है।

इब्न सिना ने एक ट्वीट किया है और यह फोटो सोशल मीडिया पर बवाल मचा रहा है। ट्वीट में दिख रहा है कि कई युवा अपने हाथों में पाकिस्तानी झंडे लिए हुए हैं और एक बैनर भी पकड़े हुए हैं, जिसमें लिखा है- 'हमें कश्मीर नहीं चाहिए, हमें विराट कोहली दे दो।' जिसने यह फोटो ट्वीट की है, वह खुद के कश्मीरी मुस्लिम होने का दावा कर रहा है, लेकिन हिन्दू से कम नहीं भी बता रहा है। उसकी बायो में लिखा है, 'मेरा धर्म इस्लाम है, लेकिन मेरी संस्कृति हिन्दूवादी है।'


तब में और अब में अन्तर केवल इतना ही लता की माँग तत्कालीन राष्ट्रपति ज़िया-उल-हक़ ने की थी, जिसे आधिकारिक रूप दिया जा सकता है, परन्तु माधुरी हो या विराट यह आधिकारिक नहीं, यह भी सम्भव हो सकता है कि पाकिस्तान क्रिकेट पर व्यंग किया गया हो, क्योकि वर्तमान पाकिस्तान प्रधानमंत्री भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का भूतपूर्व कप्तान है। लता की माँग उस समय हुई थी जब लता की प्रतिद्वंदी नूरजहाँ भी जीवित थी। लेकिन एक बात जरूर सिद्ध करती है कि, एक, जनता को कश्मीर के नाम पर वहां की सरकार ने कितना जहर फैलाया हुआ है; दूसरी, कश्मीर को मात्र भारत को बदनाम करने की सियासत। अन्यथा कोई किसी विशेष व्यक्ति के लिए अपनी बताई जा रही ज़मीन क्यों देगा?
इस फोटो की सच्चाई सामने नहीं आई है कि बैनर पर लिखे शब्द कही फोटो क्रॉप करके तो नहीं लगाए गए हैं। इस तरह की एक फोटो इंडिया टुडे में साल 2016 में देखने को मिली थी जब कश्मीरी युवाओं ने लिखा था, 'हमें आजादी चाहिए।'
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