आम आदमी पार्टी में ही महिलाओं का अत्याधिक यौन शोषण क्यों?

                                     पार्टी पार्षद रमेश मटियाला के खिलाफ महिला ने दर्ज कराई शिकायत
अपनी चुनावी रैलियों में आम आदमी पार्टी संयोजक एवं दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दो बातें कहते थे कि 'हमें सत्ता का लालच नहीं, हम देश की राजनीति बदल जनता को सुख देना चाहते हैं; दूसरे, तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के विरुद्ध 370 आरोपों की सूची दिखा उन्हें जेल भेजने भेजना आदि। लेकिन दुर्भाग्यवश, शीला दीक्षित तो अब परलोक गमन कर गयी, फाइल अपने आप ही बंद हो गयी। रही बात राजनीति बदलने की, राजनीती तो वाकई बदल दी। मुफ्त की रेवड़ियों के नाम पर सत्ता हथिया ली, परन्तु कभी कोई न कोई पार्टी नेता किसी न किसी अपराध में आकर, समाचारों में चर्चित रहते हैं। घोटाले तो दाल-रोटी हैं, जिस दिन सत्ता परिवर्तन होगा, कांग्रेस से अधिक केजरीवाल पार्टी के नाम घोटाले सामने आएंगे। 
जहां तक बात महिला सुरक्षा की है, राजनीती में यौन शोषण कोई नई बात नहीं, लेकिन जितना अधिक यौन शोषण इस पार्टी में हुआ है, शायद किसी भी अन्य पार्टी में नहीं। पता नहीं कितनी कोली यौन शोषण का शिकार हो चुकी हैं। कोई राशन कार्ड बनाता है, कोई कुछ और।  
केजरीवाल सरकार का महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे करना, अपने घोषणा-पत्र में महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोपरि बताना एक कोरा झूठ है। दरअसल, आम आदमी पार्टी (AAP) की एक महिला कार्यकर्ता को उनकी ही पार्टी के नेता द्वारा पिटवाने और दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है। 31 मई 2021 को मटियाला वार्ड से ‘आप’ के पार्षद रमेश मटियाला के खिलाफ दो अन्य कार्यकर्ताओं की मदद से अपनी ही पार्टी की महिला कार्यकर्ता के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। म​हिला ने बीते दिनों खुद फेसबुक पर भी अपनी आपबीती सुनाई थी।

कथित तौर पर 28 मई 2021 को हुई घटना के बाद ‘आप’ पार्षद के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। सोशल मीडिया पर पीड़िता एक वीडियो भी सामने आया है। वायरल वीडियो में पीड़िता का कहना है कि रमेश मटियाला ने पार्टी की दो महिला कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनके सामने थप्पड़ मारने का कहा।

पीड़िता के अनुसार, जो आम आदमी पार्टी की सदस्य भी हैं, उन्होंने मटियाला में दिल्ली सरकार की मदद से आरटी-पीसीआर टेस्ट कैंप लगवाया था। महिला ने अकेले ही इस कैंप को लगवाया था, इसलिए उन्होंने अपनी फोटो वाला एक बैनर वहाँ लगा रखा था। घटना वाले दिन जब रमेश मटियाला वहाँ पहुँचे तो वह बैनर देखकर भड़क गए।

महिला कार्यकर्ता ने 28 मई 2021 को बताया कि रमेश मटियाला मुझे धमकी देते हैं कि मैंने अपना बैनर यहाँ क्यों लगवाया है, जबकि ये सब कुछ आयोजित करवाने वाली मैं हूँ, विधायक जी से बात करके इस कैंप को लगवाने वाली मैं हूँ। मटियाला में केवल एक ही जाँच कैंप था, लेकिन मैंने गुलाब जी से बात करके इसे लगवाया। सुबह से मैं यहाँ थी, पब्लिक के बीच में लोगों का टेस्ट करवा रही थी। इसी बीच दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी का मुझे कॉल आया और मैं कुछ अन्य जरूरी काम से वहाँ चली गई, लेकिन जब मैं वहाँ से आई तो मैंने देखा रमेश मटियाला यहाँ आया हुआ है। उसने अपनी उपस्थिति में दो महिला कार्यकार्ताओं को बुलवाया और मुझ पर हमला करवाया। रमेश ने उन्हें मुझे थप्पड़ मारने को भी कहा। इसके अलावा मेरे पोस्टर और बैनर जो मैंने टेस्ट कैंप के लिए लगवाया था, महिलाओं से उसे फाड़ने को कहा।

‘आप’ नेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (चोट पहुँचाना), 341 (गलत तरीके से रोकना), 509 (गलत शब्दों का प्रयोग या किसी महिला को अपमानित करने का इरादा) और 506 (धमकी देना) के तहत दिल्ली के बिंदापुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, डीसीपी (द्वारका जिला) संतोष कुमार मीणा ने कहा कि हमें ‘आप’ पार्टी की कार्यकर्ता से शिकायत मिली थी। हमने एफआईआर दर्ज करने से पहले एक जाँच भी की है। वास्तव में क्या हुआ, यह पता लगाने के लिए आगे की जाँच भी जारी है।

आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए रिजनल हेड की नौकरी छोड़ने पर अफसोस जताते हुए महिला ने अरविंद केजरीवाल से सवाल किया, “आपकी पार्टी में महिलाएँ सुरक्षित क्यों नहीं हैं?” इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह आने वाले दिनों में किसी भी गिरफ्तारी से पहले पीड़िता को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाएगी। इस संबंध में संपर्क किए जाने पर रमेश मटियाला का कहना है कि उन्हें ऐसी किसी शिकायत या एफआईआर की जानकारी नहीं है। शिकायत खुद देखने के बाद ही वे इस पर प्रतिक्रिया दे पाएँगे।

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