केजरीवाल को मालूम है कि तिहाड़ जाते ही पार्टी टूट जाएगी और इसका साम्राज्य समाप्त होते ही, दोबारा से पार्टी को खड़ा करना दुष्कर होगा। जिसमें कांग्रेस प्रत्यक्ष नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से आम आदमी पार्टी को धूमिल कर अपने खोए वोट वापस लेने का प्रयास करेगी। केजरीवाल सरकार के खिलाफ घोटालों को उजागर करने का श्रेय केवल कांग्रेस को है ना कि बीजेपी ने।
गिरफ्तारी के बाद आजतक ने किया सीएम केजरीवाल का पहला इंटरव्यू
— AajTak (@aajtak) March 22, 2024
किनपिंग कहे जाने वाले बोले केजरीवाल, ''नीति पर सबके हस्ताक्षर, सिर्फ कठघरे में हम क्यों?''
सवाल, आप इस्तीफा देंगे?
सीएम @ArvindKejriwal का जवाब- ''सीएम पद से इस्तीफा नहीं दूंगा, अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा.… pic.twitter.com/onFlVGYZDt
भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली बनाने के वादे के साथ सत्ता में आई केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार खुद भ्रष्टाचार और घोटाले के दलदल में धंसती चली गई। केजरीवाल सरकार घोटालों को छिपाने के लिए एक के बाद एक नए-नए घोटाले करती गई। पार्टी के एक के बाद एक कई विधायक और मंत्री आरोपों में घिरने के बाद जेल भी गए। कई मंत्री अब भी जेल में हैं, लेकिन राजनीति में नैतिकता की बात करने वाले केजरीवाल खुद गिरफ्तार होने के बाद भी पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में लोग उनके पुराने बयान को शेयर कर उनपर तंज कस रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल अब तुम्हें भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए! pic.twitter.com/uHKs1KmOET
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) March 22, 2024
लोग कह रहे हैं कि भारतीय राजनीति में अब तक जिनपर भी आरोप लगे उन्होंने इस्तीफे दिए। यहां तक कि लालू प्रसाद यादव और हेमंत सोरेन जैसे नेताओ ने भी जेल जाने से पहले इस्तीफे दे दिए, लेकिन केजरीवाल जेल जाने के बाद भी इस्तीफा नही दे रहा।
लालकृष्ण आडवाणी पे सिर्फ आरोप लगा, उन्होंने इस्तीफा दे दिया
— Mona Patel 🇮🇳🐅🌳(Modi Ka Parivar) (@MonaPatelT) March 22, 2024
येदुरप्पा, जयललिता पे आरोप लगे उन्होंने इस्तीफे दे दिए
और तो और लालू प्रसाद यादव और हेमंत सोरेन जैसे नेताओ ने भी जेल जाने से पहले इस्तीफे दे दिए
पर ये केजरीवाल इतना निर्लज और सत्ता का भूखा है की जेल जाने के बाद भी… pic.twitter.com/C7VVvppDro
अब तो आम आदमी पार्टी की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के नेता भी केजरीवाल से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा है कि केजरीवाल भारतीय राजनीति में नैतिकता की जो नई परिभाषा लिख रहे हैं,उसने मुझे यह पोस्ट लिखने के लिए मजबूर कर दिया। एक समय था जब एक हवाला कारोबारी जैन की कथित डायरी में अडवाणी जी, माधवराव सिंधिया और कमलनाथ जैसे नेताओं के नाम आए थे और उनपर रिश्वत लेने के आरोप लगे, तब उन्होंने नैतिकता का तकाजा देकर तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। लाल बहादुर शास्त्री ने एक ट्रेन दुर्घटना पर इस्तीफा दे दिया था। अभी हाल में जब वे इंडिया अगेंस्ट करप्शन का तमाशा पूरे देश को दिखा रहे थे तब यूपीए सरकार के मंत्रियों ने भ्रष्टाचार के छिछले आरोपों पर भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी से पहले पद छोड़कर एक नैतिक आचरण पेश किया था। दिल्ली के शराब घोटाले की सच्चाई क्या है, इसका फैसला अदालत को करना है। पर एक मुख्यमंत्री पर इस घोटाले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। उनकी गिरफ्तारी हुई है। वे कस्टडी में है और मुख्यमंत्री के पद से अभी तक चिपके हुए हैं? यह कैसी नैतिकता है? उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने जीवन के सबसे बड़े संकट से गुजर रहे हैं।
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) March 23, 2024
इंसानियत के नाते उनके प्रति सहानुभूति है।
कॉंग्रेस पार्टी ने भी उन्हें सार्वजनिक रूप से समर्थन दिया है।
लेकिन वे भारतीय राजनीति में नैतिकता की जो नई परिभाषा लिख रहे हैं,उसने मुझे यह पोस्ट लिखने के…
आप जैसे लोगों की कांग्रेस को जरूरत है निरुपम जी।
— Raghav Vatsa (@raghavvatsa) March 23, 2024
कांग्रेस नैतिक तौर पर पूर्ण रूप से खोखली हो चुकी है।
आप जैसे लोगों को ऊपर आकर एक मजबूत विपक्ष की रूप रेखा तैयार करनी चाइए।
हम मोदी समर्थक हैं, पर मजबूत विपक्ष के पैरोकार भी हैं।
राहुल गांधी खतम कर रहा है कांग्रेस को
अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से पैदा हुई आम आदमी पार्टी अब भ्रष्टाचार के आरोपों से इस कदर घिर चुकी है कि केजरीवाल को जवाब देते नहीं बन रहा है। बार-बार समन मिलने पर भी पेश ना होने और दिल्ली हाईकोर्ट से राहत ना मिलने पर आखिरकार ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने कट्टर ईमानदार होने का ढोल पीटने वाले केजरीवाल को शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है। ऐसे में गिरफ्तारी के बाद ईडी रिमांड पर भेजे जाने पर भी इस्तीफा ना देने पर केजरीवाल की थू-थू हो रही है। लोग सोशल मीडिया पर तंज कस रहे हैं।
नैतिकता नैतिकता नैतिकता आज केजरीवाल की नैतिकता क्या तेल लेने चली गई, शीला जी से मनमोहन जी से एक रिपोर्ट के आधार पर इस्तीफ़ा माँगते थे- अलका लाँबा
— Shivam Tyagi (Modi Ka Parivar) (@ShivamSanghi12) March 22, 2024
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के आधार और LG ने सीबीआई को जाँच सौंपी, शराब में भ्रष्टाचार हुआ है. pic.twitter.com/U26oQQvsJp
भारत के इतिहास में पहली बार है कि एक राज्य का मुख्यमंत्री जेल में है और अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहा है और बेशर्मी से कह रहा है कि जेल से ही सरकार चलाएंगे।
— Prem Ranjan Sah (मोदी का परिवार) (@premranjanPR) March 23, 2024
संविधान निर्मताओं ने ऐसी स्थिति की शायद कल्पना ही नहीं की होगी, नहीं तो कानून जरूर बनाते!😊
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