इस्लामी आतंक के लिए मदरसा और मौलाना: जैश-ए-मोहम्मद की टेरर फंडिंग मामले में कश्मीर से बंगाल तक 19 ठिकानों पर छापेमारी, NIA ने कई मौलानाओं को दबोचा

                                                        मोहम्मद खालिद (साभार: जी न्यूज)
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी साजिश और फंडिंग के मामले में राजस्थान, असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में 19 जगहों पर छापेमारी की। एजेंसी ने बताया कि छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, सीडी और हार्ड डिस्क समेत कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं।

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी बहुत गरमाई हुई कि आखिर मुस्लिमों द्वारा संचालित NGOs की जाँच कब होगी? यहाँ भी घोटालों की कोई कमी नहीं। अगर गंभीरता से जाँच होनी शुरू होगी कई NGOs अपने आप ही बंद होने शुरू हो जाएंगे।  

NIA के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी शेख सुल्तान सलाहुद्दीन अयूबी के करीबी सहयोगियों के परिसरों पर यह छापेमारी की गई है। अयूबी को उसकी आतंकी भूमिका के कारण गिरफ्तार किया गया था। अयूबी को इस साल अक्टूबर में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी जमात संगठन में भर्ती करने एवं उन्हें कट्टरपंथी बनाने के आरोप में हिरासत में लिया था।

एजेंसी ने बताया कि छापेमारी असम के ग्वालपाड़ा, महाराष्ट्र के औरंगाबाद, मुंबई और अमरावती, उत्तर प्रदेश के झाँसी, बरेली, देवबंद और सहारनपुर, बिहार के सीतामढ़ी, पश्चिम बंगाल के हुगली, जम्मू-कश्मीर के बारामूला, रियासी, बडगाम और अनंतनाग, राजस्थान के डूंगरपुर और गुजरात के मेहसाणा में की गई है। इस दौरान कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जाँच की जा रही है।

इस मामले में राजस्थान के डूंगरपुर स्थित मोहम्मद सलमान नाम के एक मौलाना के घर में छापेमारी की है। इस दौरान एजेंसी ने मौलाना से करीब 7 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद उसे अपने साथ ले गई। एजेंसी को आतंकी साजिश के बारे में इनपुट मिली थी। मौलाना सलमान गुजरात के हिलोन का रहने वाला है। वह गलियाकोट में एक दरगाह के मदरसे में पढ़ाता है।

डूंगरपुर की एसपी मोनिका सेन ने बताया कि NIA की टीम गुरुवार (12 दिसंबर 2024) की सुबह करीब 4 बजे डूंगरपुर आई। इसके बाद चितरी थाना क्षेत्र में गलियाकोट स्थित मौलाना सलमान के घर पहुँचकर छापेमारी की। छापेमारी के साथ ही मौलाना से पूछताछ भी शुरू की गई। इसके बाद टीम मौलाना को साथ लेकर चितरी थाने पहुँची और उससे पूछताछ की।

वहीं, महाराष्ट्र में छापेमारी के दौरान NIA ने अमरावती, भिवंडी और संभाजीनगर से एक-एक शख्स को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। ये तीनों आतंकी संगठनों और पाकिस्तानी एजेंसियों के संपर्क में थे। NIA पता करेगी कि उनके संपर्क में होने का इनका मकसद क्या था। उनके संपर्क में और कितने लोग हैं, इसकी भी जानकारी जुटाएगी।

NIA ने बिहार के सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बाजपट्टी गोट में छापेमारी की। यहाँ से भी एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उसके यहाँ टीम ने लंबे समय तक सर्च ऑपरेशन चलाया है और उससे लगभग 5 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान बिहार पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

उधर, उत्तर प्रदेश के झाँसी में मदरसा टीचर मुफ्ती खालिद के घर पर छापेमारी की गई। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। जब टीम ने मुफ्ती खालिद को ले जाने की कोशिश की तो स्थानीय मुस्लिमों ने एजेंसी की टीम को घेर लिया। टीम के साथ धक्का-मुक्की करके मौलाना छुड़ा लिया और उसे नजदीक के फातिमा मस्जिद में ले जाकर छिपा दिया। 

इसके बाद NIA ने आसपास के इलाकों से भारी पुलिस बल को बुलाया और फिर मौलाना को अपने साथ ले गई। मौलाना को वहाँ से लेकर जाने में पुलिस, यूपी एटीएस और एनआईए की टीम को 3 घंटे का समय लग गया। कहा जाता है कि इस दौरान पुलिस और एआईए की टीम पर 200 लोगों की भीड़ ने हमला भी किया।

वहीं, खालिद को छुड़ाने के लिए उसके समर्थकों द्वारा पुलिस के साथ की गई धक्का-मुक्की के मामले में पुलिस ने 110 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन सभी पर पुलिस टीम पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में महिलाओं को भी आरोपित बनाया गया है। मुफ्ती खालिद शहर काजी साबिर अंसारी का भतीजा है।

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