गुड़ : सेहत का खजाना


मौसम में बदलाव के साथ ही व्यक्ति की जीवनशैली के अलावा उसके खान-पान की आदतें भी बदलने लगती हैं
 इस समय हम अपनी डाइट में कई ऐसी चीजों को शामिल करते हैं जो बेहतर पोषक तत्वों के साथ-साथ हमें ठंड से भी बचाती हैं जिसमें सर्दियों के मौसम में गुड़ खाना( Benefits of jaggery) काफी फायदेमंद बताया जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार गुड़ खाने से पाचन तंत्र अच्छा रहता है। जिस तरह मूली खाने को हजम करती है और मूली को उसका पत्ता, लेकिन मूली के पत्ते को गुड़ ही हजम करता है।

गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है।आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।

गर्मियों में कई क्षेत्रों में गुड़ का शरबत भी खूब बिकता है, जिससे बार-बार लगने वाली प्यास और लू में बहुत आराम मिलता है। गर्मियों में बहुत अधिक पानी से होने वाली बीमारी में राहत मिलती है।

- गुड़ में सुक्रोज 59.7 प्रतिशत, ग्लूकोज 21.8 प्रतिशत, खनिज तरल 26प्रतिशत तथा जल अंश 8.86 प्रतिशत मौजूद होते हैं।इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। इसलिए चाहे हर मौसम में आप गुड़ खाना न पसन्द करें लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।
- यह सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस व जस्ता पाया जाता है यही कारण है कि इसका रोजाना सेवन करने वालों का इम्युनिटी पॉवर बढ़ता है। गुड़ में मैग्नेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए ये बॉडी को रिचार्ज करता है साथ ही इसे खाने से थकान भी दूर होती है।
- गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा परेशान नहीं करता है। रोजाना गुड़ का सेवन हाइब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है। जिन लोगों को खून की कमी हो उन्हें रोज थोड़ी मात्रा में गुड़ जरूर खाना चाहिए। इससे शरीर में हिमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
- गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालता है व सर्दियों में, यह शरीर के तापमान को विनियमित करने में मदद करता है। यह लड़कियों के मासिक धर्म को नियमित करने यह मददगार होता है।
- अगर आप गैस या एसिडिटी से परेशान हैं तो खाने के बाद थोड़ा गुड़ जरूर खाएं ऐसा करने से ये दोनों ही समस्याएं नहीं होती हैं। गुड़, सेंधा नमक, काला नमक मिलाकर चाटने से खट्टी डकारें आना बंद हो जाती हैं।
- ठंड में कई लोगों को कान के दर्द की समस्या होने लगती है। ऐसे में कान में सरसो का तेल डालने से व गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
  • सर्दियों में गुड़ खाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और बेहतर सांस लेने के लिए फेफड़े साफ होते हैं। 

    गुड़ का सेवन कैसे और किसके साथ करें ?

    गुड़ और गर्म पानी:

    सुबह खाली पेट एक छोटा टुकड़ा गुड़ लें और इसके साथ एक गिलास गर्म पानी पिएं। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है।

    गुड़ और दूध:

    गुड़ को दूध में मिलाकर पिएं। यह एक पौष्टिक पेय है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में गुड़ मिलाना फायदेमंद होता है।

    गुड़ और सूखे मेवे:

    गुड़ के साथ सूखे मेवे जैसे बादाम, किशमिश, और अखरोट मिलाकर स्नैक के रूप में लें। यह एक स्वस्थ और ऊर्जा देने वाला नाश्ता है।

    गुड़ और हल्दी

    गुड़ के साथ हल्दी मिलाकर इसका सेवन करें। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और सर्दी-जुकाम से बचाता है।

    गुड़ और दही:

    गुड़ को दही के साथ मिलाकर सेवन करें। यह पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है।

    गुड़ और फल:

    गुड़ को कटे हुए फलों जैसे सेब, संतरा या पपीता के साथ मिलाकर खाएं। इससे फल की मिठास और बढ़ जाती है।

    गुड़ कब नहीं खाना चाहिए ? 

    गुड़ बहुत से स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यहाँ कुछ स्थितियाँ दी गई हैं जब गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए | 

    गर्मी के मौसम में:

    गर्मियों में गुड़ का सेवन करने से शरीर में अधिक गर्मी पैदा हो सकती है, जिससे पित्त का संतुलन बिगड़ सकता है। इस समय ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर होता है।

    जिगर की समस्याएँ:

    यदि आपको जिगर से संबंधित कोई समस्या है, तो गुड़ का सेवन न करें, क्योंकि यह जिगर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।

    पेट की समस्याएँ:

    अगर आपको पेट में जलन, गैस या उल्टी जैसी समस्याएँ हैं, तो गुड़ का सेवन करने से यह समस्याएँ बढ़ सकती हैं।

    हृदय रोग:

    यदि आपको हृदय से संबंधित कोई समस्या है, तो गुड़ का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें।

    प्रेग्नेंसी:

    गर्भवती महिलाओं को गुड़ का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अधिक गुड़ खाने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है।

    एलर्जी:

    अगर आपको गुड़ या उसकी किसी सामग्री से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें।

    गुड़ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएँ भी हैं। इसलिए, इन बातों का ध्यान रखते हुए ही गुड़ का सेवन करें। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होता है।

    1. गुड़ का सेवन कब करना चाहिए?

    गुड़ का सेवन सुबह खाली पेट या खाने के बाद करना अच्छा होता है। सुबह इसके सेवन से पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद मिलती है, और खाना खाने के बाद यह पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है।

    2. क्या गुड़ का सेवन वजन घटाने में मदद करता है?

    हाँ, गुड़ का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। यह मेटाबॉलिज्म को सुधारता है और भूख को नियंत्रित करता है, जिससे वजन प्रबंधन में सहायता मिलती है।

    3. गुड़ का सेवन करने से कौन-कौन सी स्वास्थ्य समस्याएँ दूर होती हैं?

    गुड़ का सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याएँ दूर हो सकती हैं। यह पाचन समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और अपच में राहत देता है, इसके अलावा, यह ऊर्जा बढ़ाता है, जिससे थकान कम होती है। गुड़ के सूजन-रोधी गुण जोड़ो के दर्द में राहत प्रदान करते हैं और मानसिक तनाव को भी कम करते हैं। 

    4. क्या गुड़ का उपयोग डायबिटीज मरीजों के लिए सुरक्षित है?

    डायबिटीज के मरीजों को गुड़ का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। गुड़ में चीनी की मात्रा होती है, इसलिए इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही खाना चाहिए।

  • -सर्दियों में ठंडी हवा में नमी कम होती है, जिससे त्वचा की नमी छीन जाती है। गर्म पानी से नहाने से त्वचा रूखी होती है। ऐसे में इस मौसम में गुड़ खाने से त्वचा की चमक बनी रहती है। इसमें मौजूद ग्लाइकोलिक एसिड कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है जो स्किन को एजिंग की समस्या से बचाते हैं। 

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