कांग्रेस सांसद प्रियंका वाड्रा के खिलाफ केरल हाई कोर्ट में एक याचिका डाली गई है। यह याचिका वायनाड लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहीं नव्या हरिदास ने डाली है। नव्या हरिदास ने आरोप लगाया है कि प्रियंका ने अपने चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी दी और वोटरों को भ्रमित किया।
इतिहास साक्षी है कि गलत जानकारी से जनता को गुमराह करना कांग्रेस के DNA में है। कहते हैं संस्कार बच्चा माँ के पेट से ही लेकर आता है। जब माँ सोनिया गाँधी अपनी शिक्षा की गलत जानकारी दे सकती है तो बेटी द्वारा गलत जानकारी देना कोई नयी बात नहीं।
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी के कार्यकाल में सुब्रमण्यम स्वामी ने तत्कालीन लोक सभा अध्यक्ष मनोहर जोशी से जब सबूतों के साथ शिकायत की कि प्राइमरी सोनिया ने कभी कॉलेज नहीं गयी, ये जो डिग्रीयां सोनिया ने दर्शाई हैं सब झूठी है। जब लोक सभा अध्यक्ष ने सोनिया को बुलाकर पूछताछ करने पर, बोली कि "टाइपिंग मिस्टेक", जिस पर स्वामी ने कहा कि 'जब इतनी बड़ी गलती "टाइपिंग मिस्टेक" है, इसे Guiness Book को भेज जानी चाहिए।' प्रियंका भूल रही है कि अब अटल बिहारी नहीं नरेंद्र मोदी की सरकार है।
नव्या हरिदास ने आरोप लगाया है कि प्रियंका वाड्रा ने अपने चुनावी हलफनामे में सम्पत्ति का गलत ब्यौरा दिया। नव्या हरिदास ने हाई कोर्ट से माँग की है कि चुनावी गड़बड़ियों के आधार पर प्रियंका वाड्रा की सदस्यता को रद्द कर दिया जाए।
नवम्बर, 2024 में सम्पन्न हुए वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गाँधी को जीत हासिल हुई थी जबकि नव्या हरिदास तीसरे नंबर पर रहीं थी।
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