राणा सांगा को कहा ‘गद्दार’, बाबर के लिए दिखाया ‘प्यार’: सपा सांसद ने राज्यसभा में उगला जहर, उपसभापति ने फटकारा

                                                          सपा सांसद रामजी लाल सुमन
आखिर मुस्लिम वोटों की खातिर कब तक कुर्सी के भूखे नेता और उनकी पार्टियां इतिहास को झुठलाते रहेंगे? केंद्र सरकार क्यों नहीं गलत इतिहास लिखने वाले इतिहासकारों को ब्लैकलिस्ट कर उनकी सरकारी सुविधाएं छीनी जाती? अगर किसी भी विदेश में वहां के असली इतिहास से छेड़छाड़ की गयी होती सख्त कार्यवाही हो गयी होती, लेकिन ये भारत है जहाँ ऐसे लोग ऐश करते देखे जाते हैं। असली इतिहास बताने वाले को सांप्रदायिक करार कर दिया जाता है। जब तक जनता के सामने असली इतिहास नहीं लाया जाएगा उपद्रवी उपद्रव करते रहेंगे।      

उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा के नाम से विख्यात महाराणा संग्राम सिंह को गद्दार बताया है। सदन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा वाले मुस्लिमों को बदनाम करने के लिए कहते हैं कि उनमें बाबर का डीएनए है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का मुस्लिम बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वह मोहम्मद शाह और सूफी संतों को अपना आदर्श मानता है।

सुमन ने कहा, “मैं जानना चाहूँगा कि बाबर को लाया कौन? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लाया था। अगर मुस्लिम बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू और भाजपा) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। ये हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। हम बाबर की आलोचना तो करते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते। ये देश की एकता का सवाल है।” इसके बाद उपसभापति हरिवंश ने उन्हें संसदीय मर्यादाओं का पालन करने की नसीहत देकर बैठा दिया।

रामजी लाल सुमन ने इससे पहले दिसंबर 2018 में देश का बँटवारा करके अलग पाकिस्तान बनाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना को देशभक्त बताया था और वीर सावरकर को गद्दार कहा था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में जिन्ना के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। तब उन्होंने कहा था, “विनायक दामोदर सावरकर तो बहुत ही बड़ा गद्दार था।”

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