कुछ दिन पहले कांग्रेस की 23 वर्षीय महिला नेता हिमानी नरवाल की हरियाणा में उसके ही परिचित ने हत्या कर सूटकेस में बंद करके जंगल में फ़ेंक दिया था। कई दिन खबर ने TRP लूटी थी लेकिन उसके बाद सब शांत हो गया। हिमानी की माँ ने यहां तक आरोप लगाया था कि वह किसी कांग्रेस के बड़े नेता का भी काम हो सकता है जबकि उस लड़के से हिमानी के संबंधों के बारे में माँ ने कुछ नहीं कहा जबकि यह दावा किया था कि हिमानी उसे सब कुछ बताती थी। फिर ऐसा कैसे हुआ कि लड़के से मित्रता की बात हिमानी ने माँ को नहीं बताई।
इस हत्या को लेकर कांग्रेस के हुडा बाप बेटे समेत सभी बड़े नेताओं ने कहा था कि हरियाणा में Law & Order नाम की कोई चीज़ नहीं है। मतलब किसी युवती के संबंध किसी युवक से हों और युवक उसकी हत्या कर दे तो सरकार जिम्मेदार हो गई। कांग्रेस के राज में राजस्थान तो एक रेप स्टेट बन चुका था, यह बात कांग्रेस को याद नहीं है। दिल्ली में कोई भी अपराध होते ही केजरीवाल चीखता था, पुलिस तो अमित शाह देखता है, हमे पुलिस दे दो तो सब ठीक कर देंगे जैसे पंजाब में किया है।
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लेखक चर्चित YouTuber |
कल झारखंड में NTPC के डीजीएम 40 वर्षीय कुमार गौरव की ऑफिस जाते हुए दो बाइक पर आए लड़कों ने गोली मार कर हत्या कर दी। गौरव अपने परिवार के एकलौते बेटे थे और चर्चा है कि अपराधियों ने कुमार गौरव से रंगदारी मांगी थी (Extortion) और नहीं देने पर उनकी हत्या कर दी गई। यह रंगदारी का धंधा सरकार की पुलिस की नज़र में होता है और उसके लिए हत्याएं होने को Law & Order ख़त्म होना कहा जा सकता है। याद रहे झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस भी शामिल है। क्या कांग्रेस कहेगी कि झारखंड में कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है?
कल ही महिला दिवस के मौके पर कांग्रेस सरकार के कर्नाटक में गज़ब की कानून व्यवस्था देखने को मिली है। हंपी शहर में एक इज़रायली महिला समेत 2 महिलाओं से गैंग रेप किया गया और उनके पुरुष साथी की हत्या कर दी। ये 3 अपराधी थे और पुलिस का दावा है कि उनमे से 21 वर्षीय दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और तीसरे की तलाश जारी है। अब कांग्रेस मानेगी कि कर्नाटक में Law & Order ख़त्म हो चुका है। राज्य में तो कानून व्यवस्था ठप होने के पहले भी प्रमाण आते रहे हैं। और भी कोई नहीं कांग्रेसी पार्षद की बेटी की लव जिहाद के लिए हत्या कर दी गई थी।
परसों खबर थी कि मुरादाबाद में 4 मुस्लिम युवक 2 माह पहले एक दलित किशोरी को उठा कर ले गए और दो माह तक उसे नशीले पदार्थ पिलाकर सामूहिक दुष्कर्म करते रहे। और उसके हाथ पर गुदे ॐ पर तेजाब डाल दिया। उसे भूखा रखा और जब खाना मांगा तो उसे गोमांस दे दिया और जब उसने खाने से मना किया तो जबरन उसके मुंह में ठूंस दिया। ये चार हरामखोर किशोरी की गाँव के ही थे सलमान, जुबैर, राशिद और आरिफ लेकिन अभी केवल सलमान गिरफ्तार हुआ है, तीन अभी फरार हैं और लड़की की चाची के अपहरण की धमकी दी जा रही है।
कोई समाजवादी पार्टी का नेता या कांग्रेस का खलीफा कुछ नहीं बोल रहा जबकि दलित बेटी लिए तो पर्यटन पर निकल जाना चाहिए था लेकिन वे सब “खामोश” हैं क्योंकि अपराधी सभी मुस्लिम हैं। मतलब अपराधी का धर्म देख कर बोलते हैं या चुप रहते हैं।
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